राजनांदगांव

सोमवार से किसानों को खाद-बीज मिलने का मिला आश्वासन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 6 मई। खरीफ फसल की तैयारी के लिए खाद-बीज की मांग को लेकर अंबागढ़ चौकी-मोहला-मानपुर स्टेट हाईवे में चक्काजाम के लिए अड़े कौड़ीकसा सोसायटी के 32 गांव के किसानों को प्रशासन ने तीन घंटे की समझाईश के बाद मना लिया। किसानों को प्रशासन की ओर से भरोसा दिलाया गया कि उन्हें सोमवार से कौड़ीकसा सोसायटी से खाद-बीज मिलना शुरू हो जाएगा। चक्काजाम कर रहे किसानों ने प्रशासन से मिले भरोसे पर अपना आंदोलन सोमवार तक के लिए टाल दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार आदिम जाति सेवा सहकारी समिति कौड़ीकसा से जुड़े 10 ग्राम पंचायत देवरसुर, तारमटोला, मुल्हेटीटोला, अरजकुंड, देववाडवी, नीचेकोहडा, भर्रीटोला, कुदुरघोडा, दोढके, कौडीकसा के अंतर्गत आने वाले 32 गांव के किसानों को खरीफ फसल की तैयारी के लिए कौड़ीकसा सोसायटी से खाद-बीज नहीं मिल पा रहा है। जिससे किसान परेशान एवं आक्रोशित हैं। सोसायटी के कर्मचारी पिछले एक वर्ष से वेतन नहीं मिलने के कारण एक मई से काम बंद कलम बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। सोसायटी कर्मचारियों के हड़ताल में जाने से किसानों को 5 दिनों से खाद-बीज नहीं मिल पा रहा है, जिससे किसान नाराज हैं और आंदोलन के लिए उतारू हैं।
किसान समझाईश के बाद माने
सोसायटी से जुड़े 32 गांव के किसान शुक्रवार को प्रशासनिक अधिकारियों की समझाईश के बाद मान गए। मिली जानकारी के अनुसार कौड़ीकसा सेक्टर मुख्यालय में चक्काजाम आंदोलन के लिए सुबह से कौड़ीकसा में एकत्रित होना शुरू हो गए थे। तहसीलदार मनोज रावटे की अगुवाई में एसडीओपी अर्जुन कुर्रे, टीआई बृजेश सिन्हा, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक प्रबंधक संतोष शर्मा की एक टीम किसानों से चर्चा के लिए कौड़ीकसा पहुंची थी। अफसरों और किसानों के बीच तीन घंटे चली चर्चा बाद आखिरकार तीन दिन के लिए आंदोलनकारियों ने अपना आंदोलन स्थगित करने मान गए। तहसीलदार रावटे ने बताया कि किसानों को भरोसा दिलाया गया कि उन्हें सोमवार से खाद मिलना शुरू हो जाएगा। यदि हड़ताली कर्मचारी काम पर नहीं लौटे तो अस्थाई कर्मचारियों के माध्यम से किसानों को खाद-बीज उपलब्ध कराया जाएगा।
एक वर्ष से नहीं मिला वेतन
आदिम जाति सेवा सहकारी समिति कौड़ीकसा के सहायक समिति प्रबंधक आरिफ खान, लिपिक लिसंत यादव, आपरेटर कौशल कुमार सिन्हा, चौकीदार चेतन कुमार कोरटिया, विक्रेता दुर्गेष कुमार कटेंगा, दैनिक कर्मचारी टेपचंद नेताम, इन्द्रदेव सिन्हा, पुसउराम यादव को अप्रैल 2022 से वेतन नहीं मिला है। इन कर्मचारियों ने बताया कि पिछले एक वर्ष से निरंतर वेतन नहीं मिलने से उनकी माली हालत खराब हो गई है। कर्मचारियों ने बताया कि साल सालभर से पगार नहीं मिलने से वे अपने बीमार परिजनों का इलाज नहीं करा पा रहे हैं और तो अपने बच्चों की स्कूल की फीस एवं रोजमर्रा की जरूरत की सामग्री भी नहीं खरीद नहीं पा रहे हैं। वेतन नहीं मिलने से सोसायटी के सभी कर्मचारी 1 मई से काम बंद कलम बंद कर हड़ताल पर चले गए हैं और समिति कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन कर रहे है। तहसीलदार मनोज रावटे ने बताया कि हडतालियों को फिलहाल दो माह का वेतन प्रदाय किया गया है। शेष माह के वेतन भी धान खरीदी का कमीशन मिलते ही प्रदाय किया जाएगा। तहसीलदार ने बताया की हड़ताली कर्मचारी एक वर्ष का वेतन भुगतान करने की मांग कर रहे है। उन्हें समझाईश दी जा रही है कि जल्द से जल्द उनके रूके हुए सभी माह का वेतन प्रदाय कर दिया जाएगा।