राजनांदगांव

लाश पर राजनीति ठीक नहीं - नवाज
13-Apr-2023 3:30 PM
लाश पर राजनीति ठीक नहीं - नवाज

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 13 अप्रैल।
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक अध्यक्ष नवाज खान ने सांसद द्वारा ग्राम खल्लारी के कृषक पुत्र आनंद कंवर की मृत्यु पर दिए गए बयान पर पलटवार करते प्रेसवार्ता लेकर बड़ा हमला बोला है ।
उन्होंने कहा कि हमें गहरी संवेदना है, हमारा अन्नदाता मरा है। प्रदेश के मुखिया ने संकल्प लिया है कि हम अन्नदाता की हर संभव मदद करेंगे, हम सहायता करेंगे, किंतु लाश के सामने गिद्ध की तरह मंडराना ठीक नहीं। उन्होंने कहा कि क्या भाजपाई मरने का इंतजार कर रहे थे, उसकी मृत्यु पर भी जांच होनी चाहिए। मैंने पहले ही दिन से किसानों के लिए लड़ाई लड़ी है और आखिरी दिन तक लड़ता रहूंगा।

नवाज खान ने बताया कि जुलाई-अगस्त 2022 में जैसे ही पता चला, उन्होंने सबसे पहले मेढा सोसाइटी में बैठक लेकर किसानों को एकत्र किया। पूरे किसान उपलब्ध नहीं थे, मेढा पिनकापार, डुंडेरा, धनडोंगरी, मुड़पार, खल्लारी के किसान पहुंचे, उन्हें सूचीबद्ध किया गया। सभी किसानों को सूचीबद्ध करने में समय लगा, किसने कितना लोन का आवेदन किया, उसका कितना लोन निकाला, उसे वास्तविक रूप में कितना मिला, कुलदीप ने उनकी कितनी राशि रखी, सूचीबद्ध किया गया। तत्पश्चात 1 नवंबर को किसानों के माध्यम से पुलिस में रिपोर्ट दर्ज की गई। उसमें सभी किसानों की सूची दी गई, जिनके नाम से लेन-देन किया गया था।

पूरे  फर्जीवाड़े में शमिल एक दलाल राजेंद्र लहरे पर प्रहार करते उन्होंने कहा कि कुलदीप विश्वकर्मा के साथ मिलकर पूरा फ्रॉड इन्हीं ने रचा है। रिपोर्ट के बाद 5 नवंबर 2022 को थाने में किसानों से समझौता कुलदीप विश्वकर्मा ने किया, हम वहां मौजूद नहीं थे। लिखित में कुलदीप ने दिया कि 15 दिसंबर तक पूरी राशि लौटा दूंगा, धनडोंगरी के नेमूदास नारंग को गवाह कुलदीप ने बनाया, जब 15 दिसंबर तक राशि नहीं लौटाई तो 16 दिसंबर को स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के बावजूद भी मैंने सोसायटी के अध्यक्ष मदन सिन्हा, जनपद अध्यक्ष भावेश सिंह, जिला पंचायत सदस्य प्रभा साहू, पूर्व अध्यक्ष दशरथ ठाकुर सहित अन्य कांग्रेस नेताओं को किसानों के साथ थाने भेजा। कांग्रेस ने अपनी ही सरकार के खिलाफ  थाना का घेराव किया। सभी अखबारों में यह खबर छपी, तब से आज तक भाजपा के बड़े-बड़े नेता इस मामले में क्या कर रहे थे। सांसद या भाजपाई इसके पहले खल्लारी क्यों नहीं गए, हमने थाने में एफआईआर के लिए दबाव बनाया। पुलिस ने जानबूझकर एफआईआर नहीं किया, जब कांग्रेसी थाने का घेराव कर रहे थे, तब भाजपाई कहां थे? बीजेपी घडय़िाली आंसू बहा रही है। अगस्त से 8 माह हो गए अब किसान की मृत्यु पर लाश पर राजनीति कर रहे हैं जीवित रहने पर कोई भाजपाई खल्लारी क्यों नहीं गया?

 दलाल राजेंद्र लहरे की भूमिका संदिग्ध
नवाज खान ने सीधे तौर पर हमला करते कहा कि कुलदीप बैंक का कर्मचारी नहीं है। वह सोसाइटी का कर्मचारी है। बैंक प्रबंधन से केसीसी लोन का कोई लेना-देना नहीं। केसीसी लोन ऋण पुस्तिका के आधार पर सोसाइटी प्रबंधक किसानों को देता है, जब कोई किसान की शिकायत आती है तो हम हस्तक्षेप करते हैं, जब 16 दिसंबर को हमने रिपोर्ट दर्ज कराई, जिन किसानों ने रिपोर्ट दर्ज की थी, उनमें से अधिकांश किसानों को कुलदीप द्वारा राशि दी गई, सिर्फ  खल्लारी के किसान दलाल राजेंद्र लहरें के दबाव पर थाना नहीं पहुंचे। उन्होंने साफ तौर पर कह दिया और लिखकर भी दिया कि उनकी चर्चा हो चुकी है, उन्हें कुलदीप से पैसा मिल जाएगा।

भाजपा सहकारिता प्रकोष्ठ के संयोजक, जो कुलदीप के घर के पास ही रहते हैं, पूरे प्रदेश के मुद्दे उठाते हैं, 8 माह में वे मेघा क्यों नहीं गए मुझे तो जानकारी है कि उनके आंतरिक संबंध कुलदीप से हैं और कुलदीप को उनका संरक्षण प्राप्त है, जब पूरे प्रदेश के मामले वे उठा रहे हैं तो इतना गंभीर मामला अब तक क्यों नहीं उठाया, यह भी जांच का विषय है।

सांसद दिमागी दिवालिया होने के कगार में
नवाज खान ने सीधे हमला बोलते कहा कि जिले के विकास में सांसद की भूमिका शून्य है, चाहे रोजगार को ले ले या केंद्र की कोई योजना को ट्रेनों के विस्तार को लें या अन्य कोई सुविधाओं को उनकी भूमिका शून्य रही है। मेरे हिसाब से तो सांसद दिमाग की दिवालिया होने की कगार में है। डोंगरगढ़ के जिस अंडरब्रिज को हमने रेल अधिकारियों से चर्चा कर जनहित के लिए खुलवाया था, उसे बंद करवाकर वे घटिया राजनीति कर रहे हैं। इसके लिए विधायक के नेतृत्व में हम 16 अप्रैल को जमकर आंदोलन धरना प्रदर्शन करेंगे। श्री खान ने कहा क्योंकि कुलदीप बैंक का कर्मचारी नहीं है, इसलिए उस पर कार्रवाई का अधिकार हमें नहीं है फिर भी जिलाधीश से बोलकर हमने सोसाइटी के प्रबंधक पद से हटाया, जांच कमेटी बनाई, उसकी रिपोर्ट डीआर को कार्रवाई के लिए भेजी, क्योंकि कार्रवाई का अधिकार बैंक को नहीं है।

उन्होंने कहा कि कुलदीप को किसका राजनीतिक संरक्षण मिला है, इसकी जांच होनी चाहिए और दोषी को सजा मिलनी चाहिए। किसानों के लिए संघर्ष करते रहे हैं और आखरी दम तक किसानों के लिए लड़ते रहेंगे, उनके लिए कार्य करते रहेंगे। सांसद अपनी गिद्ध दृष्टि से लाश की राजनीति न करें जिस प्रकार कहीं पर भी मृत्यु होने पर गिद्ध पहुंच जाते हैं, सांसद भी वही सब कुछ कर रहे हैं।
 


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