रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 सितंबर। हरिजन सेवक संघ के 92 वें स्थापना दिवस के अवसर पर सदभावना सम्मेलन आयोजित किया गया । इस मौके सतगुरु माता सुदीक्षा ने कहा च्च्मानव सही मायनो में तभी मानव बनता है अगर वो हर भेद भाव से ऊपर उठकर सब में परमात्मा का रूप देखकर निष्काम भाव से सबकी सेवा करे। इस अवसर पर हरिजन सेवक संघ के अध्यक्ष डॉ. शंकर कुमार सान्याल व उप प्रधान नरेश यादव ने सतगुरु माता एवं निरंकारी राजपिता का अंग वस्त्र और सूती दुपट्टा पहनाकर स्वागत व सम्मान किया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा स्थापित इस धरोहर के स्थापना दिवस पर उन्ही की प्रेरणा का संकेत, एक चरखे का लघु स्मृतिचिह्न भी सेवक संघ की ओर से सतगुरु माता के प्रति समर्पित किया ।
इस अवसर पर संघ के छात्रों ने स्वागत गीत, सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया। निरंकारी इंस्टिट्यूट ऑफ म्यूजिक एंड आर्ट के बच्चों गांधी जी के प्रिय भजन च्च्वैष्णव जनज्ज् के अतिरिक्त अन्य भक्ति गीतगाए। संघ के अध्यक्ष ने गांधी जी और कस्तूरबा के मार्ग दर्शन का जिक्र किया। कार्यक्रम के अंत में संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन के सचिव जोगिंदर सुखीजा ने धन्यवाद देते हुए नवंबर में होने वाले 77 वें वार्षिक निरंकारी संत समागम के लिए भी आमंत्रित किया।