राजनांदगांव

प्रेमचंद सार्वकालिक रचनाकार हैं - अनिस
01-Aug-2022 9:51 PM
प्रेमचंद सार्वकालिक रचनाकार हैं - अनिस

राजनांदगांव, 1 अगस्त। छत्तीसगढ़ प्रगतिशील लेखक संघ राजनांदगांव इकाई द्वारा प्रेमचंद जयंती पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विधि महाविद्यालय राजनंादगांव के पूर्व प्राचार्य व अधिवक्ता अनिस अहमद ने कहा कि प्रेमचंद सार्वकालिक रचनाकार हैं। प्रेमचंद ने जिन सामाजिक,  आर्थिक समस्याओं का चित्रण किया है, वह आज भी मौजूद है। आमजन आज भी उससे जूझ रहे हैं। 

डॉ. लालचंद सिन्हा ने कहा कि प्रेमचंद की कहानियों की सहजता-सरलता पाठकों को जोड़े रखती है, पर प्रेमचंद ने अपने पात्रों को अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाते दिखाया है, वह आवाज आज मंद पड़ती जा रही है, यह चिंता का विषय है। वाईके तिवारी ने  प्रेमचंद की प्रासंगिकता को रेखांकित किया। 

मुन्ना बाबू ने प्रेमचंद के जीवन तथा व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। सिंधु ने प्रेमचंद के साहित्य अभिव्यक्त यथार्थ की विभिन्न परतों को उद्घाटित किया। उन्होंने  कहा कि प्रेमचंद की कहानियों में विषय की विविधता है, जो पाठकों को एकरसता से बचाती है। अंत में इकाई के अध्यक्ष प्रभात तिवारी ने कहा कि प्रेमचंद की कहानियों में जीवन की सच्चाई है, वह पाठकों के मर्म को स्पर्श करती है। कार्यक्रम में मुकेश रामटेके, विनायक राव घरडे भी उपस्थित थे। 
संचालन इकाई के सचिव पोषण वर्मा तथा आभार प्रदर्शन कलीम मोहम्मद कुरैशी ने किया।
 


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