राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 अप्रैल। करीब 7-8 माह के लंबे अंतराल बाद कोरोना वनांचल क्षेत्र में अपना पैर पसार रहा है। सोमवार को जिला मुख्यालय मोहला क्षेत्र के एक छात्रावास में एकमुश्त दर्जनभर से ज्यादा छात्राएं कोरोना पीडि़त मिली है। प्री-मैट्रिक छात्रावास में अध्ययनरत कुल 14 छात्राएं जांच के दौरान पॉजिटिव मिली है। रविवार को ही हॉस्टल में निवासरत 7 छात्राएं कोरोना संक्रमित मिली थी। समूचे हॉस्टल में छात्राओं की जांच में 7 अन्य भी पॉजिटिव मिले। बताया जा रहा है कि इन छात्राओं को होम आईसोलेशन के लिए घर भेज दिया गया है। वहीं परिवार के लोगों को कोरोना से निपटने के तरीके चिकित्सकों ने सुझाए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को मेडिकल अफसरों ने तैयारियों को लेकर मॉकड्रिल किया। साथ ही पेंड्री में डेमो के दौरान मरीज को एम्बुलेंस से नीचे उतारने के बाद एक अलग रास्ते से उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोविड वार्ड तक पहुंचाने एवं उसका इलाज करने मॉकड्रिल की गई। सोमवार को मॉकड्रिल के दौरान डॉक्टरों सहित स्टॉफ नर्सों व अन्य कर्मचारी भी मौजूद थे। डॉक्टरों ने मरीज की स्थिति को देखकर स्टॉफ को इलाज से संबंधित उनकी भूमिका समझाई। साथ ही मरीज को वेंटिलेटर पर डाला गया।
सोमवार को मेडिकल कॉलेज अस्पताल, जिला अस्पताल एवं ग्रामीण क्षेत्र के सभी अस्पतालों में मॉकड्रिल किया गया। अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट से लेकर वेंटिलेटर और अन्य मेडिकल उपकरणों, इलाज में काम आने वाले मेडिकल उपकरण, पैथालॉजी लैब, ऑक्सीजन टैंक, पाईप लाईन की जांच की गई। वहीं वेंटिलेटर को चलाकर देखा गया। कोरोना मरीजों के इलाज में काम आने वाली दवाईयों का भरपूर स्टॉक बताया गया। हालांकि अभी कोरोना मरीजों को कौन सी दवा देनी है। इसकी गाईड लाईन नहीं आई है। अभी सभी मरीजों को होम आईसोलेशन में रखा गया है। उसके लक्षण के हिसाब से उन्हें दवा दे रहे हैं।