कोण्डागांव

समय की बचत के साथ हो रही है सुविधा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 7 दिसम्बर। राज्य सरकार की किसान हितैषी नीति समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, समर्थन मूल्य पर कोदो-कुटकी एवं रागी का उपार्जन, समर्थन मूल्य पर अरहर-उड़द एवं मूंग की खरीदी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना से आदान सहायता इत्यादि से प्रदेश के किसानों में खुशहाली है। वहीं दूरस्थ इलाके के किसानों की धान खरीदी के लिए समीप में नवीन धान खरीदी केन्द्रों की स्वीकृति से किसानों को अपने उपज बेचने के लिए सहूलियत हो रही है और उनका समय और खर्च की बचत हो रही है।
जिले के कोण्डागांव तहसील अंतर्गत नवीन धान खरीदी केन्द्र मालगांव में धान विक्रय के लिए आये किसानों ने इस बारे में अपनी खुशी का इजहार करते हुए अपने गांव के समीप धान खरीदी केन्द्र खोलने हेतु राज्य सरकार के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए बताया कि यहां पर क्षेत्र के भीरागांव, मालगांव, सिदावंड, करकटी, निलजी, कतावंड,कुम्हारी आदि 10 गांवों के किसानों को अब 10 किलोमीटर दूर चिपावंड जाकर धान विक्रय करने की परेशानी से निजात मिल गयी है। अब सुबह जल्दी से मालगांव धान खरीदी केन्द्र पर आकर अपने धान की तौल करवाने के पश्चात घर के दूसरे काम का निपटारा हो रहा है।
मालगांव नवीन धान खरीदी केन्द्र के प्रभारी मानकू देवांगन ने बताया कि इस धान खरीदी केन्द्र में कुल 480 किसानों ने धान विक्रय के लिए पंजीयन कराया है और अब तक 20 किसानों ने 1118 क्विंटल धान का विक्रय किया है। नवीन धान खरीदी केन्द्र मालगांव में धान खरीदी के लिए पर्याप्त बारदाना सहित तिरपाल, डनेज की व्यवस्था और किसानों के लिए पेयजल व्यवस्था सुलभ है।
मालगांव धान खरीदी केन्द्र पर अपने धान बेचने आये 4 एकड़ कृषि भूमि के स्वामी किसान जयप्रकाश मरकाम स्थानीय हल्बी बोली में बताते हैं कि बीते साल 39 क्विंटल धान विक्रय किये, जिसकी राशि तुरंत दो दिन बाद बैंक खाते में जमा हो गई थी। वहीं राजीव गांधी किसान न्याय योजनान्तर्गत सहायता राशि की तीन किश्त मिल चुकी है। इस साल धान की अच्छी पैदावार होने से 59 क्विंटल धान बेचने लाये हैं।जिससे बढ़े हुए समर्थन मूल्य का फायदा मिलने सहित राजीव गांधी किसान न्याय योजना से भी ज्यादा सहायता राशि मिलेगी।
उन्होंने किसानों की बेहतरी की दिशा में किये जा रहे प्रयासों को सराहनीय निरूपित करते हुए कहा कि अगले साल अपने डेढ़ एकड़ टिकरा भूमि में कुटकी की फसल लेंगे, ताकि उसे भी समर्थन मूल्य पर विक्रय कर अतिरिक्त आमदनी कर सकें। इस नवीन धान खरीदी केन्द्र पर मालगांव के ही एक अन्य किसान शंकर कोर्राम ने 40 क्विंटल धान का विक्रय किया।
उन्होंने बताया कि विगत वर्ष चिपावंड धान खरीदी केन्द्र में 44 क्विंटल धान विक्रय किया था, जिसकी राशि बैंक खाते में भुगतान की गई थी। वहीं राजीव गांधी किसान न्याय योजना की 3 किश्तों में मिली सहायता राशि का उपयोग खेती-किसानी कार्य के लिए खाद, मजदूरी देने सहित दीवाली के अवसर पर बच्चों के लिए कपड़े खरीदने में किये। अपने खेती-किसानी की आय से 5 सदस्यीय परिवार का भरण-पोषण करने वाले किसान शंकर कोर्राम ने ट्यूबवेल से सिंचाई कर 3 एकड़ रकबा में मक्का लगाने की बात कही।
ज्ञातव्य है कि जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में कुल 61 धान खरीदी केन्द्रों पर समर्थन मूल्य पर धान का उपार्जन किया जा रहा है। जिसमें इस वर्ष स्वीकृत नवीन धान खरीदी केन्द्र सरगीपाल,आलोर, मगेदा एवं मालगांव भी सम्मिलित हैं। जिले में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के तहत इस साल 49038 किसानों ने धान विक्रय के लिए पंजीयन कराया है। जिसमें 4921 नवीन पंजीकृत कृषकों का 7269 हेक्टेयर रकबा सम्मिलित है। जिले में अब तक 14370 किसानों द्वारा 63010 मैट्रिक टन धान का विक्रय धान खरीदी केन्द्रों में किया गया है।