महासमुन्द

किसानों-वाहन चालक से बलौदा पुलिस ने 80 हजार वसूले!
08-Sep-2025 3:39 PM
किसानों-वाहन चालक से बलौदा पुलिस ने 80 हजार वसूले!

 लगातार शिकायतें मिल रही थीं, एसपी ने थाना प्रभारी समेत पूरा स्टॉफ  बदला

गांजा तस्करों से फिक्सिंग के आरोप में पहले ही जिले के 4 आरक्षक निलंबित हैं

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

महासमुंद, 8 सितंबर। किसानों को डरा कर 80 हजार रुपए वसूलने के आरोप के बाद महासमुंद एसपी ने जिले के थाना प्रभारी समेत पूरा स्टॉफ  बदल दिया है। आरोप है कि छग से गाय खरीदकर ओडिशा के सोनपुर लौट रहे दो किसानों को गौ तस्करी में फंसाने का भय दिखाकर बलौदा चौकी पुलिस ने 4 लाख मांगे थे, लेकिन इतनी अधिक राशि नहीं होने के कारण 80 हजार रुपए वसूल लिए। इस शिकायत पर पुलिस अधीक्षक आशुतोष सिंह ने थाना प्रभारी सहित बलौदा थाने का पूरा स्टॉफ  हटाकर वहां नयी टीम तैनात कर दी। लेकिन किसानों के साथ हुई घटना पर कार्रवाई समाचार लिखते तक नहीं हो पाई है।ंंंंंं

गौरतलब है कि कल ही ‘छत्तीसगढ़’ अखबार में ही महासमुंद पुलिस पर 60 हजार रुपए लेकर गांजा तस्कर को छोडऩे संबंधी खबर प्रकाशित हुई थी। उक्त तस्कर को कवर्धा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस मामले में जिले के 4 आरक्षकों को निलंबित किया गया है। ंं

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ओडिशा के सोनपुर जिले के कलाकान्हू नायक और परीक्षित देवरी मुख्यमंत्री कामधेनु योजना के तहत गाय की खरीदी करने के लिए सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ छत्तीसगढ़ आये हुए थे। गाय खरीदकर वापस जाते समय बलौदा थाना अंतर्गत जांच चौकी पर उन्हें रोका गया और गौवंश की तस्करी का आरोप लगाते हुए थाना ले जाया गया। दोनों किसानों ने पुलिस को सभी दस्तावेज दिखाये। बावजूद उन्होंने इसे फर्जी कागजात कहते हुए किसानों से 4 लाख रुपए की मांग की और उनके कपड़े तक उतरवाकर थाना में बिठा दिया। पैसे नहीं देने पर उनके पास रखे 60 हजार रुपए पुलिस कर्मियों ने झटक लिये।

केवल यही नहीं किसानों के साथ आने वाले वाहन चालक तहसील कुम्हार को भी पुलिस की यातना का शिकार होना पड़ा। उसे भी पैसे नहीं देने पर झूठे केस में फैसा देने की धमकी दी गई। पश्चात वाहन चालक से 20 हजार रुपए लेकर उसे 3500 रुपए की रसीद दी गई। वाहन चालक ने इसका विरोध किया तो उसे धमका कर भगा दिया गया। किसानों के अनुसार इस मामले की शिकायत ओडि़शा के अधिकारियों से की गई। लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया। पुलिस अधीक्षक आशुतोष सिंह ने बताया कि मामले को एक माह से अधिक हो गया है। बलौदा थाना स्टॉफ  की लगातार शिकायतें मिल रही थीं। बहुत से कर्मी 6-7 साल से वहां पदस्थ थे। शिकायत के बाद थाना प्रभारी समेत थाने में तैनात सभी 15-20 कर्मियों को वहां से हटाकर नई तैनाती की गई है।

सूत्रों के अनुसार नुआपड़ा ओडिशा के एक मीडिया कर्मी द्वारा पुलिस महासमुद अधीक्षक महासमुंद से इस संबंध में चर्चा की गई। जिस पर पुलिस अधीक्षक ने किसानों से विधिवत शिकायत मिलने पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है।

बहरहाल, 20 दिन बाद भी मामला जस का तस दबा पड़ा है। लेकिन कुछ दिनों पूर्व अचानक बलौदा थाना के प्रभारी उत्तम तिवारी सहित कई स्टाफ  को वहां से हटाकर नये स्टाफ  की नियुक्ति करने से इस मामले की ओर लोगों का ध्यान गया।

इस मामले में नवपदस्थ थाना प्रभारी बलौदा सचिन गुमास्ता से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पूर्व कोतवाली में उनकी ड्यूटी थी। उन्हें तत्काल बलौदा थाने में ज्वॉइन करने के लिए कहा गया। पुलिस कर्मियों को यहांंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंं से क्यों हटाया गया हंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंै,ंंंंंंंंंंंंंंंंंं इसकी उन्हें जानकारी नहीं है।       


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