रायपुर
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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 जुलाई। राजधानी रायपुर की कॉलोनियों और गलियों में रात होते ही अंधेरा पसरने लगा है, जिससे आम नागरिकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नगरीय निकाय चुनाव के पांच महीने बीतने के बावजूद नगर निगम द्वारा स्ट्रीट लाइट सुधार की दिशा में कोई ठोस पहल नहीं उठाया।
शहर की कई प्रमुख और व्यस्त सडक़ों पर लगे स्ट्रीट लाइट पोल या तो बंद पड़े हैं, या फिर उनकी लाइटें खराब हो चुकी हैं। कुशालपुर और लाखेनगर क्षेत्र के रहवासी लगातार निगम कार्यालयों और विद्युत विभाग के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन शिकायतों के बावजूद स्ट्रीट लाइट सुधार कार्य लंबित पड़ा है।
स्थानीय पार्षदों को भी अवगत कराने के बावजूद कोई समाधान नहीं निकला है। रहवासियों का कहना है कि रात के समय अंधेरे के कारण चोरी, छेड़छाड़ और सडक़ हादसों की आशंका बढ़ गई है। शहर के कई डिवाइडर पर लगे लाइट पोल में से अधिकतर निष्क्रिय हो चुके हैं। कई स्थानों पर लाइटें लगी तो हैं। लेकिन वे महीनों से बंद पड़ी हैं। जिससे प्रतीत होता है कि निगम अमला या तो पूरी तरह लापरवाह है या फिर शिकायतों को गंभीरता से नहीं ले रहा।