साढ़े तीन करोड़ नगद, 50 लाख की ज्वेलरी मिली
सीआरपीएफ सशस्त्र सुरक्षा जवानों में महिलाएं भी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 जनवरी। राजधानी और दुर्ग भिलाई के बिल्डरों और फायनेन्शियल कारोबारियों पर आयकर की छापेमारी सोमवार को चौथे दिन भी जारी है।इनके आफिसों और घरों समेत सभी 21 ठिकानों में टीमें तैनात हैं। तीन दिनों की पड़ताल के बाद रविवार शाम तक सभी ठिकानों से 3.50 करोड़ नगद,जमीन-मकानों में बड़े निवेश के पेपर्स और 50 लाख की ज्वेलरी मिली है। यह ज्वेलरी इन कारोबारियों के 12 में से 11 लॉकर्स में मिली है। इसी तरह से अकेले रोज़बे रिजार्ट से 1 करोड़ से अधिक की नगदी सीज़ की गई है।
सूत्रों ने बताया कि सभी ठिकानों से मंगलवार रात तक छापा समेट लिया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार 160 से अधिक अफसरों और 60 सीआरपीएफ के सुरक्षा जवान इनमें सशस्त्र महिलाएं भी हैं की टीम ने शुक्रवार को दबिश दी थी। उम्मीद की जा रही थी कि शनिवार देर रात तक सभी ठिकानों से टीमें लौट जाएंगी लेकिन जांच के दौरान परत दर परत लूज पेपर्स और निवेश के दस्तावेज मिलते रहे जिससे टीमों ने न लौटने का फैसला किया। अब तक कच्चे में लेन देन और खर्च भी कच्चे में ही बड़े पैमाने पर किया गया है।
रात से ही अलर्ट पर रखी गई थी। इन सबको शहर के बाहर एक रिजार्ट में कॉल-वेटिंग में रखा गया था। टीम को आज तडक़े राजधानी के 19 और दुर्ग के 2 ठिकानों के लिए रवाना किया गया।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार हीरापुर में आर.के.रोड़वेज,स्वास्तिक ग्रुप, सिंघानिया बिल्डकॉन,बंसल इंफ्रा और दुर्ग-भिलाई में सप्लायर, दुर्ग के फाइनेंसर- सराफा कारोबारी कमलेश बैद के दो ठिकाने शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार जिन ठिकानों पर आयकर टीम मौजूद हैं उनमें हीरापुर में आरके रोडवेज शामिल है, जो सीमेंट का बड़ा कारोबार करती है। इसके अलावा रोज़बेरी रिसोर्ट कचना के आशीष अग्रवाल रेंद्र अग्रवाल, रोजबेरी रिसोर्ट प्रा.लि.के उड़ीसा हेड ऑफिस समेत रायपुर में रिंगरोड नंबर 3 पर स्थित रिसोर्ट और पंडरी स्थित होटल लैंडमार्क समेत मालिक सुनील अग्रवाल के स्वर्णभूमि स्थित उनके घर पर कार्रवाई जारी है।
बंसल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रायवेट लिमिटेड देवेंद्र नगर के जगदीप बंसल और सुनील साहू के फर्म स्वास्तिक बिल्डकान ग्रुप और निवेश वैल शामिल हैं। सुनील साहू जो कभी एलआईसी एजेंट हुआ करता था उसका बीते डेढ़ दशक में कारोबार तेजी से बढ़ा है। प्रदेश में स्वास्तिक के नाम से रियल एस्टेट और निवेश वैल के नाम से इन्वेस्टमेंट का कारोबारी फर्में हैं। स्वास्तिक ग्रुप के कचना रोड शंकर नगर में ईस्ट -12 ,पुराना धमतरी रोड पर कल्पवृक्ष और विधानसभा के पीछे रायल वैन्यू के नाम से रेसिडेंशियल कांपलेक्स के प्रोजेक्ट्स हैं। बंसल इंफ्रा और स्वास्तिक ग्रुप के दफ्तर देवेंद्र नगर के एक ही बिल्डिंग में हैं। इसी तरह से सिंघानिया बिल्डकॉन के एमडी सुबोध, उनकी पत्नी और पुत्र हर्षित के ठिकानों पर भी छापेमारी की।
सूत्रों ने बताया कि इन सभी पर पिछले तीन वर्षों के रिटर्न फाइल और एडवांस टैक्स जमा करने के बाद हुए कैलकूलेशन के बाद से नजरें थी। फिलहाल सभी टीमें इन कारोबारियों के कच्चे,पक्के लेनदेन, स्टाक,निवेश के पेपर्स की पड़ताल कर रही हैं। यह छापेमारी मुख्य रूप से स्वास्तिक ग्रुप के सुनील साहू के लिए थी, लेकिन उनसे व्यावसायिक संबंध रखने वाले उक्त सभी ठिकानों को भी दायरे में लिया गया।
इन ठिकानों पर चल रही जांच
श्री स्वास्तिक ग्रुप- श्री स्वास्तिक डेवलपर, स्वास्तिक रियलिटीज रामसागरपारा, श्री स्वास्तिक एसेस्ट तेलीबांधा, गैलेक्सी बिल्डकॉन, गैलेक्सी इंफ्रावेंचर्स, बालकिशन लैंड डेवलपर, निवेश वैल, नरेश चेंबर पंडरी ड्रीमलैंड सुनील साहू, सपना साहू, मनोज साहू स्वर्णभूमि।
बंसल ग्रुप- बंसल इंफ्रा प्रायवेट लिमिटेड देवेंद्र नगर, मेकर्स डेवलपर शैलेंद्र नगर, नरेश अग्रवाल वंृदावन मोवा, संदीप अग्रवाल शंकर नगर, स्वर्ण भूमि।
आर के ग्रुप- आर के लॉजिस्टिकस महावीर अग्रवाल स्वर्ण भूमि, राजेश अग्रवाल पंडरी, आर के रोडवेज कमलेश अग्रवाल हीरापुर, कमलेश, अमित, सुमीत अग्रवाल मोहबाबाजार, रमेश, सुमीत अमित अग्रवाल।
सिंघानिया ग्रुप-सिंघानिया बिल्डकॉन, हर्षित सिंघानिया, श्याम चेंबर हीरापुर, सुबोध , मिनाली, हर्षित सिंघानिया चौबे कॉलोनी।