राजनांदगांव

अफसरों के बीच घूमता रहा खुज्जी विधायक का आमंत्रण कार्ड
02-Nov-2022 11:59 AM
अफसरों के बीच घूमता रहा खुज्जी विधायक का आमंत्रण कार्ड

राज्योत्सव समारोह के बाद रेस्ट हाउस में दिया निमंत्रण
कलेक्टर ने कहा- मैंने स्वयं किया था आमंत्रित

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 नवंबर।
नवगठित जिला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में राज्योत्सव के कार्यक्रम में प्रशासनिक अफसरों की लापरवाही से खुज्जी विधायक  छन्नी साहू को तय समय पर आमंत्रण कार्ड नहीं मिला। लापरवाही की पराकाष्ठा में कार्यक्रम समाप्ति के बाद अफसरों ने सर्किट हाउस में विधायक को आमंत्रण पत्र सौंपा। इससे नाराज विधायक श्रीमती साहू मोहला में आयोजित राज्योत्सव कार्यक्रम में शामिल नहीं हुई।

अफसरों ने प्रोटोकॉल की जमकर धज्जियां उड़ाई। जिला बनने के बाद मोहला में पहली बार आयोजित राज्योत्सव कार्यक्रम के संंबंध में खुज्जी विधायक को न ही पूछा गया और न ही न्यौता दिया गया। प्रोटोकॉल के हिसाब से श्रीमती साहू को प्रशासनिक अफसरों की ओर से मान नहीं मिला। आलम यह है कि उनका निमंत्रण कार्ड अफसरों के बीच ही घूमता रहा। नतीजतन  उन्हें कार्यक्रम के संबंध में कोई जानकारी नहीं। हालांकि जिला कलेक्टर एस. जयवर्धन का दावा है कि स्वयं विधायक को फोन कर कार्यक्रम में शामिल होने का न्यौता दिया था।

बताया जा रहा है कि विधायक को आमंत्रित करने की जिम्मेदारी एसडीएम हेमंत भुआर्य को मिली थी। उन्होंने अंबागढ़ चौकी तहसीलदार को कार्ड सौंपकर विधायक को आमंत्रित करने का जिम्मा दिया। तहसीलदार ने भी जनपद सीईओ को कार्ड पहुंचाने निर्देशित किया। बताया जा रहा है कि सीईओ  ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी अधिकारी ने विधायक को आमंत्रित करने का निर्देश नहंी दिया था।

राज्योत्सव में कार्यक्रम की अध्यक्षता के तौर पर विधायक को शामिल होना था, लेकिन उनकी अनदेखी करने में अफसरों ने कोई कसर नहीं छोड़ी। विधायक के साथ अफसरशाही देखकर क्षेत्रीय कांग्रेसी नेता सकपका गए। राजनीतिक स्तर पर इसके दूसरे मायने निकाले जा रहे हैं। श्रीमती साहू को कार्यक्रम  से दूर रखकर अफसरों ने बड़ी लापरवाही की है। अफसरों ने खानापूर्ति के लिए विधायक को रेस्ट हाउस में पहुंचकर निमंत्रण दिया। जिला मुख्यालय मोहला में आयोजित कार्यक्रम तब तक खत्म हो गया। एमएमसी कलेक्टर एस. जयवर्धन ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि विधायक को स्वयं फोन पर कार्यक्रम में शामिल होने का आग्रह किया गया था।

इधर कलेक्टर ने अफसरों की ल ापरवाही को लेकर कार्रवाई करने के संबंध में कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन विधायक इस मामले को लेकर सरकार से शिकायत कर सकती है। सत्तारूढ़ दल की विधायक के साथ एमएमसी जिले के अफसरों का बर्ताव बेहद खराब रहा। जिसकी काफी चर्चा है।


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