दन्तेवाड़ा
दंतेवाड़ा, 8 नवम्बर। मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत जयंत नाहटा द्वारा सीईओ, जनपद पंचायत, कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, एसडीओ, उप अभियंता , पीओ नरेगा, बीपीएम एनआरएलएम, बीसी आवास, एसबीएम एवं तकनीकी सहायकों की बैठक ली गई। इस दौरान विभिन्न योजनाओं की प्रगति संबंधी जानकारी ली गई।
इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण)-वर्ष 2024-26 में स्वीकृति हेतु लंबित 930 आवास हितग्राहियों से आवष्यक दस्तावेज संकलित कर 01 सप्ताह के भीतर शतप्रतिशत स्वीकृत करने, पहुँच विहीन क्षेत्रों में दस्तावेज संकलन हेतु रोजगार सहायकों की ड्यूटी लगाकर संकलित कर अविलंब स्वीकृत किए जाने, तथा इस संबंध में जिला समन्वयक, आवास को प्रतिदिन वीसी के माध्यम से समीक्षा करने, 2677 स्वीकृत आवासों में प्रथम किस्त जारी एवं 3896 आवासों को प्लिंथ करने, के साथ-साथ आवास कार्य में रुचि नहीं रखने वाले सचिवों के विरूद्ध कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा बैठक में विशेष परियोजना- अंतर्गत लक्ष्य अनुसार हितग्राहियों का सर्वे कार्य पूर्ण करने तथा स्वीकृत आवासों में प्रगति लाने, पंचायत सचिवों को आवासों को निरीक्षण कर कोबो एप्प में एन्ट्री किए जाने हेतु सभी सीईओ जनपद पंचायतों को निर्देषित भी किया गया।
बैठक में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अंतर्गत प्रगतिरत सामुदायिक शौचालय निर्माण कार्यो को पूर्ण कराने, जनपद पंचायतों में मुक्तिधाम निर्माण हेतु प्रस्ताव अविलंब उपलब्ध कराने, व्यक्तिगत शौचालय स्वीकृति हेतु प्रस्ताव प्रेषित करने तथा प्रति शनिवार स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित किये जाने हेतु प्रचार-प्रसार करने को भी कहा गया।
सीईओ ने मनरेगा जल शक्ति अभियान अंतर्गत लक्ष्य अनुसार अप्राप्त प्राक्कलनों के लिए तकनीकी सहायकों पर अप्रसन्नता व्यक्त किया गया। लक्ष्य अनुसार अधोसंरचनाओं का प्राक्कलन एवं स्वीकृत आवासों में सोख्ता गड्ढा निर्माण हेतु प्राक्कलन इस कार्यालय को अविलंब ही उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया है।
सीईओ ने कहा कि जहां एनआरएलएम के अंतर्गत परिवार सेचुरेशन में प्रगति कम हैं, वहां नवम्बर 2025 तक 90 प्रतिशत् करें। साथ ही उन्होंने आरएफ, सीआईएफ एवं वीआरएफ की राशि अविलंब जारी करने, बैंक लिंकेज आवेदन प्राप्त कर वितरण की कार्यवाही सुनिश्चित करने, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना अंतर्गत मृत परिवारों को क्लेम इस सप्ताह निराकरण करने को भी कहा।


