राजनांदगांव
मां लक्ष्मी की परंपरागत पूजा के बाद देर रात तक फूटे पटाखे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 26 अक्टूबर। दीपावली पर्व पर फटाखों की गंूज और दीयों की रौशनी से घर-आंगन जगमगाया। शाम ढलते ही परंपरागत पूजा-अर्चना के लिए लोग सपरिवार घर में मौजूद रहे। परंपरानुसार मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना के बाद फटाखों की गंूज सुनाई दी। दीपावली पर्व पर समूचे जिले में फटाखों की गूंज और दीयों की जगमगाहट से घर-आंगन में परंपरागत चमक नजर आई।
दिवाली पर्व पर लोगों ने नए परिधान पहनकर दीपावली पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया। वहीं फटाखों की गूंज बनी रही। इसके अलावा लोगों ने पारंपरिक रूप से घर-आंगन को दीयों और आकर्षक विद्युत लाईटों से सजाया। शहर एवं अंचल में दीपावली पर्व परंपरागत रूप से मनाया गया। मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना के लिए घर-आंगन जगमग रहा। बच्चों समेत अन्य लोगों में दिवाली पर्व को लेकर जबर्दस्त उत्साह दिखाई दिया। लोगों ने खुशहाली के लिए घर-घर दीये जलाए। शुभ मुहूर्त पर व्यापारिक प्रतिष्ठानों में भी मां लक्ष्मी की विशेष पूजा-अर्चना की गई। शाम होते ही घर और आंगन में कतारबद्ध दीये प्रज्जवलित किए गए। इसके अलावा कृत्रिम रौशनी से भी घरों को आकर्षक रूप दिया गया। इसके बाद फटाखों की गंूज पूरे क्षेत्र में सुनाई दी।
दिवाली पर्व पर घरों में जहां उत्साह का माहौल रहा। वहीं फटाखों को जलाने बच्चों समेत युवतियों में भी उत्साह दिखाई दिया। पर्व को लेकर लोगों ने घरों में पूजा-अर्चना करने के पश्चात मंदिरों में पूजा-अर्चना कर परिवार की खुशहाली की कामना की। इधर अंचल में भी किसानों ने भी पर्व को लेकर पूरी तैयारी की थी। घरों में विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने के साथ ही खेतों में भी पूजा-अर्चना की।
दिवाली के अवसर पर बच्चों के साथ परिवार वालों ने भरपूर पटाखे का आनंद उठाया। मां लक्ष्मी के स्वागत के लिए घर के द्वारों में खूबसूरत व नए रंगोली बनाए गए। महिलाएं-युवतियों ने रंगोली के जरिये मां लक्ष्मी का स्वागत करने के लिए पूरी तैयारी की। घरों में पूजा-अर्चना के दौरान मां लक्ष्मी की कृपा के लिए सामुहिक प्रार्थना की गई। पटाखों की गंूज से हर गली-मोहल्लों में शोरगुल आधी रात तक रहा। पटाखों के बाजार में भी इस बार काफी चहल-पहल रही। बच्चों के लिए परिवार वालों ने चकरी, अनारदाना, बुलेट बम सहित छोटे-आकार के पटाखों को खरीदा। पिछले कुछ सालों में पटाखों के प्रति हर किसी का रूझान बढ़ा है।
बाजार में लक्ष्मी पूजा के दिन काफी गहमा-गहमी रही। मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना के लिए उपयोगी सामग्रियों की खरीदी की गई। शाम को सामुहिक रूप से घरों में मां लक्ष्मी की आराधना की गई। घरों में दिवाली के लिए स्वादिष्ट व्यंजन भी बनाए गए। मिठाईयों की हर घर में तरह-तरह का प्रकार देखा गया। विभिन्न मिठाईयों का स्वाद लेकर एक-दूसरे को दीवाली पर्व की शुभकामनाएं दी गई।
इस बीच शहर के अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। आदतन अपराधियों के खिलाफ पुलिस ने पहले से ही धरपकड़ अभियान छेड़ रखा था। नतीजतन शहर में बदमाशों पर पुलिस ने पूरी तरह से शिकंजा कस दिया था। दिवाली की धूम-धड़ाके के बीच गौरा-गौरी की पूजा-अर्चना एवं विसर्जन का माहौल बना रहा।
ग्रामीण क्षेत्रों में गौरा-गौरी की पूजा-अर्चना के लिए पूरा गांव जुटा। दिवाली पर बिखरी खुशियां परिवार वालों की मौजूदगी से दोगुनी हो गई। त्यौहार के मद्देनजर घरों में ही मनोरंजन के साधन जुटाए गए। परिवार वालों के साथ पूरा वक्त देकर लोगों ने इस त्यौहार का भरपूर मजा लिया। समय व्यतीत करने के लिए सामुहिक गीत-संगीत का कार्यक्रम भी रखा गया।