राजनांदगांव

नौकरी छोड़ चुके पूर्व सहायक आरक्षक की लाश नाले के रेत में दबी मिली
20-May-2023 12:17 PM
नौकरी छोड़ चुके पूर्व सहायक आरक्षक की लाश नाले के रेत में दबी मिली

  40 वर्षीय बिरजू दुग्गा 10 दिन से था लापता   

'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 20 मई।
औंधी क्षेत्र के घोटियाकन्हार स्थित एक नाले की रेत में लाश मिलने की घटना की पुलिस नक्सल और अन्य अपराध के आधार पर जांच कर रही है। रेत में दबी मिली शव की गांव के बच्चों ने  शिनाख्ती की है। चार बच्चों ने शव की अपने पिता पूर्व सहायक आरक्षक बिरजू दुग्गा के रूप में पहचान की है। 40 साल के दुग्गा करीब 10 दिनों से लापता था। बताया जा रहा है कि नक्सल क्षेत्र होने के कारण पुलिस वारदात को नक्सल एंगल से भी टटोल रही है। वहीं गैर नक्सल मामले के आधार पर भी जांच कर रही है।

बताया जा रहा है कि करीब 10 दिन पहले घोटियाकन्हार गांव में नक्सलियों का बुलावा बताकर  बिरजू दुग्गा को चेहरे पर कपड़ा बांधकर ले जाया गया था। दूसरे दिन कुछ लोगों ने दुग्गा के बच्चों को नक्सलियों द्वारा मार डालने के चलते वापसी का इंतजार नहीं करने को कहा, तब से बच्चे दशहत में रह रहे थे। गुरुवार की शाम को अचानक नाले के पास शव का टुकड़ा दिखा। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।  इस संबंध में मानपुर एसडीओपी मयंक तिवारी ने 'छत्तीसगढ़' को बताया कि बच्चों के बताये बयान के आधार पर दुग्गा के रूप में शिनाख्ती हुई है, लेकिन पुलिस तकनीकी और फॉरेंसिक जांच के बाद ही स्पष्ट रूप से पहचान का खुलासा करेगी।

इस बीच मृतक सहायक आरक्षक के तौर पर पुलिस विभाग में कार्यरत था। करीब 8 साल पहले उसने नौकरी छोड़ दी थी और गांव में जाकर बस गया था। बताया जा रहा है कि मृतक को नक्सल पीडि़त होने के चलते बतौर एसपीओ के रूप में तैनात किया गया था। पुलिस विभाग में वह काम करने के बाद नौकरी छोड़कर गांव में चला गया। पुलिस ने अधिकृत रूप से बिरजू दुग्गा होने की पुष्टि नहीं की है। जल्द ही मामले का खुलासा होगा।


अन्य पोस्ट