धमतरी

बेटा भी फौज में, हरियाणा में होने के कारण नहीं पहुंच सका, बेटियों ने दिया मुखाग्नि
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 1 जुलाई। कारगिल युद्ध में शामिल रहे रिटायर्ड फौजी रुद्रेश्वर साहू का कल दिल का दौरा पडऩे से निधन हो गया। उनकी अर्थी को कंधा देने बेटा थानेश्वर साहू कुछ कारण से नहीं पहुंच सके। वह भी इंडियन आर्मी में है और हरियाणा के अंबाला में पदस्थ हैं। उनकी बेटियों ने अर्थी को कंधा देकर मुखाग्नि दी।
रुद्रेश्वर साहू का 2 फरवरी 1991 में इंडियन आर्मी में नासिक में चयन हुआ था और 2017 में सेवानिवृत्त हो गए। इस दौरान वह जम्मू कश्मीर, मेरठ समेत कई जगह पर पदस्थ रहे और कारगिल युद्ध भी शामिल होकर देश की सुरक्षा में अहम जिम्मेदारी निभाई थी।
सेवानिवृत्त होने के बाद भी वे आर्मी में जाने के लिए युवाओं को प्रोत्साहित किया करते थे। उनका कल दिल का दौरा पडऩे से निधन हो गया, पर जीवन के अंतिम सफर में उनका बेटा अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सका, क्योंकि वह भी हजारों किलोमीटर दूर आर्मी में पदस्थ होकर देश की सुरक्षा में तैनात है।
अब ऐसे में बेटी रेखा साहू, डाली साहू और बहू खुशबू ने मिलकर पिता की अर्थी को कंधा देकर मुखाग्नि दी, जिसे देख कर हर किसी की आंखें नम हो गई।