‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 13 जुलाई। जिले में स्वास्थ्य कार्यकर्ता एमपीडब्लू भर्ती में गड़बड़ी की शिकायत लिए, 13 जुलाई को भारतीय जनता पार्टी प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेंडी, जिला अध्यक्ष दीपेश अरोरा, केशकाल के पूर्व विधायक सेवक राम नेताम सहित भाजपा पदाधिकारियों ने जिला कार्यालय पहुंचकर, कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा को ज्ञापन सौंपा। साथ ही शिकायत पर उचित संज्ञान लेते सम्पूर्ण भर्ती प्रक्रिया की निष्पक्ष जांच व योग्य व पात्र उम्मीदवार के नियुक्ति की बात कही है।
उक्त पत्र में लेख है कि संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं, छ.ग. के विज्ञापन क्रमांक 2020/585 नया रायपुर 14 अगस्त तृतीय श्रेणी सेवा भर्ती नियम 2013 ( संशोधित नियम 11 जून 2020 ) में दिए गए प्रावधानों एवं अर्हता जिलास्तरीय ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक पुरुष के रिक्त पदों हेतु ऑन लाइन आवेदन पद्धति द्वारा विज्ञापन प्रकाशित किया गया था, जिसमे कोण्डागांव जिले, हेतु श्रेणीवार अनारक्षित 2, अनुसूचित जाति 2, अनुसूचित जनजाति 21, कुल 25 पदों हेतु विज्ञापन निकाला गया था। उपरोक्त विज्ञापन की प्रक्रिया पूर्ण होने के पश्चात मेरिट सूची के अनुसार अभ्यर्थियों की नियुक्ति कर दी गई, किंतु जो नियुक्ति हुई हैं, वह भर्ती नियमों की अवहेलना को दर्शाता है। उक्त भर्ती प्रक्रिया में मेरिट सूची अनुसार क्रमांक 1 अभ्यर्थी को नियुक्ति उचित है एवं क्रमांक 2 व 3 के अभ्यर्थी अपात्र हो गए। अत: अनारक्षित दूसरे पद हेतु, महेंद्र कुमार का नाम आना चाहिए था, जो कि मेरिट सूची मे चौथे नंबर पर है। इसी क्रम में 5,6,7 नंबर के अभ्यर्थी भी हैं। उक्त किसी भी अभ्यर्थियों को अनारक्षित पद पर नियुक्ति न देकर सीधे क्रमांक 8 के अभ्यर्थी योगेश कुमार देवांगन को नियुक्ति दे दी गई है, जो कि अनुचित है, इनके ऊपर के समस्त अभ्यर्थियों को जान बूझकर अनुसूचित जनजाति कोटे में नियुक्ति दिया गया है, जिससे की एक व्यक्ति विशेष को नियुक्त किया जा सके।
इस संबंध में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेंडी ने कहा कि जिले में भर्ती प्रक्रिया अक्सर सवालों के घेरे में रही है। भर्ती प्रक्रिया में अक्सर चयन समिति अथवा स्थानीय नेताओं का दबाव व हस्तक्षेप भी इसकी वजह बनती है। इसका खामियाजा बेरोजगार अभ्यर्थियों को भुगतना पड़ता है।
जिलाध्यक्ष दीपेश अरोरा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की सरकार में अपने लोगो को उपकृत करने के लिए भर्ती प्रक्रिया में भी भ्रष्टाचार कर गड़बड़ी की जा रही है। सिर्फ कोण्डागांव जिले में ही नहीं, अपितु पूरे प्रदेश के ऐसे ही हालात हैं, कहीं कौशल परीक्षा में हेर फेर की जाती है, तो कही चयन समिति पारदर्शिता नही बरतती। ऐसे मामले भी प्रकाश में आए हैं, जहंा अन्य जिले के निवासी भी किसी जिले का फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनवाकर नौकरी लेने के फिराक में रहते हैं।
इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती हेमकुवर पटेल, जितेंद्र सुराना, आकाश मेहता, दयाराम पटेल, रौनक दीवान, अनिता नेताम, लक्ष्मी धुव, जैनेंद्र सिंह ठाकुर, यतींद्र सलाम, नागेश देवांगन, गामा जायसवाल, सुखदेव सिंह, तिमिर प्रकाश, महेंद्र पारख, विकास दुआ, विक्की रवानी व अन्य मौजूद रहे।