कोण्डागांव

डॉक्टरों ने दी सलाह-सावधानी ही सुरक्षा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 3 अगस्त। जिला अस्पताल में लगातार आई फ्लू का मामला दर्ज किया जा रहा है, यह आंकड़ा 1 अगस्त तक 100 के संख्या को कर चुका है। लगातार आई फ्लू का मामला बढऩे पर कोण्डागांव के जिला अस्पताल में पदस्थ नेत्र चिकित्सक ने सावधानी व सुरक्षा के हिदायत दिए हैं। सिविल सर्जन सह नेत्र विशेषज्ञ डॉ सीआर ठाकुर ने बताया कि, आई फ्लू का मामला सामूहिक क्षेत्रों में तेजी से बढ़ रहा है। इन सामूहिक क्षेत्रों में स्कूल, हॉस्टल या कार्यालय शामिल है। सामूहिक क्षेत्र में किसी को आई फ्लू की शिकायत मिलती है तो वहा बचाव के उपाय करना अति आवश्यक है।
कोण्डागांव के जिला अस्पताल में 24 जुलाई से 1 अगस्त तक एक सप्ताह में आई ओपीडी में लगभग 370 से अधिक मरीज पंजीकृत किए गए। इन 370 अधिक आई ओपीडी मरीजों में 100 से अधिक में आई फ्लू मामले की पुष्टि की गई है, जिनका घर में रहकर उपचार किया जा रहा हैं। आई फ्लू के संक्रमण को लेकर कोण्डागांव से सिविल सर्जन नेत्र विशेषज्ञ डॉ सीआर ठाकुर ने बताया कि वृद्धि का कारण सामूहिक स्थानों में बढ़ रहे संपर्क और अनुशासन की अभाव हो सकता है।
आई फ्लू का संक्रमण सीजऩली फैलने वाला वायरस है और यह बीमारी गर्मियों और मौसम के बदलाव के दौरान अधिक दिखता है। यह वायरस आंखो को बार बार छुने, संक्रमित व्यक्ति के आंखो को देखने, संक्रमित व्यक्ति के उपयोग वाले कपड़ा टावेल इत्यादि के इस्तेमाल से फैलता हैं।
आई फ्लू के लक्षण में आंखों का लाल होना व कीचड़ निकलना शामिल
कोण्डागांव के जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ सीआर ठाकुर ने बताया कि, इस बीमारी के लक्षण में आंखो का लाल होना, आंखो से कीचड़ निकलना, आंख में चूभन का एहसास, कभी कभी गर्मी या बुखार आना इत्यादि शामिल हो सकते हैं।
आई फ्लू से बचने के हैं सामान्य सावधानियां
आई फ्लू जैसे संक्रमण से बचने के लिए सामान्य सावधानियां बताई गई है।जैसे कि बार बार हाथ धोना, अधिकतम समय तक अपने हाथों को अपने चेहरे से दूर रखना, विशेष रूप से जब आप अपने नाक और मुंह को छूते हों, संक्रमित लोगों के बीच संपर्क में बचना चाहिए। किसी भी तरह के संक्रमण से बचने के लिए स्वयं के उपाय ही सुरक्षा और बचाव के प्रथम पहल हैं।
बिना डॉक्टर सलाह के दवाई ना लेने की दी गई हिदायत
जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने फ्लू से बचाव व इलाज के हिदायत देते हुए कहा कि, इसके सुरक्षा के लिए डॉक्टरों के सलाह का पालन करने की आवश्यकता है। डॉक्टरों ने बताया कि, यदि फ्लू होता है या इसकी संभावना होती है तो स्वयं से दवा की दुकान में जाकर कोई भी दवा नहीं लेना है, इससे संक्रमित घातक होने की संभावना है। अपने नजदीकी नेत्र चिकित्सक या नेत्र सहायक के सलाह के बगैर उठाया कदम गंभीर परिणाम दे सकते हैं।
स्वयं की सुरक्षा और दूसरों की सुरक्षा के लिए संबंधित नियमों और दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए। सावधानी और जागरूकता ही हमें सुरक्षित रख सकती है।