दन्तेवाड़ा

एनएमडीसी का लौह अयस्क उत्पादन फिर से पटरी पर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली/किरंदुल, 29 जून। चार दिन की ठप पड़ी परियोजनाएं, करोड़ों का नुकसान और सैकड़ों कर्मियों की रुकी ड्यूटी, आखिरकार रविवार को संयुक्त पंचायत दंतेवाड़ा का धरना शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त हो गया। एनएमडीसी के दोनों परियोजना बचेली व किरंदुल के प्रमुखों द्वारा इस संबंध में अपर कलेक्टर को दिये लिखित आश्वासन के बाद यह आंदोलन समाप्त हुआ।
मिली जानकारी के अनुसार धरने के चौथे दिन किरंदुल में एनएमडीसी प्रबंधन, स्थानीय प्रशासन और संयुक्त पंचायत के बीच एक निर्णायक बैठक हुई। लिखित पत्र के अनुसार एनएमडीसी द्वारा सहमति दी जाती है कि संयुक्त पंचायत द्वारा स्थानीय बेरोजगार युवाओं को प्राथमिकता देने के संबंध में समुचित निर्णय होने पर ही एल-1 व एल-2 की भर्ती प्रक्रिया की अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। साथ ही एनएमडीसी द्वारा अपने उच्च कार्यालय से समन्वय कर उचित निर्णय लिया जाएगा, एल-1 व एल-2 भर्ती प्रक्रिया को इस वित्तीय वर्ष के अंत तक अंतिम आदेश सहित जारी किया जाएगा।
गौरतलब है कि धरना 26 जून से जारी था, जब स्थानीय युवाओं की भर्ती में उपेक्षा और तीन अन्य मांगों को लेकर संयुक्त पंचायत ने एनएमडीसी की बचेली और किरंदुल परियोजनाओं के बाहर मोर्चा खोल दिया था। कर्मचारियों की ड्यूटी बसों को रोका गया, कार्यस्थलों तक पहुंचने नहीं दिया गया, और नतीजा यह हुआ कि एनएमडीसी का लौह अयस्क उत्पादन पूरी तरह से ठप हो गया था।
इस बीच कंपनी को करोड़ों रूपये का नुकसान हुआ। लेकिन अब, लिखित सहमति मिलने के बाद दूसरी पाली से उत्पादन फिर शुरू हो गया है।
विदित हो कि एनएमडीसी बचेली, किरंदुल व दोणोमलै परियेाजना में 995 पदों पर भर्ती निकली है। पिछले तीन दिनों से ही प्रशासन, प्रबंधन व संयुक्त पंचायत के मध्य बैठक व वार्तालाप चलता था, लेकिन वार्ता विफल होने के बाद चौथे दिन रविवार को निर्णायक बैठक हुई।