‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 15 सितंबर। छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के तत्वावधान में तालुक विधिक सेवा समिति खैरागढ़ में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें प्रकरण के पक्षकारों को भौतिक रूप से एवं वर्चुअल कांफ्रेंसिंग दोनों मुख्य माध्यम से मामले में सुलह की सुविधा प्रदान की गई। नेशनल लोक अदालत में 1,15,488 मामलों का निपटारा हुआ, जिसमें कुल अवार्ड 86 लाख 76 हजार सौ 125 रु. पारित हुआ।
नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ पक्षकारों द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और डॉ. भीमराव अम्बेडकर के तैल चित्र पर पूजा अर्चना कर की गई। जिसमें डीजे मोहनी कंवर, सीजेएम निधि शर्मा, जेएमएफसी आकांक्षा खलखो, संपूर्ण कोर्ट स्टाफ सहित पैरालीगल वालंटियर गोलूदास साहू ,छविराज सहित समस्त पक्षकारगण, अधिवक्ता गण शामिल हुए।
न्यायाधीश मोहनी कंवर जिला एवं अपर सत्र न्यायालय खैरागढ़ के 27 प्रकरणों को पक्षकारों से सहमति उपरांत मामले का निपटारा कर उन्हें लाभान्वित किया गया इनमें 03 दावा प्रकरणों में कुल अवार्ड राशि 32 लाख 80 हजार रू., अदर सिविल केसेस 05 में 23 लाख 98 हजार 375 रू. 1 क्रिमिनल कंपाउंडेबल केसेस 4 लाख 10हजार रु में हुआ वही प्री लिटिगेशन के नगर पालिका खैरागढ़ के 15 मामले में 133370 रुपए, बीएसएनएल के 3 मामले में 5500 में हुआ।
इसी प्रकार निधि शर्मा मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट खैरागढ़ के ट्रैफिक चालान में 234 मामलों में 23400 रू और वहीं कैसेस ऑफ यू/एस 321, 258 सीआरपीसी एंड ऑल अदर पेटी ऑफेंस ईटीसी बाय स्पेशल सीटिंग मजिस्ट्रेट के 289 प्रकरणों में 1,92,000 रूपए, 540742 रू की अवार्ड राशि पास हुआ और 17आपराधिक मामलों और अदर सिविल केसेस 01,एन आई एक्ट138 चेक बाउंस के 01 मामले में मामले में भी समझौता हुआ। आकांक्षा खलखो न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी न्यायालय में ट्रैफिक चालान में 137 मामलों में 13700 रू और वहीं कैसेस ऑफ यू/एस 321, 258 सीआरपीसी एंड ऑल अदर पेटी ऑफेंस ईटीसी बाय स्पेशल सीटिंग मजिस्ट्रेट के 63 प्रकरणों में 55500रू अवार्ड राशि पास हुआ। साथ ही 17 क्रिमिनल कंपाउंडेबल केसेस, और अदर सिविल केसेस 03,एन आई एक्ट138 चेक बाउंस के 2 मामले में मामले में भी राजी खुशी से समझौता हुआ। साथ ही राजस्व न्यायलों में 1,14,697 प्रकरण में भी निराकृत हुए, जिसमें 21लाख64हजार 280रु राशि अवॉर्ड हुआ। राजीनामा करने हेतु तालुका विधिक सेवा समिति द्वारा प्री सिटिंग की व्यवस्था भी की गई थी जहां लोगों को आपसी सुलह से राजीनामा करने के लिए प्रेरित किया गया। इस प्रकार नेशनल लोक अदालत में 1,15,488 केसों का निपटारा हुआ जिसमें कुल अवार्ड 86 लाख 76 हजार सौ 125 रु. पारित हुआ। इस नेशनल लोक अदालत सफल बनाने में संपूर्ण कोर्ट स्टाफ सहित पैरालीगल वालंटियर गोलूदास साहू, छविराज, सुलहकर्ता अधिवक्ता सुरेश ठाकुर,गिरिराज ठाकुर, विक्रम यदु , नीरज झा, मेनुका साहू, संतू साहू, योगेश चंदेल, सुनीलकांत पांडे, मिहिर झा,चंद्रशेखर वर्मा,शत्रुघ्न वर्मा,भुवनेश्वर वर्मा, विवेक कुर्रे, कमलेश मारकंडे, नीरज साहू , विशाल महिपाल,सत्यकला वर्मा, सुरेश साहू, महेश साहू,मनराखन देवागंन रोशन वर्मा , टी के चंदेल, एस के दास, मिहिर झा,ज्ञान दास बंजारे, रामकुमार जांगड़े , संदीप दास, गजेंद्र ठाकरे, सुबोध पांडे, सूर्यदमन सिंह, सुप्रीत सिंह, घम्मन साहू, रोशन वर्मा , सत्यकला वर्मा,मनोज चौबे ,दीपेश ठाकुर कौशल कोसरे आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।