कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 17 दिसंबर। कोंडागांव जिले के फरसगांव ब्लाक के प्राथमिक शाला के शासकीय कसाईपारा और कसाई फरसगांव में एकल शिक्षक होने के कारण बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है।
जिले के 383 प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों के खाली पद नहीं भरे जा सके हैं। ऐसे में प्राथमिक शाला कसाईपारा भी एकल शिक्षक के भरोसे ही चल रहा है। जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में शिक्षकों की कमी के कारण बच्चों की पढ़ाई ठीक से नहीं हो पा रहा है। एक ओर राज्य सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए स्वामी आत्मानंद स्कूलों की संचालन कर रही है, लेकिन वहीं पूर्व से संचालित प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में शिक्षकों की कमी के कारण बच्चों के भविष्य खतरे में है, जिसके कारण ही गांव के बच्चे आगे बढ़ नहीं पा रहे, क्योंकि प्रारंभिक शिक्षा ही उनको नहीं मिल पा रहा है।
एक शिक्षक 49 बच्चे हर दिन दो ही विषय पढ़ाई
प्राथमिक शाला कसाईपारा की शिक्षिका दिनेश्वरी गोटा ने बताई की स्कूल में कुल 49 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। पहली कक्षा में 14 दूसरी में 12 तीसरी में 10 चौथी में 6 और कक्षा पांचवीं में 7 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। कुछ माह पूर्व एक शिक्षक की मौत हो गई थी, तब से लेकर आज तक मैं ही अकेले पढ़ा रही हूं।
शिक्षिका ने बताया कि पहली से लेकर तीसरी तक बच्चों को एक साथ पढ़ा रही हूं। वहीं चौथी और पांचवीं के बच्चों को अलग-अलग। हर दिन दो-दो विषय पढ़ाती हूं। संकुल सीएससी को ट्विटर की भर्ती के लिए बोल चुकी हूं, लेकिन अब तक व्यवस्था नहीं हो पाया है, जिसके कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्राथमिक शाला से सटे माध्यमिक शाला में 28 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं जिनके लिए 2 शिक्षक और एक ट्यूटर है।
जिला शिक्षा अधिकारी अशोक पटेल ने बताया कि जहां भी एकल शिक्षक है वहां पर ट्यूटर की भर्ती करने को कहा गया है। यदि माध्यमिक शाला में शिक्षकों की संख्या अधिक है तो वे भी प्राथमिक शाला में पढ़ा सकते हैं, इसकी व्यवस्था ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, बीआरसी व सीएससी ये सब कर सकते हैं,जिसके लिए हमारे द्वारा पत्र जारी भी किया गया।