राजनांदगांव

नोटबंदी में नक्सलियों से मिली रकम से खरीदी संपत्ति को ईडी ने किया जब्त
19-Feb-2022 12:31 PM
नोटबंदी में नक्सलियों से मिली रकम से खरीदी संपत्ति को ईडी ने किया जब्त

दो सगे भाईयों ने बाजार में खपाए थे रूपए, जमानत में बाहर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 फरवरी।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नोटबंदी के दौरान नक्सलियों से मिले लाखों रूपए के जरिए जमीन-जायदाद की खरीदी करने के एक मामले में एक परिवार की संपत्ति को जब्त कर लिया है। राजनांदगांव जिले में यह पहला मौका है जब ईडी ने संपत्ति की जब्ती की है।

मामला यह है कि नोटबंदी के बाद खैरागढ़ के अरचेडबरी के रहने वाले अश्वनी वर्मा और तापेश वर्मा को नक्सलियों ने 29 लाख रूपए बाजार में खपाने के लिए दिया था। दोनों ने उक्त रकम के जरिए अनाज की खरीदी-बिक्री की। दोनों सगे भाईयों ने नोटबंदी की रकम से अपने क्षेत्र में अनाज का कारोबार किया। बाजार में अनाज को बेचने  से मिली राशि को दोनों ने नक्सलियों को वापस कर दिया। करीब पांच साल पहले अश्वनी और तापेश ने जमीन में 29 लाख रूपए का निवेश किया।

पुलिस ने पुख्ता जानकारी के आधार पर दोनों भाईयों को हिरासत में लिया। कड़ी पूछताछ के बाद नक्सलियों से रकम मिलने की पुष्टि होने पर दोनों के खिलाफ अवैधानिक गतिविधि रोकथाम अधिनियम 1967 की धारा 13, 21, 38, 39 के  तहत 5 मई 2018 को मुकदमा दर्ज किया गया था। नक्सलियों से मिले रकम के मामले की ईडी जांच कर रही थी।

ईडी ने आरोपों को सही मानते हुए उनकी संपत्ति को जब्त कर लिया है। दोनों भाई नक्सल मददगार होने के आरोप में लंबे समय तक जेल में रहने के बाद जमानत में बाहर है। यह मामला बिलासपुर स्थित एनआईए कोर्ट में विचाराधीन है।  ईडी ने राजनांदगांव जिले में नक्सलियों के सहयोग करने के मामले में पहली बार कार्रवाई की है। पुलिस इस कार्रवाई को नक्सल मददगारों के लिए कड़ा संकेत मान  रही  है।


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