महासमुन्द

महासमुन्द, 11 मार्च। कलेक्टर डोमन सिंह ने भारतीय मानक ब्यूरो शाखा कार्यालय रायपुर के बी.गोपीनाथ के साथ बैठक ली। उन्होंने कहा कि स्वसहायता समूह के द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों का भी सर्टिफिकेशन की योजना है ताकि जिले के सहायता समूहों द्वारा बनायी जा रही उत्पादों की गुणवत्ता में विश्वसनीयता आए और उनकी बिक्री बढ़े। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डा. रवि मित्तल, अपर कलेक्टर जोगेन्द्र कुमार नायक सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
श्री गोपीनाथ ने बताया कि भारत में बीआईएस वह संस्था है जो गुणवत्ता स्तर की जांच करती है। सोने के सिक्के या गहने पर हॉलमार्क के साथ बीआईएस का लोगो लगाना जरूरी है। इससे पता चलता है कि बीआईएस की लाईसेंस वाली लैब में इसकी शुद्धता की जांच की गई है। इसके लिए नया नियम लागू होने के बाद सोने के गहनों को खरीदने वाले ग्राहकों को ठगना आसान नहीं होगा। प्रत्येक ज्वेलरी पर हॉलमार्क जरूरी होगा। नए उपभोक्ता कानून आने से 14, 18, और 22 कैरेट सोनें में हॉलमार्किंग जरूरी होगी। जल्दी ही केन्द्र सरकार हर जिलों में हॉलमार्किंग सेंटर खोलने की योजना बना रही है। सरकार ने अब तक देश के 34 जिलों में 921 हॉलमार्किंग सेंटर खोले हैं। श्री गोपीनाथ ने बताया कि जो लोग हॉलमार्क सेंटर खोलना चाहते हैं, ज्वेलर्स को बीआईएस रजिस्ट्रेशन कराना होगा। अगले सालों में देश के हर ब्लॉक में हॉलमार्क सेंटर खोले जायेंगे।