दन्तेवाड़ा

संयुक्त पंचायत का धरना आज से, प्रोजेक्ट बंद का आह्वान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली/किरंदुल, 26 जून। एनएमडीसी परियोजनाओं में स्थानीय युवाओं की उपेक्षा के खिलाफ आज 26 जून से संयुक्त पंचायत दंतेवाड़ा द्वारा अनिश्चितकालीन धरने का आगाज किया जाएगा। आंदोलन की मुख्य मांग है कि बचेली व किरंदुल परियोजनाओं में होने वाली भर्तियों में स्थानीय बेरोजगार युवाओं को प्राथमिकता दी जाए।
संयुक्त पंचायत ने इस बात पर कड़ा ऐतराज जताया है कि एनएमडीसी द्वारा हाल ही में जो भर्ती प्रक्रिया घोषित की गई है, वह खुली भर्ती प्रणाली के तहत सम्पूर्ण भारत के लिए है, जबकि इन परियोजनाओं के संचालन से प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को ही रोजगार का पहला अधिकार मिलना चाहिए।
पंचायत पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि बस्तर जैसे आदिवासी व पिछड़े क्षेत्र में न तो पर्याप्त शैक्षणिक संस्थान हैं और न ही प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए संसाधन। ऐसे में देशभर के अभ्यर्थियों से प्रतियोगिता करना यहां के युवाओं के लिए असंभव जैसा है। इसके परिणामस्वरूप स्थानीय युवा बेरोजगार रह जाते हैं, जबकि बाहरी लोग नौकरी पा जाते हैं।
उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र एक अनुसूचित क्षेत्र है जो कि 5वीं अनुसूची के अंतर्गत आता है। एनएमडीसी के खदानों का जब भी लीज नवीनीकरण, पर्यावरण क्लियरेंस या क्षमता विस्तार की बात आती है, तब एनएमडीसी प्रबंधन के द्वारा नौकरियों में स्थानीय बेरोजगार युवाओं की नौकरी में प्राथमिकता देने की बात की जाती है, लेकिन जब नौकरियों में भर्ती की बारी आती है, तब भर्ती प्रक्रिया को खुला कर संपूर्ण भारत से भर्ती किया जाता है।
इस संबंध में संयुक्त पंचायत ने प्रशासन को इस आंदोलन के बारे में सूचित किया। पत्र के माध्यम से अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), एसडीओपी किंरदुल, थाना प्रभारी बचेली व किरंदुल, व एनएमडीसी की दोनों परियोजना को अवगत कराया गया है। इस आंदोलन से परियोजना कार्य लौह अयस्क का उत्पादन प्रभावित होगा।