राजनांदगांव

मंदिरों में सुबह से उमड़ी भक्तों की भीड़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 अगस्त। सावन मास के तीसरे सोमवार को भक्तों ने भगवान शिव का बोल-बम के जयघोष के साथ जलाभिषेक किया। इस दौरान भक्तों की मंदिरों में कतार भी देखी गई। वहीं श्रद्धालुओं ने भगवान शिव को धतुरा, बेलपत्र, फूल व पूजन सामग्री अर्पित कर मनोकामना की।
पूजा-अर्चना के दौरान मंदिरों और शिवालयों में ओम नम: शिवाय और बोल-बम के जयघोष सुनाई दिए। इधर मंदिर और देवालयों में भगवान शिव के भजनों की गंूज साउंड सिस्टम से चलने से वहां का वातावरण भक्तिमय नजर आया। इधर मंदिरों के बाहर पूजन सामग्रियों की दुकानें भी सजी रही। बाजार में सुबह से ही पूजन सामग्रियों की दुकानें संचालित हो गई थी। सुबह से ही मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की कतार नजर आई। इसके अलावा शिवनाथ नदी तट से कांवरियों का जत्था भी कांवड में जल लेकर शिवालयों तक पहुंचकर जलाभिषेक का क्रम चलता रहा।
सावन मास के तीसरे सोमवार को कांवरियों और श्रद्धालुओं में उत्साह भी नजर आया। मंदिरों और शिवालयों में भक्तों ने शिवलिंग में जल अर्पित किया। सावन माह में भगवान भोलेनाथ की आराधना के लिए शुभ माना जाता है। मोहारा के शिवनाथ नदी तट स्थित शिव मंदिर समेत मां पाताल भैरवी मंदिर, सोनारपारा स्थित मां शीतला मंदिर, बांसपाई पारा स्थित शिव मंदिर, गुरूनानक चौक स्थित श्रीगणेश मंदिर, बसंतपुर स्थित शिव मंदिर, नंदई, लखेली, स्टेशनपारा, चिखली समेत शहर के अन्य मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं ने पहुंचकर पूजा-अर्चना की। शिवालयों में पहुंचे भक्तों ने बोलबम के जयघोष किए। मंदिरों में युवतियों की भी बड़ी तादाद रही। इससे पहले कांवरियों का अलग-अलग जत्था जल लेकर शहर के शिव मंदिरों में जल अभिषेक करने पहुंचा। शिवनाथ नदी के जल से शिवलिंग का स्नान कराने के लिए बड़ी संख्या में भक्त कांवरिये बनकर पहुंचते हैं।
शिवनाथ नदी तट से कांवरियों कांवड में जल लेकर बोलबम की जयघोष करते मंदिरों तक पहुंचकर भगवान शिव का जलाभिषेक किया। भगवा पोशाक में कांवर लेकर चलते भक्तों का उत्साह देखकर वातावरण भक्तिमय हो गया। श्रद्धालुओं ने सुबह से मंदिरों में पहुंचकर घंटों पूजा-अर्चना की। परिजनों के साथ लोगों ने जल अर्पित कर अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए भगवान शिव से कामना की। युवा वर्ग भी भक्ति के वातावरण में पूजा-अर्चना करने मंदिरों में पहुंचे।