महासमुन्द

पितृ पक्ष शुरू, तर्पण के लिए दोपहर का समय उपयुक्त
08-Sep-2025 3:43 PM
पितृ पक्ष शुरू, तर्पण के लिए दोपहर का समय उपयुक्त

 ‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

महासमुंद, 8 सितंबर। आज से पितृपक्ष शुरू हुआ है और पूरे पंद्रह दिनों तक श्राद्ध पक्ष जारी रहेगा। कही-कहीं पर पितृपक्ष कल रविवार से शुरू हुआ है।

हर वर्ष भाद्रपद पूर्णिमा से आरंभ होकर आश्विन अमावस्या तक यह पक्ष चलता है और इसे पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए अत्यंत पवित्र समय माना जाता है। इस दौरान लोग तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध करके पितरों को स्मरण करते हैं।

 7 सितंबर को भाद्रपद पूर्णिमा के साथ ही पूर्ण चंद्र ग्रहण के कारण कई घरों में तर्पण की शुरुआत नहीं हुई है। लेकिन पितृपक्ष का समापन 21 सितंबर को सर्वपितृ अमावस्या के साथ होगा। इस दिन सूर्य ग्रहण भी घटित होगा। ज्योतिषीय दृष्टि से यह संयोग अत्यंत दुर्लभ है। क्योंकि ऐसा योग पूरे 122 साल बाद बन रहा है। यही कारण है कि इस बार का पितृपक्ष विशेष महत्व रखता है।

महासमुंद नगर पंडित पंकज तिवारी के अनुसार ंपितृपक्ष में तर्पण का विशेष महत्व माना गया है। यह न सिर्फ पितरों की आत्मा की शांति के लिए किया जाता है, बल्कि पितृ दोष से मुक्ति पाने का उपाय भी है। सही समय, स्थान और विधि से किया गया तर्पण पुण्यदायी माना जाता है। तर्पण का सबसे शुभ समय दोपहर के बाद माना गया है। सुबह 11.30 से दोपहर 12.30 और  12.30 से 1.30 तक का समय तर्पण के लिए श्रेष्ठ माने जाते हैं। इस बार पूर्णिमा तिथि पर चंद्र ग्रहण होने के कारण श्राद्ध का समय दोपहर 12.57 बजे से पहले था। आज दोपहर एक बजे के बाद का समय उपयुक्त है।

तर्पण का स्थान परंपरा के अनुसार गंगा,यमुना, नर्मदा जैसी पवित्र नदियों के तट पर सबसे शुभ है। यदि नदी किनारे जाना संभव न हो, तो घर पर दक्षिण दिशा की ओर मुख करके तर्पण किया जा सकता है। वैसे लोगों ने अपने घरों के सामने चौक बना फूल रखकर पितरों को आमंत्रित किया है। 


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