कोण्डागांव
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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 12 अप्रैल। जिला अस्पताल कोण्डागांव में पदस्थ चिकित्सा अधिकारियों ने 12 अप्रैल को अचानक सामूहिक अवकाश ले लिया है। इसके चलते कोण्डागांव के जिला अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। अवकाश लेने वाले डॉक्टरों के अनुसार, वे वर्क लोड अधिक होने से परेशान हैं, अस्पताल प्रबंधन से चर्चा के बावजूद कोई समाधान नहीं किया जा रहा है। ऐसे में वे सामूहिक अवकाश लेने के लिए विवश हो गए थे।
जानकारी अनुसार, कोण्डागांव के जिला अस्पताल में लगभग 15 मेडिकल अफसर डॉक्टरों की नियुक्ति की गई है। लेकिन इनमें से आधे से अधिक मेडिकल अफसर पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने या निजी कार्य के चलते सेवा में उपलब्ध नहीं है। इसके चलते वर्तमान में केवल 6 डॉक्टर ही कार्य पर मौजूद है।
कार्य पर मौजूद डॉ. बसंत टोड़, डॉ. लाल विजय सिंह ठाकुर व अन्य डॉक्टरों का कहना है कि, पूर्व में जितने डॉक्टर पदस्थ थे, उनमें से अधिकांश वर्तमान में कार्य में उपस्थित नहीं है। डॉक्टरों की कमी के चलते मौजूदा डॉक्टरों ने अस्पताल प्रबंधन से विकासखंड कोण्डागांव अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ चिकित्सा अधिकारियों को व्यवस्था के तौर पर जिला अस्पताल में संलग्न करने का निवेदन किया है, लेकिन उनके निवेदन को अनदेखा कर दिया गया है। वर्तमान में नाम मात्र के लिए कार्य पर उपस्थित डॉक्टरों से अनुपस्थित डॉक्टरों व उनके स्वयं का कार्य के तहत वर्क लोड बढ़ गया है। इसकी समस्या का समाधान नहीं हो पाने से भी सभी सामूहिक अवकाश ले लिया है।
उपचार के अलावा एमएलसी और पोस्टमार्टम जैसे अन्य कार्य की भी जवाबदारी
सामूहिक अवकाश लेने वाले चिकित्सा अधिकारियों के अनुसार जिला अस्पताल के कैजुअल्टी और ओपीडी में सेवा देने के अलावा उनके पास अतिरिक्त कार्य भी लिए जाते हैं।
इन अतिरिक्त कार्य में शव परीक्षण, एमएलसी, न्यायालय में गवाही, जागरूकता कार्यक्रम व अन्य कार्य शामिल हैं। इन सभी कार्यों को उन्हें चिकित्सा कार्य की तरह ही निष्पादित करना होता है।
आईपीडी में 200 से अधिक, ओपीडी में 500 मरीज की जिम्मेदारी
शासकीय आंकड़ों के अनुसार कोण्डागांव के जिला अस्पताल में लगभग 200 से अधिक मरीज भर्ती हैं, वहीं लगभग 500 से अधिक मरीज प्रतिदिन ओपीडी उपचार के लिए पंजीकृत किए जाते हैं। इन सभी का जिम्मेदारी मेडिकल ऑफिसर के कंधे होता हैं।
बिना परमिशन के छुट्टी में जाना अवैधानिक - प्रभारी जिला अस्पताल सीएस
जिला अस्पताल के प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. एस नागूलन ने बताया कि, किसी भी डॉक्टर को यदि अवकाश चाहिए तो विधिवत प्रक्रिया के तहत अवकाश ली जाती है। वर्तमान में सामूहिक अवकाश लेना अवैधानिक है। रही बात डॉक्टरों की नियुक्ति की तो इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और जिला अस्पताल के सिविल सर्जन ही अधिक जानकारी दे पाएंगे। फिलहाल व्यवस्था बनाते हुए विशेषज्ञ डॉक्टरों एवं अन्य संस्था में पदस्थ चिकित्सा अधिकारियों से कार्य लिया जा रहा है।