राजनांदगांव
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2007 बैच आईपीएस रामगोपाल गर्ग नांदगांव में प्रोबेशनल भी रहे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 31 जुलाई। राजनांदगांव रेंज में करीब तीन साल बाद राज्य सरकार ने डीआईजी की तैनाती की है। यह पद लंबे समय से रिक्त था। राजनंादगांव रेंज में कवर्धा और राजनांदगांव शामिल है। सन् 2019 के बाद से डीआईजी पद पर किसी की नियुक्ति नहीं हुई थी।
शनिवार को जारी प्रशासनिक आदेश में 2007 बैच के आईपीएस रामगोपाल गर्ग को बतौर डीआईजी पदस्थ किया गया है। करीब तीन साल पहले आखिरी डीआईजी के रूप में आरएल डांगी ने सेवाएं दी थी। राजनांदगांव रेंज के अधीन दोनों जिले नक्सलग्रस्त हैं। सरकार की नियुक्ति को नक्सल गतिविधियों में काबू पाने से जोडकऱ देखा जा रहा है। रामगोपाल गर्ग हाल ही में केंद्र की प्रतिनियुक्ति से वापस लौटे हैं। डीआईजी नियुक्त हुए गर्ग ने आईपीएस अधिकारी के रूप में अपने कार्यकाल की शुरूआत राजनंादगांव से की थी।
छत्तीसगढ़ कैडर आबंटित होने के बाद राजनंादगांव जिले में गर्ग ने तत्कालीन पुलिस अधीक्षक स्व. विनोद चौबे के कार्यकाल में प्रोबेशनल अफसर के रूप में शुरू की थी। डोंगरगढ़ अनुभाग में उन्होंने कार्य किया था। इस दौरान अवैध शराब, जुआ-सट्टा को लेकर सख्ती बरती थी। श्री गर्ग ने बतौर एसपी बालोद, गरियाबंद और कोरिया में भी सेवाएं दी है। उनकी पदस्थापना से प्रशासनिक कसावट भी आएगी। वहीं नक्सल अभियान में उनकी तैनाती का लाभ मिलेगा।