कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 15 जुलाई। लिंगो गोटूल मांदरी टीम राहटीपारा बालेंगा की टीम पहली बार दूरदर्शन केन्द्र जगदलपुर में अपनी संस्कृति को दिखाने का प्रयास किया।
छत्तीसगढ़ में अलग-अलग संस्कृति और सभ्यता के लोग रहते हैं। यदि बात बस्तर की करें तो यहां कि संस्कृति हजारों साल पुरानी है। आज भी बस्तर के आदिवासी अपनी पुरानी रीति रिवाज और संस्कृति को सहेजे हुए हैं।
बस्तर जिले के जगदलपुर दूरदर्शन केन्द्र में लिंगों गोटूल मांदरी टीम राहटीपारा के द्वारा (बालेंगा) उपखंड हरवेल ब्लाक बड़ेराजपुर में अध्यक्ष फुलदास नेताम उपाध्यक्ष सुरेश नेताम गायक सहदेव नेताम गायिका आरती नेताम सचिव शिवलाल नेताम सह सचिव सुरेन्द्र नेताम सदस्य, दिनेश,रजनू, सतू, सुरजन ,रूपेश,रमेश, हिरासिंग, चैनू पदमावाती, अमित्रा,जैयमो धरमबाई,रैमा, सातोंन पहलीबार दूरदर्शन जगदलपुर में अपनी संस्कृति को दिखाने का प्रयास किया । छत्तीसगढ़ दूरदर्शन चैनल में वीडियो दिखेगा। फुलसिंग नेताम (शिक्षक )सुकमन मरकाम (सरपंच ग्राम बालेगा) अर्जून मरकाम(पंच )सुकमन नेताम ( ज.प. अध्यक्ष बड़ेराजपुर ) बोधा राम नेताम दशरथ नेताम आदि मौजूद रहे।