राजनांदगांव

राजनांदगांव, 6 अप्रैल। नगर निगम ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में भी राजस्व वसूली के लिए सुनियोजित अभियान चलाया और लक्ष्य के अनुरूप वसूली के लिए प्रतिदिन राजस्व का अमला निगम के साथ-साथ प्रतिदिन घर-घर जाकर समस्त करों का वसूली करते थे। साथ ही शहर के प्रत्येक वार्डों में भी शिविर का आयोजन कर वसूली की गयी। इस वित्तीय वर्ष 2022-23 में नगर निगम को 17 करोड 38 लाख 96 हजार रुपए की राजस्व आय हुई। गत वर्ष की तुलना में इस वित्तीय वर्ष में 2 करोड़ रुपए अधिक वसूली की गई। कुल वसूली 71 प्रतिशत अर्थात 5 प्रतिशत अधिक है।
नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने राजस्व आय के संबंध में बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में उपायुक्त सुनील अग्रहरि के नेतृत्व में निगम के राजस्व विभाग द्वारा प्रतिदिन राजस्व कार्यालय, घर-घर जाकर एवं प्रत्येक वार्डो में शिविर का आयोजन कर उल्लेखनीय राजस्व वसूली किया गया तथा अवकाश के दिनों में भी वसूली कार्य निरंतर जारी रहा। जिसकी परणिती 17 करोड़ 38 लाख 96 हजार रुपए की राजस्व आय वित्तीय वर्ष 2022-23 में नगर निगम को हुई।
आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में संपत्तिकर से कुल मांग 6 करोड़ 5 लाख 13 हजार के विरूद्ध कुल वसूली 4 करोड़ 82 लाख 47 हजार रुपए प्राप्त हुई। वहीं वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल मांग 5 करोड 41 लाख 54 हजार रुपए के विरूद्ध 4 करोड़ 50 लाख 92 हजार रुपए प्राप्त हुई थी। इसी प्रकार वित्तीय वर्ष 2022-23 में समेकितकर से कुल मांग 3 करोड़ 82 लाख 62 हजार रुपए के विरूद्ध वसूली 2 करोड 9 लाख 18 हजार रुपए प्राप्त हुई। वहीं वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल मांग 3 करोड 72 लाख 62 हजार रुपए के विरूद्ध 1 करोड 70 लाख 69 हजार रुपए की वसूली प्राप्त हुई थी तथा वित्तीय वर्ष 2022-23 में जलकर से कुल मांग 7 करोड़ 32 लाख 56 हजार के विरूद्ध वसूली 3 करोड 34 लाख 33 हजार रुपए वसूली प्राप्त हुई। वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल मांग 7 करोड़ 68 लाख 91 हजार रुपए के विरूद्ध 3 करोड़ 28 लाख 75 हजार रुपए वसूली प्राप्त हुई थी।
राजस्व अधिकारी दीपक अग्रवाल ने बताया कि इसी कड़ी में दुकानों के किराये से वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल मांग 88 लाख 25 हजार रुपए के विरूद्ध 76 लाख 49 हजार रुपए प्राप्त हुई। वहीं वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल मांग 74 लाख 14 हजार रुपए के विरूद्ध 69 लाख 19 हजार रुपए वसूली प्राप्त हुई थी। साथ ही अन्य मद में लायसेंस, कालोनी रजिस्ट्रेशन शुल्क, प्रदर्शन कर, विवाह पंजीयन, मवेशी बाजार, अमानती राशि आदि से वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल मांग 5 करोड 32 लाख 50 हजार रुपए के विरूद्ध 5 करोड़ 32 लाख 50 हजार रुपए प्राप्त हुई। वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल मांग 4 करोड़ 11 लाख 71 हजार रुपए के विरूद्ध 4 करोड़ 11 लाख 71 हजार रुपए प्राप्त हुई थी। इस प्रकार वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल मांग 21 करोड़ 68 लाख 92 हजार रुपए के विरूद्ध 14 करोड़ 31 लाख 26 रुपए की वसूली प्राप्त हुई थी और इस वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल मांग 24 करोड़ 61 लाख 49 हजार रुपए के विरूद्ध 17 करोड़ 38 लाख 96 हजार रुपए वसूली प्राप्त हुई। इस प्रकार गत वर्ष की तुलना मे इस वर्ष 2 करोड़ रुपए वसूली अधिक है। कुल वसूली 71 प्रतिशत अर्थात 5 प्रतिशत अधिक है।
आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने समस्त करदाताओं का आभार व्यक्त करते भविष्य में भी इसी प्रकार की सहयोग करने की अपील की है। साथ ही वसूली में लगे समस्त कर्मचारियों का भी सुनियोजित वसूली के लिए धन्यवाद देते इस वर्ष भी इसी प्रकार वसूली की उम्मीद की है।