महासमुन्द

बसना के 3 सौ से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों की रंगाई-पुताई के लिए 20 लाख जारी, विवाद
06-Mar-2021 4:39 PM
बसना के 3 सौ से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों की  रंगाई-पुताई के लिए  20 लाख जारी, विवाद

शिकायत के बाद कर्मचारियों से राशि वापस ली गई

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 मार्च।
जिले के बसना ब्लॉक के 339 आंगनबाड़ी केंद्रों में रंगाई-पुताई के नाम पर 20.34 लाख रुपए जारी करने का मामला सामने आया है। इन केंद्रों की रंगाई और पुताई के लिए केंद्रवार 6-6 हजार रुपए कार्यकर्ताओं के खाते में डाले गए थे। शिकायत के बाद अब अधिकारी ने कार्यकर्ताओं से यह रकम वापस मांग ली है। 

चर्चा है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अपने हिसाब से केंद्र की रंगाई-पुताई करानी थी लेकिन अधिकारियों ने सभी केंद्रों की रंगाई का ठेका ही एक ही व्यक्ति को दे दिया था। अधिकारी अब कार्यकर्ताओं पर पैसे वापस करने का दबाव बना रहे हैं। मामला सामने आने के बाद अधिकारी मामले की पूरी जांच कर दोषियों के खिलाफ  क ार्रवाई करने की बात कर रहे हैं।

बसना ब्लॉक के चनाट और बाराडोली सेक्टर के आंगनबाड़ी केंद्र के कार्यकर्ताओं से पैसे वापस मांगने के बाद इन सेक्टर में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ताओं ने शिकायत की। 
प्राप्त जानकारी के अनुसार 20 जनवरी को बसना ब्लॉक के आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत कार्यकर्ताओं के खाते में 6-6 हजार रुपए जमा किए गए थे। उक्त राशि से कार्यकर्ताओं को अपने-अपने केंद्र की रंगाई-पुताई का काम कराना था। ज्ञात हो कि महासमुन्द ब्लॉक के आंगनबाड़ी केंद्रों के रंग-रोगन के लिए पिछले वर्ष राशि जमा हुई थी। महासमुन्द के 67 शहरी और 324 केंद्रों के लिए 6-6 हजार रुपए खाते में जमा कराया गया था। लेकिन इन कार्यकर्ताओं से भी पैसे वापस लेकर अधिकारियों ने सेंट्रलाइज्डज तरीके से केंद्रों का रंग-रोगन करा दिया था।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ की जिलाध्यक्ष द्रोपती साहू ने बताया कि रंगाई के नाम पर पैसे तो वापस लिए गए लेकिन केंद्रों का हाल काफी बुरा है। आंगनबाड़ी केंद्र के एक कमरे में चार दीवार होते हैं। लेकिन केवल तीन दीवार की रंगाई ही की गई है। भीतर की दीवारें पूरी तरह से खराब हो चुकी है। बाहरी दीवारों पर जो रंगाई का काम हुआ है, वह भी एक बारिश में पूरी तरह से धुल गया है। 

इस पूरे मामले में जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी मनोज सिन्हा का कहना है कि बसना ब्लॉक के आंगनबाड़ी केंद्रों की रंगाई-पुताई के लिए 6-6 हजार रुपए प्रति केंद्र के हिसाब से राशि कार्यकर्ताओं के खाते में जमा कराई गई है। रंग-रोगन का काम तो उन्हें ही कराना है। यदि अधिकारियों के द्वारा इस तरह का कृत्य किया गया है तो उनके खिलाफ जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। मैं आज ही अधिकारियों से इस सम्बंध में बात करता हूं।
 


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