रायपुर

श्रीशिवम के चोर ने 95 लाख का फर्जी चैक दे मकान की रजिस्ट्री कराई
13-May-2025 6:42 PM
श्रीशिवम के चोर ने 95 लाख का फर्जी चैक दे मकान की रजिस्ट्री कराई

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 13 मई। बिल्डर डेवलपर से  मकान की रजिस्ट्री करा फर्जी चैक देने वाले दो खरीदारों पर धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया गया है। आरोपी श्रीशिवम में हुई 35 लाख की चोरी के मामले में जेल में है।

डीडी नगर पुलिस के मुताबिक समता कालोनी 219/ सेक्टर 1 निवासी प्रकाश चंद जायसवाल (59) बिल्डर डेवलपर है। वह फर्म एस.ए.एस. बिल्डकॉन के नाम से 27 वर्षों से रियल स्टेट(कॉलोनाईजर) का कारोबार कर रहा है।  रायपुरा के सत्यम विहार में स्थित मंजीत ग्रीन सिटी के बाजु में शांति इन्क्लेव के नाम से बीते 10 वर्षों से  आवासीय प्रोजेक्ट चल रहा है। बीते  10 जनवरी 25 को बंटी रस्तोगी 31   शांति इन्क्लेव रायपुरा 4 बीएचके  मकान रू. 95,00,000/- में बेचा था। एमाउंट बडा होने से बंटी के  अनुरोध  पर बैंक लोन  बंटी रस्तोगी ने लोन के लिए मोहनिश श्रीवास्तव को काम दिया।  रजिस्ट्री के पहले बंटी रस्तोगी एवं मोहनिश श्रीवास्तव ने मौखिक  बताया कि बैंक ऑफ महाराष्ट्र, कटोरातालाब, रायपुर से 20 दिसंबर 24  को रू. 85,40,000/- चेक नं. 583905  दिया । इस पर जायसवाल ने 10 जनवरी 25 को बंटी रस्तोगी (क्रेता) के नाम  रजिस्ट्री कर दी।  रजिस्ट्री करने के पश्चात मोहनिश श्रीवास्तव से चेक लाने के लिए कहा गया तो उसने करीबन एक माह तक चेक देने के लिए  घुमाता रहा। इस पर बैंक जाकर पता किया तो वहां बताया गया कि यह चेक बनाया ही नहीं गया था। जिसके बाद मोहनिश श्रीवास्तव एवं बंटी रस्तोगी से हम लगातार चेक की मांग करते रहे, वह हमें चेक के बारे में गुमराह करता रहा। बाद में वह हमें रू. 82,23,788/- का चेक नं. 502126, आधार हाउसिंग फायनेंस  28 फरवरी 25 को बनवाकर क्रेता के फर्म के नाम से रूद्र जनरल स्टोर्स के बैंक ऑफ बडौदा के नाम से बनाकर दिया। इस चेक की भी मांग मोहनिश श्रीवास्वत से करते रहे। यह चैक भी नहीं दिया गया। दोनो  बार बार गुमराह करते रहे और वह चेक भी फर्जी  था। बंटी रस्तोगी ने प्रकाश से कहा अब रजिस्ट्री हो गयी है तो रजिस्ट्री पेपर को बैंक में मॉर्डगेज कराकर भुगतान करने की बात कही । अचानक  06 अप्रैल 25 को हमने विभिन्न समाचार पत्रों के द्वारा हमें पता चला कि श्री शिवम, पंडरी कपडा शॉप में मोहनिश श्रीवास्तव 30,00,000/- रू. चोरी करते हुए अपने साथियों सहित पकडा गया। इस पर  बंटी रस्तोगेी के साथ वह चेक की छानबीन करने आधार हाउसिंग फायनेंस लिमि. भाठागांव से संपर्क किया । तो वहां भी बताया गया  कि यह चैक भी  बनाया ही नहीं गया था। बंटी रस्तोगी के साथ आधार हाउसिंग फायनेंस लिमि. भाठागांव जाने के बाद पता चला कि उसे एक और बिजनेस लोन लेना है। करके वह हमें गुमराह करता रहा और अगले दिन पेपर में मोहनिस श्रीवास्तव के बारे में पता चलने के बाद वह भी शाम को अपना घर छोडकर कहीं चला गया बाद में उसे फोन करने पर कहा  कि  बाहर आया हूं कहकर गुमराह करता रहा। बाद में  सोसायटी के गॉर्ड के द्वारा फोन आया कि आपके 4 बी.एच.के. मकान में कुछ साफ सफाई हो रही है। कॉलोनी जाकर पता किया तो  बंटी रस्तोगी उस मकान को किसी और को 40 लाख रू. में बेचकर पावर ऑफ एटार्नी दे दिया। और उनसे टोकन के बतौर सामने वाली पार्टी से 20 लाख रू. ले लिया।  बंटी रस्तोगी एवं मोहनिश श्रीवास्तव के विरूद्ध धोखाधडी की कार्यवाही।


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