धमतरी
दानपत्र योजना का ड्रा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 27 अक्टूबर। नव आनंद कला मंदिर नगरी द्वारा आयोजित नगर स्तरीय नवदुर्गा एवं विजयदशमी महोत्सव के समापन अवसर पर मंगलवार को आयोजित संजय सुरीला नाईट सरगुजा का छत्तीसगढ़ी रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हाईस्कूल मैदान नगरी में किया गया।
छत्तीसगढ़ी लोककला संस्कृति पर आधारित इस कार्यक्रम का आनंद उठाने दुर दुर से लोग बड़ी संख्या में पहुंचे थे। समिति के पदाधिकारियों ने टनाटन टुरी फेम मशहूर कलाकार संजय सुरीला का आत्मीय स्वागत किया तथा स्मृति चिन्ह भेंट किए। संजय सुरीला के ख्यातिप्राप्त गीतों ने शुरू से समा बांध कर रखा। भावपुर्ण सुमधुर गीत, संगीत ,बेहतरीन वेशभूषा, मनमोहक कोरियोग्राफी, प्रभावशाली परिकल्पना, आकर्षक लाईट डेकोरेशन तथा दमदार ध्वनि व्यवस्था से ओतप्रोत यह टीम लम्बी दूरी तय करते हुए नगरी में प्रथम प्रस्तुति देने पहुंची थी। करमा कुहुकि गाबे मांदर के ताल म..टनाटन टुरी तोर बाल खुला खुला..हाय रे सरगुजा नाचे.. जैसे ख्याति प्राप्त गीतों के अलावा नये गीतों की धमाकेदार प्रस्तुति ने लोगों को झुमने से नहीं रोक सका। सहज व सरल व्यक्तित्व वाले संजय सुरीला ने आयोजक समिति की की कार्यशैली की प्रशंसा की।
कार्यक्रम के दौरान समिति के भव्य दानपत्र योजना का ड्रा किया गया। जिसमें प्रथम पुरस्कार आल्टो कार का नंबर 26631, द्वितीय पुरस्कार एच एफ डिलक्स का नंबर 13355, तृतीय पुरस्कार पुरस्कार टीवीएस एक्सल का, नंबर 16785, चतुर्थ पुरस्कार फ्रीज का नंबर 23054,पंचम पुरस्कार वाशिंग मशीन का नंबर 20046, षष्ठम पुरस्कार एलईडी टीवी का नंबर 19755, सप्तम पुरस्कार स्पेयर का नंबर 26117, सांत्वना पुरस्कार दो मोबाईल सेट का नंबर क्रमश: 27901,22335 लाटरी सिस्टम से पारदर्शीपूर्वक निकाला गया। ड्रा में नगरी से बाहर के लोगों ने महती भूमिका निभाई। ड्रॉ में शामिल हुए लोगों ने ड्रा करने के तरीके को निष्पक्ष व पारदर्शी कहा।
अंत में सचिव शैलेंद्र लाहौरिया ने इसमहाआयोजन में प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष सहयोग करने के लिए नगर पंचायत नगरी, अधिकारियों, कर्मचारियों, व्यवसायियों, पुलिस प्रशासन, इलेक्ट्रॉनिक तथा प्रिंट मीडिया, प्रतिमा तथा भोजन व्यवस्था के दानदाताओं,नगर के समस्त रामायण मण्डलियों, नगर वासियों तथा क्षेत्रवासियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
आयोजन को सफल बनाने में समिति के अध्यक्ष प्रकाश सोनी कोषाध्यक्ष अनिल वाधवानी, सहसचिव अशोक पटेल, उपाध्यक्ष होरी लाल पटेल, सुरेश साहू, बलजीत छाबड़ा, कमलेश प्रजापति, नरेंद्र नाग, हरीश यादव सत्यम भट्ट, मार्गदर्शक नरेश छेदैहा, बृजलाल सार्वा, गजेन्द्र कंचन के अलावा परसादी राम चंद्रवंशी, दीनदयाल यादव आदि का योगदान रहा।


