राजनांदगांव

बिरनपुर हिंसा के बाद जिले से भेजा गया अतिरिक्त बल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 अप्रैल। बेमेतरा के बिरनपुर में दो गुटों में हुई हिंसक झड़प के बाद भारी सुरक्षा के लिए राजनांदगांव जिले से भी आला अफसरों और जवानों को अतिरिक्त बल के तौर पर भेजा गया है। एएसपी लखन पटले समेत लगभग 30 जवान हिंसाग्रस्त क्षेत्र में मुस्तैदी से तैनात हैं। हिंसा के पहले दिन कुछ अन्य राजपत्रित पुलिस अधिकारियों को स्थिति सम्हालने के लिए भेजा गया था। जिसमें कुछ अफसर लौट आए हैं।
मंगलवार को एक विशेष समुदाय के दो लोगों के शव मिलने के बाद स्थिति को सम्हालने के लिए एएसपी लखन पटले, डीएसपी तनुप्रिया और डोंगरगढ़ एसडीओपी प्रभात पटेल को अलग-अलग क्षेत्र की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। राजनांदगांव पुलिस लाईन से एक विशेष वाहन में 30 जवानों को बेमेतरा भेजा गया है। बेमेतरा के बिरनपुर गांव में उपजे विवाद के कारण राज्य पुलिस को सुरक्षा के लिए अतिरिक्त ताकत लगानी पड़ रही है।
आईजी डॉ. आनंद छाबड़ा के अलावा कवर्धा, राजनांदगांव, दुर्ग, बेमेतरा तथा आसपास के जिलों के शीर्ष पुलिस अफसरों को मौके में भेजा गया है। बताया जा रहा है कि बिरनपुर में हुई हिंसा के कारण पूरे प्रदेश में तनाव का माहौल हे। विश्व हिन्दू परिषद के आह्वान पर सोमवार को प्रांतव्यापी बंद का ऐलान किया गया था। बताया जा रहा है कि बिरनपुर गांव में अब भी स्थिति नाजुक बनी हुई है। पुलिस की कड़ी निगरानी में लोगों को दैनिक कामकाज के लिए छूट दी गई है। बेमेतरा के हिंसाग्रस्त इस गांव में धारा 144 लागू है।
इधर राजनांदगांव पुलिस महकमे के जवान भी उपद्रवियों पर नकेल कसने के लिए डटे हुए हैं। फिलहाल वहां की स्थिति पर आला अफसरों की नजर है। सामान्य स्थिति होने पर बल वापस लौटेगा।
भ्रम फैलाने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी
बिरनपुर हिंसा के मामले में सोशल मीडिया और अन्य तरीके से गलत बयानबाजी और विवादित पोस्ट करने पर पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। राजनांदगांव पुलिस ने एक आदेश में सोशल मीडिया के ग्रुप एडमिनों से विवादित पोस्ट करने वालों को ग्रुप से बाहर करने की अपील की है। साथ ही ग्रुप एडमिनों को भी इस बात के लिए सतर्क किया है कि दो गुटों के विवाद के आड़ में वैमनस्यता फैलाने संबंधी कोई भी मैसेज अथवा वीडियो फैलाने पर उक्त व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने यह भी कहा है कि उक्त पोस्ट के संबंध में ग्रुप एडमिन की भी अपनी जिम्मेदारी होगी। पुलिस का कहना है कि यथार्थ से परे खबरें और टीका-टिप्पणी करने वालों के विरूद्ध सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी। राजनंादगांव पुलिस ने थानों और चौकियों के सरकारी नंबर भी जारी किए हैं। जिसमें विवादित पोस्ट करने वालों और हिंसा भडक़ाने की कोशिश करने पर तुरंत शिकायत करने के लिए नंबर जारी किया है।