रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 मई। राज्य के सबसे बड़े सरकारी मेकाहारा अस्पताल में आधी रात में आग लग गई।हॉस्पिटल के फर्स्ट फ्लोर कमरा नंबर 152 में बनी क्लिनिकल पैथोलॉजी में लगी।? देखते ही देखते आग ने लैब में रखे ब्लड यूरिन सेंपल रखने वाले फ्रिजर को अपने चपेट में ले लिया। इस घटना में चार पांच फ्रिजर जल गए। वही लैब के पास वाले वार्ड में अफरातफरी मच गई। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
दमकलकर्मियों नेआग पर काबू पाया। आग लगने का कारण अज्ञात है। वहीं अस्पताल अधीक्षक और सीनियर डॉक्टर्स समेत पुलिस के आलाधिकारी अस्पताल पहुंचे।
अस्पताल में बीते 6 माह में दूसरी बार आगजनी हुई। इससे पहले 5नवंबर को भी आग लग गई। आग आपरेशन थियेटर मेम लगी थी।उस वक्त एक मरीज को आपरेशन टेबल से उठाकर ले जाना पड़ा था । उस घटना की जांच के बाद स्वास्थ्य मंत्री, कमिश्नर, कलेक्टर, स्वास्थ्य सचिव, संचालक तक ने भविष्य में पुनरावृत्ति रोकने कई निर्देश दिए थे। इस घटना ने सारे निर्देशों के क्रियान्वयन की पोल खोल दी है।
इधर अस्पताल प्रशासन ने एक बयान में कहा कि आग इनक्यूबेटर मशीन में आग लग गई थी जिसके कारण से वहां धुआं उठने लगा था। जिसको देखकर ड्यूटी में मौजूद लोगों ने तुरंत इसकी सूचना अस्पताल के फायर फाइटर कर्मियों को दी। जिन्होंने फायर एक्सटिंग्विशर सिलेंडर की मदद से आग को बुझाया और आग पर काबू पा लिया। सूचना पर अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर आपात चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रदीप अग्रवाल ने पहुंचे गए।
आग कैसे लगी? इस बारे में अभी कोई पुख़्ता जानकारी नहीं है। इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने अस्पताल प्रबंधन से घटना की जानकारी ली और जांच कराने के निर्देश दिए हैं। इसको लेकर अस्पताल प्रबंधन ने साथ ही साथ पीडब्ल्यूडी विभाग के ई एंड एम विभाग से भी इस संदर्भ में जानकारी मांगी है।