राजनांदगांव

बागी भाजपा पार्षद कांग्रेस सदस्यों के साथ अज्ञातवास में निकले
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 मार्च। छुईखदान नगर पंचायत अध्यक्ष दीपाली जैन के किस्मत का फैसला आगामी 7 मार्च को होगा। भाजपा की श्रीमती जैन बतौर अध्यक्ष अविश्वास प्रस्ताव के खतरे का सामना कर रही है। उनके ही पार्टी के पार्षदों ने मोर्चा खोलते हुए बीते दिनों कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा से मुलाकात कर अविश्वास प्रस्ताव के लिए लिखित में आवेदन दिया था।
श्रीमती जैन पर नगर पंचायत के कामकाज में परिजनों की दखल से निर्णय लेने का आरोप लग रहा है। दो साल बाद अविश्वास प्रस्ताव लाने की मियाद पूरी होते ही भाजपा के पार्षदों ने बगावत का झंडा उठा लिया है। कांग्रेस पार्षदों के साथ मिलकर अविश्वास प्रस्ताव के जरिये उन्हें हटाने की तैयारी चल रही है। इस तैयारी के बीच बागी पार्षद अज्ञातवास में चले गए हैं। वहीं कांग्रेस के पार्षद भी किसी गुप्त ठिकाने में शरण लिए हुए हैं। सियासी उठापटक में यह बात भी सामने आ रही है कि श्रीमती जैन पर नगर पंचायत में विधि सम्मत निर्णयों के पारित से पूर्व पार्षदों की राय नहीं लेना भी एक कारण बना है। उनके पारिवारिक सदस्यों की नगर पंचायत में दखलंदाजी से कांग्रेस से ज्यादा भाजपा के पार्षदों में नाराजगी थी।
15 सदस्यीय नगर पंचायत में भाजपा के 9 और कांग्रेस के 6 पार्षद हैं। 9 में से 7 पार्षदों ने दीपाली जैन को हटाने के लिए सहमति दी है। इस तरह भाजपा के 7 और कांग्रेस के 6 सदस्यों के एकजुट होते ही श्रीमती जैन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित होना लगभग तय है। उधर नगर पंचायत अध्यक्ष को पदच्युत करने के मुहिम में कुछ भाजपा नेताओं की भी अंदरूनी मिलीभगत है। इस मामले में अब तक संगठन की ओर से पहल नहीं की गई है। रूठे भाजपा पार्षदों को मनाने की दिशा में किसी भी आला नेता ने दिलचस्पी नहीं दिखाई है। माना जा रहा है कि भाजपा के दिग्गज नेताओं ने भी पूरे मामले में रूचि लेना जरूरी नहीं समझा। ऐसे में नगर पंचायत अध्यक्ष के पद पर भाजपा की कुर्सी डगमगा रही है। उस बीच कुछ पार्षदों को सैर-सपाटे के लिए भेजा गया है। चर्चा है कि भाजपा के ही एक दिग्गज नेता ने पार्षदों का खर्च उठाया था। इस मामले में संगठन की नरमी के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। कांग्रेस पार्षदों के साथ बागी भाजपा पार्षदों के एका से श्रीमती जैन के सामने कुर्सी को बचाने के लिए सियासी अड़चने खड़ी हुई है।