राजनांदगांव
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भू-माफिया के पिता से 1963 में हुई थी खरीदी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 मई। खैरागढ़ क्षेत्र के ग्राम भंडारपुर के एक परिवार ने जिला प्रशासन से कृषि भूमि का कब्जा वापस दिलाने की गुहार लगार्ई है।
ग्राम भंडारपुर के सुकलिया और भूपेन्द्र लोध्ी ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपते कहा कि भूमि स्वामी की कृषि भूमि ग्राम भंडारपुर राजस्व निरीक्षक मंडल पांडादाह तह. खैरागढ़ जिला राजनंादगांव खसरा नं. 253 रकबा 3.26 एकड़ क्षेत्रफल, दो आवेदकों के नाम से दर्ज है, जिसे अनावेदक द्वारा जबरन कब्जा किया गया है, जिसे आवेदकों को वापस दिलाया जाए।
पीडि़तों ने ज्ञापन में कहा कि उनके पूर्वज सुरीत लोधी द्वारा वर्ष 1963 में 300 रुपए नगद देकर अनावेदक के पिता दीपचंद जैन से खसरा नंबर 228 जो वर्तमान में खसरा नंबर 253 का रकबा 3.26 एकड़ क्षेत्रफल को खरीदा था। जिसका विधिवत रजिस्ट्री उपरांत क्रेता सुरीतत को जमीन सैंप दिया गया था। क्रेता द्वारा वर्ष 1963 से 2001 तक कृषि कार्य कर रहा था। जिसमें क्रेता का ही कब्जा रहा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2002 में आवेदक के पिता स्व. सुरीत लोधी का स्वर्गवास हो गया। जिसका लाभ उठाकर अनावेदक द्वारा जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया गया है।
पीडि़तों ने बताया कि उनके पूर्वज स्व. सुखदेव लोधी व स्व. सुरीत लोधी के मृत्यु उपरांत खसरा नं. 253 रकबा 3.26 एकड़ क्षेत्रफल कृषि भूमि भंडारपुर में दर्ज था। जिसकी फौती की कार्रवाई के बाद वर्तमान में सुकलिया आ. सुरीत व भूपेन्द्र आ. सुखदेव ग्राम भंडारपुर पटवारी हल्का नं. 15 राजस्व निरीक्षक मंडल पांडादाह तह. खैरागढ़ के नाम से नामांतरण दर्ज किया गया है और वास्तविक किसान पुस्तिका आवेदकों के पास है। जबकि अनावेदक के पास किसी प्रकार की भू-अधिकार पत्र नहीं है, बल्कि आवेदकों के बल एवं आर्थिक कमजोरी का लाभ उठाकर गुंडागर्दी पूर्वक जमीन को हड़पने की बदनियती के साथ जमीन पर कब्जा किया हुआ है। पीडि़तों ने कलेक्टर से न्याय दिलाते कृषि भूमि जो भू-माफिया के कब्जा में है, जिसे छुडाया जाए और वास्तविक हकदार को दिलाई जाए और भू-माफिया के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए।