महासमुन्द

तहसीलदार से लिखित शिकायत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 3 मई। जिले के नयापारा खुर्द में शासकीय भूमि पर रातों-रात अवैध कब्जा करने का मामला सामने आया है। मामले की लिखित शिकायत ग्रामीणों ने तहसीलदार से की है।
सुशासन तिहार में गांव की ही महिला मुनिया साहू ने आवेदन में बताया कि ग्राम के तालाब की भूमि में झोपड़ी बनाकर अवैध कब्जा कर लिया। इसके बाद प्रशासन ने मौका देखने हल्का पटवारी कमल सिदार को भेजा। जिसने भी अवैध कब्जा की पुष्टि जांच रिपोर्ट में की। इस मामले में ग्रामीणों ने आरोप लगाते कहा कि बेशकीमती भूमि से कब्जा न हटाने में प्रशासन की भी मिलीभगत का संदेह है। खसरा नंबर 16 जो 0.32 हेक्टेयर की शासकीय भूमि है और रिकॉर्ड में तालाब के रूप में दर्ज है, पर तुलसी राम साहू ने करीब 2 माह पूर्व ईंट का मकान बना लिया।
मौका जांचने के बाद पटवारी कमल सिदार ने पंचनामा बनाकर जांच में पुष्टि की कि खसरा नंबर 16 कुल रकबा 2.69 हेक्टेयर पर टिन शेड और ईंट से अवैध निर्माण हुआ है। यह भूमि सडक़ किनारे होने से कीमती है। इस भूमि पर स्कूल के बच्चे आवागमन का उपयोग करते हैं। इसके बाद पड़ी रिक्त भूमि का उपयोग बच्चों के खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए करने दो महीने पहले स्कूल ने इस स्थल की सफाई की थी। अब इस दौरान भूमि पर अवैध कब्जा कर लिया गया है। ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी महीनों बीत गया निराकरण नहीं किया गया।
गांव के ठाकुर अनंत सिंह वर्मा ने इस शासकीय जमीन से बेजा कब्जा को मुक्त करने की शिकायत की थी।
आवेदन में लेख किया था कि तुलसीराम साहू नयापारा खुर्द पटवारी हल्का नंबर 4 लहरौद पिथौरा के शासकीय भूमि खसरा नंबर 16 जो की मिसल अभिलेख में तालाब मद में दर्ज है। जिसे तुलसीराम साहू ने 262 वर्गफीट में ईंट का कवेलू वाला मकान बना कर कब्जा किया है। ग्रामीणों की मांग है कि कीमती जमीन पर अवैध कब्जा तत्काल तोडक़र भूमि शासकीय परियोजना के लिए चिन्हांकित कर सुरक्षित किया जाए।
गांव वालों के मुताबिक तहसीलदार नितिन ठाकुर से संपर्क नहीं हो सका और एसडीएम ओंकारेश्वर सिंह कहते हैं कि मामले की जानकारी तहसीलदार से लो, वहीं जानेंगे।