राजनांदगांव

भाजपा सदस्यों ने पीएचई और एडीबी अफसरों की कार्यप्रणाली पर जताई नाराजगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 29 नवंबर। जिला पंचायत की सामान्य सभा में भाजपा समर्थित सदस्यों ने निर्माण कार्यों में गुणवत्ता की अनदेखी और लेटलतीफी को लेकर आवाज उठाई। यह मुद्दा काफी हंगामेदार रहा। निर्माण कार्यों में पारदर्शिता को ताक में रखने का आरोप लगाते सदस्यों ने कई तरह के आरोप लगाए। सामान्य सभा में लोक निर्माण, खनिज विभाग, वन विभाग, सहकारिता विभाग, समाज कल्याण विभाग, कार्यपालन अभियंता, लोक निर्माण विभाग (एडीबी), लोक निर्माण विभाग सेतु निगम सहित अन्य विषयों पर चर्चा की गई।
सर्वप्रथम बैठक में सदस्यों ने पूर्व में प्रस्तावित कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्माण कार्यों में देरी को लेकर नाराजगी जताई। इसके बाद पीएचई विभाग के कार्यों को लेकर सदस्यों ने कहा कि विभाग द्वारा जिलेभर में करोड़ों रुपए के निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं, लेकिन गुणवत्ता को लेकर विभाग आंख मूंदे काम कर रहा है। सदस्यों ने पीएचई के अधिकारियों को निर्माण कार्यों में कोताही नहीं बरतने का निर्देश दिया। आरोप यह भी है कि विभाग द्वारा टंकी का निर्माण कर दिया गया, लेकिन पानी की व्यवस्था नहीं की गई है। लोक निर्माण विभाग के कार्यों को लेकर भी सदस्य नाराज दिखे। जिसमें विभाग के द्वारा सड़क मरम्मत कार्य, बारिश के दौरान सड़कों में पड़े गड्ढों को भरने संबंधी मुद्दों पर समीक्षा की गई। इस दौरान वन विभाग और कृषि विभाग के कार्यों की भी समीक्षा की गई।
बैठक में बीमा से वंचित किसानों को तत्काल राशि प्रदान करने के निर्देश दिए गए। सदस्यों ने कहा कि कम्प्यूटर आपरेटरों की गलती की वजह से सैकड़ों किसान फसल बीमा से वंचित हैं। त्रुटि में सुधार कर प्रभावितकिसानों को राहत राशि उपलब्ध कराने पर भी चर्चा हुई। बैठक के दौरान जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह ने छुईखदान से दनिया तक निर्माणाधीन मार्ग में प्रभावित किसानों को मुआवजा नहीं देने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि किस नियम के तहत गणना पत्रक नहीं दिए गए, इसे लेकर अधिकारी स्पष्ट जानकारी दें। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष गीता साहू, विधायक प्रतिनिधि लीलाराम भोजवानी, सीईओ अमित कुमार समेत भाजपा-कांग्रेस समर्थित सदस्य उपस्थित थे।