महासमुन्द

पीएचई का दावा-11 मानकों पर होती है पीने के पानी की पूरी सीसी जांच, नहीं है कोई खराबी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,12 नवंबर। महानदी का पानी पीने योग्य हो गया है बताकर शहर के सभी टंकियों से पीने के पानी की सप्लाई शुरू हो गई है। 23 दिनों बाद यह व्यवस्था बहाल हुई है, लेकिन कुछ वार्डों में अभी भी पीने के पानी से बदबू आने की बात वार्डवासी कर रहे हैं। इस संबंध में पीएचई के ईई शंकर धकाते का कहना है कि पानी में किसी प्रकार की कोई खराबी नहीं है और पानी पूरी तरह से शुद्ध है।
उनका कहना है कि पानी की जांच 11 मानकों के आधार पर होती है। पीएचई की टीम ने इन 11 मानकों की जांच की है और इसी आधार पर रिपोर्ट जारी कर पानी को सामान्य बताया। लोग बदबू आने की जो शिकायत कर रहे हैं वो भी आने वाले समय में चली जाएगी।
उन्होंने कहा कि पानी पीने योग्य है। उनका पीएच मानक भी बैलेंस है। इसे पीने से स्वास्थ्य पर किसी प्रकार का बुरा असर नहीं पड़ेगा। वहीं पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने भी कहा है कि पानी पीने योग्य है। हमें नगरवासियों की पूरी चिंता है और हमने पूरी जांच पड़ताल के बाद ही पीने के पानी की सप्लाई व्यवस्था फिर से बहाल की है। जबकि वार्डवासियों ने पानी में हल्की दुर्गंध आने की शिकायत की है। शहर के लोगों का कहना है कि पानी में स्वाद नहीं आ रहा है और हल्की सी बदबू भी है।
लिहाजा नल के पानी का उपयोग निस्तारी के लिए कर रहे हैं। पीने के पानी बगल वाले घर से बोर का लाते हैं। पिछले एक महीने से बोर का पानी ही पी रहे हैं।