राजनांदगांव

जहरीली दवाई से मारे गए पक्षियों के रक्त नमूनों की होगी जांच
01-Aug-2022 2:01 PM
जहरीली दवाई से मारे गए पक्षियों के रक्त नमूनों की होगी जांच

   दोषी किसान पर वन संरक्षण अधिनियम की धारा 9 के तहत अपराध दर्ज  
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 अगस्त।
अंबागढ़ चौकी के जरहाटोला में जहरीली दवाई से मारे गए पक्षियों के मामले में दोषी किसान पर वन संरक्षण अधिनियम की धारा 9 के तहत अपराध दर्ज किया जा रहा है। वहीं जहरीली दवाई से मारे गए पक्षियों के रक्त नमूनों की जांच के लिए लैब भेजने की तैयारी है।

मिली जानकारी के अनुसार अंबागढ़ चौकी के ग्राम पंचायत रंगकठेरा के आश्रित ग्राम जरहाटोला के खेत में जहरीले पानी पीने से दो सौ से अधिक दुर्लभ पक्षियों जिसमें मिट्ठू, गौरेया, कौंवा आदि की मौत हो गई। इस घटना की सूचना मिलने पर फारेस्ट के रेंज अफसर व डीएफओ मामले की सघन जांच में जुट गए हैं।

ज्ञात हो कि जिलेभर में इन दिनों खेती-किसानी का कार्य जारी है। किसान फसल उत्पादन के लिए खेती कार्य में जुटे हुए हैं। इसी क्रम में रंगकठेरा के आश्रित ग्राम जरहाटोला में एक किसान के खेत में जहरीले पदार्थ का खेत में छिडक़ाव किया गया था। खेत का जहरीला पानी पीने से खेत में ही दो सौ से अधिक पक्षियों की मौत हो गई। इस मामले में गांव की तरफ से वन विभाग को रविवार सुबह जानकारी दी गई। मौके पर अंबागढ़ चौकी वन अमला के रेंज  अफसर की टीम एवं डीएफओ कार्यालय की टीम पड़ताल के लिए पहुंची।

मिली जानकारी के अनुसार जरहाटोला में किसान के खेत में दो सौ से अधिक पक्षियों की मौत की यह पहली घटना है। जिसमें वन अमला चौकस होकर कार्रवाई में जुट गई है। आशंका जताई जा रही है कि जहरीले कीटनाशक के छिडक़ाव के चलते ऐसा हो सकता है, हालांकि पूरी बात जांच के बाद सामने आएगी। सूत्रों का कहना है कि किसान के खेत में जहरीले दवा का अधिक छिडक़ाव किया गया था, जो मानक दर से अधिक था। जैसे ही पक्षी प्यास बुझाने  पानी का सेवन किए वैसे ही उसकी मौत हो गई।

इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा करते दुर्ग संभाग के सीसीएफ बीपी सिंह ने कहा कि पक्षियों की मौत की घटना पर जानकारी ली जा रही है। कितने पक्षी मारे गए हैं, इसका आंकड़ा भी जुटाया जा रहा है।


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