‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर , 14 जनवरी। सुरक्षाबल के जवानों ने एक फिर से नक्सलियों के मंसूबों को विफल कर दिया है। नक्सलियों द्वारा मुतवेंडी के पास लगाये गए आईईडी बरामद कर उसे निष्क्रिय कर दिया है।
पुलिस ने बताया कि गंगालूर थाना क्षेत्र के मुतवेंडी कैम्प से सीआरपीएफ की टीम एरिया डॉमिनेशन व डिमाइनिंग ड्यूटी पर निकली थी। इस दौरान मुतवेंडी कैम्प से 20 मीटर की दूरी पर नक्सलियों के द्वारा लगाये गए 5 किलो का आईईडी बरामद किया गया। जवानों ने बरामद कर सीआरपीएफ 85 बटालियन बीडी टीम द्वारा आईईडी को मौके पर निष्क्रिय कर दिया गया।
पुलिस पार्टी को नुकसान पहुंचाने की नीयत से नक्सलियों द्वारा प्रेशर स्विच सिस्टम से आईईडी लगाया गया था। जवानों की सूझबूझ व सतर्कता से समय पर आईईडी बरामद कर उसे डिफ्यूज किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 13 जनवरी। पुलिस को देखकर भाग रहे तीन नक्सिलयों को गिरफ्तार किया गया है। उनके कब्जे से प्रतिबंधित विस्फोटक और प्रचार-प्रसार का समान भी बरामद हुआ है।
तर्रेम और बुढग़ीचेरू के बीच जंगल में पुलिस पार्टी को देखकर 3 संदिग्ध व्यक्ति भागने का प्रयास कर रहे थे, शक होने पर हिरासत में लिया गया।
तर्रेम थाना पुलिस, कोबरा 210 और केरिपु 153 की संयुक्त टीम माओवादी विरोधी अभियान पर तर्रेम से बुढग़ीचेरू की ओर निकली थी, इस दौरान संयुक्त कार्रवाई में घेराबंदी कर माओवादी को पकड़ा गया।
पकड़े गये माओवादी राजू पुनेम, माड़वी भीमा , उईका शंभू की तलाशी में एक 5 किलोग्राम टिफिन बम, कार्डेक्स वायर, बिजली का तार, बैटरी और भाकपा माओवादी संगठन के प्रचार प्रसार की समाग्री बरामद की गई है। उनके पास प्रतिबंधित विस्फोटक सामग्री का कोई दस्तावेज नहीं मिला।तीनों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए बरामद सामग्री को कब्जे में लिया गया और न्यायिक रिमांड पर बीजापुर न्यायालय में पेश किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 13 जनवरी। रविवार को नेशनल पार्क एरिया के बंदेपारा में हुई मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की शिनाख्त हुई हैं। हार्डकोर नक्सली रैनु हेमला सहित पाँच नक्सलियों पर लाखों के इनाम घोषित हैं।
मुठभेड़ में मारे गयें नक्सलियों की शिनाख्तगी पश्चिम बस्तर डिवीजन नेशनल पार्क एरिया कमेटी डीवीसीएम प्लाटून नम्बर 2 कमाण्डर रैनु हेमला, मद्देड एरिया कमेटी प्लाटून नंबर 11 पीपीसीएम ज्योति ताती, मिलिशया प्लाटून कमांडर रमेश एचाम, मिलिशिया प्लाटून सदस्य रमेश मिच्चा के रूप में हुई हैं।
मारे गयें नक्सलियों में 15 लाख के ईनामी हार्डकोर माओवादी शामिल थे। घटना स्थल से एक नग एलएलआर, एक नग 12 बोर, दो नग सिंगल शॉट एक नग बीजीएल लांचार, एक नग गण सहित भारी मात्रा कारतुस में विस्फोटक सामग्री, नक्सल साहित्य, दवाईया, माओवादी वर्दी एवं अन्य दैनिक उपयोगी सामान बरामद हुई हैं।
ज्ञात हो कि शनिवार को डीआरजी बल थाना मद्देड़ के नेशनल पार्क एरिया कमेटी बंदेपारा-कोरंजेड़ क्षेत्र में रवाना हुई थी। रविवार सुबह 8 बाजे बंदेपारा-कोरंजेड़ के बीच पुलिस नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ शाम 4 बजे तक रूक-रूक कर चलती रही।
साल की शुरुआत में 13 नक्सली ढेर
2025 की शुरुआत में अब तक 13 नक्सली मारे गए हैं। बस्तर के आईजी सुंदरराज पी. ने बताया कि वर्ष 2024 में नक्सल विरोधी अभियान में प्राप्त बढ़त को आगे बरकरार रखते हुए वर्ष 2025 में भी बस्तर संभाग अंतर्गत सुरक्षा बलों द्वारा प्रभावी रूप से प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरूद्ध नक्सल विरोधी अभियान संचालित किये जाने के परिणाम स्वरूप विगत दिनों में 13 हार्डकोर माओवादियों के शव बरामद किए गए हैं।
नक्सलियों के तमाम साजिश एवं कायराना हरकतों के बावजूद भी सुरक्षा बल सदस्यों द्वारा मजबूत मनोबल एवं स्पष्ट लक्ष्य के साथ बस्तर क्षेत्र की शांति, सुरक्षा व विकास हेतु समर्पित होकर कार्य किया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 13 जनवरी। दिवंगत पत्रकार मुकेश चंद्राकर की अस्थियों का शनिवार को तेलंगाना के कालेश्वरम स्थित गोदावरी नदी में उनके बड़े भाई यूकेश चंद्राकर और पुरुषोत्तम चंद्राकर द्वारा विधि-विधान से विसर्जन किया गया।
ज्ञात हो कि एक जनवरी को हत्या के बाद मुकेश का शव सेप्टिक टैंक में फेंक दिया गया था, जिसने पूरे देश और राज्य को हिला कर रख दिया। इस जघन्य अपराध के बाद परिवार और पत्रकार समुदाय में गहरा आक्रोश व्याप्त है।
15 को श्रद्धांजलि कार्यक्रम
मुकेश चंद्राकर की आत्मा की शांति के लिए 15 जनवरी को बीजापुर प्रेस क्लब में श्रद्धांजलि कार्यक्रम रखा गया है और अम्बेडकर भवन में शांति भोज का कार्यक्रम किया जाएगा। उक्त कार्यक्रम में पत्रकार, स्थानीय नागरिक और जनप्रतिनिधि शामिल होंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 13 जनवरी। दिवंगत पत्रकार मुकेश चंद्राकर की अस्थियों का शनिवार को तेलंगाना के कालेश्वरम स्थित गोदावरी नदी में उनके बड़े भाई यूकेश चंद्राकर और पुरुषोत्तम चंद्राकर द्वारा विधि-विधान से विसर्जन किया गया।
ज्ञात हो कि एक जनवरी को हत्या के बाद मुकेश का शव सेप्टिक टैंक में फेंक दिया गया था, जिसने पूरे देश और राज्य को हिला कर रख दिया। इस जघन्य अपराध के बाद परिवार और पत्रकार समुदाय में गहरा आक्रोश व्याप्त है।
15 को श्रद्धांजलि कार्यक्रम
मुकेश चंद्राकर की आत्मा की शांति के लिए 15 जनवरी को बीजापुर प्रेस क्लब में श्रद्धांजलि कार्यक्रम रखा गया है और अम्बेडकर भवन में शांति भोज का कार्यक्रम किया जाएगा। उक्त कार्यक्रम में पत्रकार, स्थानीय नागरिक और जनप्रतिनिधि शामिल होंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर , 13 जनवरी। रविवार को जिले के जांगला थाना के जैगुर के पास नक्सलियों द्वारा प्लांट आईईडी की चपेट में आने से सुरक्षाबलों के दो जवान जख्मी हो गए। उन्हें बीजापुर अस्पताल लाया गया है। यहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए रायपुर भेज दिया गया है। जवानों की स्थिति खतरे से बाहर बताई गई थी।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक थाना कुटरू व डीआरजी की संयुक्त पार्टी एरिया डॉमिनेशन पर निकली हुई थी। शाम पार्टी लौट रही थी। इसी बीच जांगला थाना क्षेत्र के जैगुर के पास नक्सलियों द्वारा प्लांट की गई आईईडी की चपेट में आने से कुटरू थाना के दो जवान रामसाय मज्जि व गजेंद्र साह जख्मी हो गए है।
दोनों जवानों को जिला अस्पताल बीजापुर लाया गया है। घायल जवानों को बेहतर इलाज के लिए रायपुर भेजा गया है। फिलहाल दोनों जवानों की स्थिति खतरे से बाहर बताई गई है।
विस्फोटक सामान बरामद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर , 12 जनवरी। गंगालूर व बददेपारा मार्ग पर आईईडी प्लांट करने की तैयारी कर रहे तीन नक्सलियों को सुरक्षाबलो ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए नक्सलियों के कब्जे से विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है।
पुलिस से मिली जानकारी जिले के गंगालुर थाना में डीआरजी व थाना गंगालुर की टीम मेटापाल से ग्रस्त सर्चिंग कर वापस लौट रही थी। इसी दौरान गंगालुर व बददेपारा के बीच संदिग्ध व्यक्ति रास्ते पर दिखे जो पुलिस पार्टी को देखकर भागने का प्रयास कर रहे थे। पार्टी द्वारा घेराबंदी कर संदिग्धों को पकड़ा गया।
पकड़े गए व्यक्तियों से पूछताछ करने पर अपना नाम जनमिलिशिया सदस्य सुक्कू अवलम निवासी गोटटोड़पारा पीडिया, जनमिलिशिया सदस्य बुदरू अवलम निवासी गोटटोड़पारा पीडिया व जनमिलिशिया सदस्य उरसा मंगू उर्फ मंगरा निवासी गोटटोड़पारा पीडिया बताया।
पकड़े गए संदिग्धों की तलाशी में रखे थैला से 1 नग टिफिन बम, कॉर्डेक्स वायर, सेफ्टी फ्यूज, बिजली तार, बैटरी बरामद किया गया, जो गंगालुर बददेपारा के बीच सडक़ पर गड्ढा कर आईईडी प्लांट करने की तैयारी में थे।
पूछताछ पर सभी ने उक्त प्रतिबंधित विस्फोटक सामग्री के परिवहन के सम्बंध में कोई वैध दस्तावेज नहीं होना बताया। उनके विरुद्ध कार्यवाही करते हुए बरामद सामग्री को कब्जे में लिया गया। नक्सलियों के खिलाफ गंगालूर थाना में वैधानिक कार्यवाही के बाद न्यायिक रिमांड पर न्यायालय बीजापुर में पेश किया गया है।
संस्कृति और सामाजिक व्यवस्था से युवा पीढ़ी को कराया परिचित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 10 जनवरी। गोरला पंचायत के गोरला चौक पर तीन दिनों से आदिवासियों का हुजूम लगा हुआ है। पेनकरसाड जात्रा में हजारों आदिवासी इकठ्ठा होकर जात्रा मना रहे हैं।
जिले के अलग-अलग पंचायतों से 19 पेन आए हुए हैं, उनके साथ आदिवासी सामुदायिक के यालम, वासम, टिंगे, गोटा, पारेड, गोड्डे, चिडेम, गोंदी, मट्टी सहित कई परिवार इस पेनकरसाड में शामिल हुए हैं।
आदिम संस्कृति और सामाजिक व्यवस्था से युवा पीढ़ी को परिचित कराने के उद्देश्य से वीर नारायण सिंह गोरला चौक में तीन दिवसीय आदिम देवों का करसाड़ आयोजन किया गया है।
गुरुवार को पुरखा पेन नृत्य और स्थानीय पारंपरिक नृत्य का आयोजन किया गया। तीन दिवसीय आयोजन में बुधवार को आमंत्रित पुरखा पेन देवी देवताओं का आगमन और स्वागत किया गया। इस करसाड़ में बीजापुर जिले के विभिन्न गांवों से 19 देवी-देवताओं सहित महाराष्ट्र और तेलंगाना के समाज प्रमुखों ने हिस्सा लिया।
गोंड समाज प्रमुखों ने बताया कि बीते चार सालों से यह आयोजन फसल कटाई मिंजाई के बाद पुस के महीने में किया जाता है। जिसका एक मात्र उद्देश्य आदिम संस्कृति और सामाजिक व्यवस्था से युवा पीढ़ी को परिचित कराना है।
धर्मांतरण पर रोक लगाने बनाई कार्ययोजना
गोंड समाज प्रमुखों ने बताया कि एक लंबे समय से साजिशन हमारे लोगों के बीच धर्मांतरण का खेल हो रहा है जिसके चलते लालच, भय या अन्य कारणों से धर्मांतरित लोगों की घर वापसी और अपनी संस्कृति और परंपराओं को युवाओं में गौरवान्वित अनुभव कराने में यह आयोजन सफल हो रहा है।
वीर नारायण सिंह गोरला चौक में आयोजित करसाड़ में बाजार भी बुलाया गया था, जहां लोगों ने अपने जरूरत की चीजों की खरीदारी की।
बीजापुर, 10 जनवरी। यातायात पुलिस बीजापुर द्वारा पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र कुमार यादव के मार्गदर्शन में जिला मुख्यालय में 35 वां राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा माह के तत्वावधान में यातायात नियमों की जानकारी देते हुए रथ एवं हेलमेट बाइक रैली निकाली गई।
इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आईपीएस मयंक गुर्जर, सीईओ जिला पंचायत हेमंत कुमार नंदनवार , एडिशनल एसपी चंद्रकांत गवर्ना, एसडीएम जागेश्वर कौशल, यातायात विभाग के नोडल अधिकारी डीएसपी विनीत साहू, डीएसपी शरद जायसवाल, जिला परिवहन अधिकारी चंद्र देव सिन्हा व सीएएफ, सीआरपीएफ के अधिकारी कर्मचारियों की मौजूदगी में यातायात जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर हेलमेट बाइक रैली निकाली गई।
कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मयंक गुर्जर ने 01 जनवरी से 31 जनवरी 2025 तक एक माह चलने वाले सडक़ सुरक्षा माह 2025 के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि सडक़ सुरक्षा जीवन रक्षा की थीम के साथ यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है,ताकि जनमानस यातायात नियमों के प्रति जागरूक हो, सडक़ दुर्घटनाओं के दौरान यह देखा गया है कि जनहानि का बड़ा कारण यातायात नियमों का पालन नहीं करने से होता है। दोपहिया वाहन चलाने के दौरान हेलमेट का उपयोग आदत की तरह करना चाहिए। ताकि अकस्माक में दुर्घटना होने पर जनहानि की आशंका कम से कम हो। वाहन चलाने के दौरान तीन सवारी न बैठना तथा नशे की हालत में ऐसे वाहन चालकों पर कड़ी कार्रवाई करने का हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। चार पहिया वाहन चलाने के दौरान सीट बेल्ट का उपयोग अनिवार्य रूप से कर वाहन की गति नियंत्रित होना चाहिए,जहां भी ट्रैफिक सिग्नल है। वहां सिग्नल के नियम का पालन अनिवार्य रूप से किया जाना चाहिए। वाहन और वाहन चालकों के लिए आवश्यक दस्तावेज वाहन रजिस्ट्रेशन लाइसेंस बीमा प्रदूषण प्रमाण पत्र हमेशा जीवित हो इसका विषय ध्यान रखा जाना चाहिए। किसी भी अकस्माक दुर्घटना पर घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर बेहतर नागरिक होने का हमें परिचय देना चाहिए।
यातायात नोडल अधिकारी विनीत साहू ने सडक़ सुरक्षा माह 2025 के अंतर्गत प्रस्तावित कार्यक्रम की रूपरेखा से अवगत कराते हुए बताया कि सडक़ सुरक्षा माह के अंतर्गत जुंबा डांस स्वच्छ शरीर स्वच्छ मन के अंतर्गत भैरमगढ़, भोपालपटनम, आवापल्ली में कार्यक्रम कर जन मानस को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करना, महिला टीम की क्रिकेट प्रतियोगिता कराकर खेल प्रेमियों एवं महिलाओं को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करना, ऑटो चालकों स्कूल बसों, टैक्सी, पिकअप, हल्के वाहन यात्री बसों के दस्तावेज चेकिंग कर वाहन चालकों के नेतृत्व एवं बीपी का प्रशिक्षण किया जाएगा।
साप्ताहिक बाजारों में नुक्कड़ नाटक किया गया।
पंपलेट बांटकर यातायात नियमों की जानकारी दी जाएगी तथा लाइसेंस सिविल लगाया जाएगा तथा स्कूल कॉलेज में शिक्षकों एवं प्रोफेसर के साथ सेमिनार आयोजित कर छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों की जानकारी दी जाएगी। हेलमेट सीट बेल्ट का उपयोग नहीं करने पर चॉकलेट और गुलाब फूल देकर चेतावनी देते हुए यातायात नियमों के पालन की समझाइए दी जाएगी।
अंत में यातायात प्रभारी केशव सिंह ठाकुर ने बताया कि सडक़ सुरक्षा माह के सभा समापन के अवसर पर लर्निंग लाइसेंस वितरण के साथ घायल व्यक्तियों को मदद करने वालों को केशरी अवार्ड एवं हीरोज ऑफ बीजापुर से सम्मानित किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर/जगदलपुर, 9 जनवरी। बीजापुर जिले के सर्किगुड़ा में गुरुवार की शाम को एक आईईडी की चपेट में आने से मवेशी की मौत हो गई। घटना की जानकारी लगते ही बासागुड़ा से पुलिस टीम मौके के लिए रवाना हुई, जहाँ एक छोटे से तालाब में बछड़े का शव पड़ा हुआ था। अनुमान लगाया जा रहा है कि यह आईईडी जवानों के लिए रहा होगा।
बताया जा रहा है कि बीजापुर जिले के बासागुड़ा से आगे सर्किगुड़ा जंगल के पास बने एक नाले के पास मवेशी चर रहे थे, इन्हीं में से एक बछड़े का पैर आर्ईईडी के तार में आने की वजह से ब्लास्ट हो गया और बछड़ा दूर नाले में जा गिरा, जहाँ उसकी मौत हो गई।
अंदाजा लगाया जा रहा है कि नक्सलियों ने यह आईईडी जवानों के लिए लगाया था, क्योंकि जवानों का इस मार्ग में आये दिन आना-जाना लगा रहता है, वहीं इस नाले में कभी कभार जवान पानी भरने के लिए रुकते भी थे, साथ ही कई बार रुक भी जाते हंै और बैठ कर आराम भी करते हैं। इसी बात को जानते हुए नक्सलियों ने इस आईईडी को लगाया होगा, जिससे कि जब जवान इस इलाके में आये और यहां रुकेंगे तो इस आईईडी के चपेट में आने से नुकसान हो सके, लेकिन नक्सलियों के इस मंसूबे पर पानी फिर गया लेकिन जवानों को बचाने के लिए बछड़े को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी, फिलहाल मौके पर पहुँची पुलिस ने इलाके में सर्चिंग शुरू कर दिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 8 जनवरी। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए बुधवार को जनपद कार्यालय में आरक्षण की प्रक्रिया की गई, जिसमें पंच, सरपंच, जिला एवं जनपद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के लिए आरक्षण किया गया है।
कई सीटों पर आरक्षण के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है। जिन लोगों ने पहले से उम्मीद लगाई थी कि इस पद पर हम लड़ेंगे, लेकिन कुछ सीटों पर उलट फेर हुआ है। इस आरक्षण प्रक्रिया के बाद उम्मीद लगाए प्रत्याशियों पर पानी सा फिर गया है।
आरक्षण की प्रक्रिया के बाद कई लोग मायूस नजर आए तो कई लोगों के चेहरे खिल उठे हैं। भोपालपटनम जनपद पंचायत में 35 ग्राम पंचायतें हैं, जिसमें पूरी अनुसूचित जनजाति की सीटें हैं।
इन सभी सीटों में 2019-20 के आरक्षण से 2024-25 में मुक्त एवं महिला में फेरबदल हुआ है। पहले जहाँ महिला थीं, वहां मुक्त और जहाँ मुक्त था वहां महिला सीट की गई है।
35 सीटों में 18 सीटे महिलाएं लड़ेंगी और बची 17 सीटों पर मुक्त उम्मीदवार रहेंगे। इनके साथ ही 420 पंचों का आरक्षण किया गया है। अनुसूचित जाति 18 महिला 9 मुक्त, अनुसूचित जनजाति के 178 महिला 158 मुक्त अनारक्षित 38 महिला 19 मुक्त हैं वहीं अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए एक भी उमीदवार को आरक्षण नहीं दिया गया है।
चर्चित सीट पर बदला आरक्षण
जिले में जिला पंचायत की सामान्य सीट पर आरक्षण बदलने के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है। इस सीट पर कई दिग्गज की नजर थी। तिमेड़ सामान्य सीट पर महिला को दिया गया है और गंगालूर की सामन्य सीट को अनारक्षित मुक्त कर दिया गया है। बाकि बची 8 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 8 जनवरी। बुधवार की शाम छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र सीमा पर बने तिमेड़ पुल से युवती ने इंद्रावती नदी में छलांग लगाई। युवती को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कारण अज्ञात है।
बुधवार की शाम कऱीब 5 बजे युवती ने पुल के बीचों बीच इंद्रावती नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या करने के कोशिश की, तभी पुल पर घूम रहे लोगों ने उसे देख लिया। तत्काल थाने में इसकी सूचना दी गई।
थाना प्रभारी जीवन कुमार जांगड़े के मार्गदर्शन में टीम को भेजा गया। युवती को पानी से निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया। अभी युवती की हालत कुछ हद तक ठीक बताई जा रही है। युवती ने जहां छलांग मारी, वहां हालांकि नदी में पानी कम था।
जानकारी के मुताबिक युवती बीजापुर की रहने वाली है। उनके परिजनों को इसकी सूचना दी गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 7 जनवरी। सडक़ सुरक्षा माह 2025 का उद्घाटन सोमवार को श्रद्धा और समर्पण के माहौल में हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत बस्तर में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के साथ हुई। मौन धारण कर शहीदों को नमन किया गया।
मुख्य अतिथि पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला, विशिष्ट अतिथि जिला कलेक्टर अवनीश शरण, नगर निगम आयुक्त अमित कुमार, सीईओ संदीप अग्रवाल, और पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह की उपस्थिति में दीप प्रज्वलन हुआ।
पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने उद्घाटन के दौरान सडक़ सुरक्षा माह के अंतर्गत आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ट्रैफिक शिक्षा, इंजीनियरिंग, और प्रवर्तन के प्रयासों से 2024 में मृत्यु दर में कमी आई है।
जिला कलेक्टर अवनीश शरण ने युवाओं को सडक़ सुरक्षा के प्रति सजग रहने की सलाह दी।
कार्यक्रम में पुलिस अधिकारियों, सडक़ सुरक्षा समिति, चेतना समिति, शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधियों, छात्र-छात्राओं और प्रतियोगी विद्यार्थियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता मुकुल शर्मा और उमाशंकर पांडे ने किया। यातायात प्रभारी डीएसपी शिवचरण सिंह परिहार ने आभार व्यक्त किया।
समारोह के अंत में चेतना हाल से शहीद विनोद चौबे चौक तक कैंडल मार्च निकाला गया, जहां शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 6 जनवरी। जिले के कुटरू थाना इलाके में सोमवार दोपहर करीब एक से डेढ़ बजे के बीच नक्सलियों ने शक्तिशाली बारूदी सुरंग विस्फोट कर जवानों से भरी एक स्कार्पियो को उड़ा दिया। इस घटना में दंतेवाड़ा डीआरजी के आठ जवान शहीद हो गए, वहीं एक ड्राइवर की भी मौत हो गई है।
विस्फोट इतना जबरदस्त था कि स्कार्पियो के परखच्चे उड़ गए और जमीन पर 5 से 6 फीट गहरा गड्ढा हो गया। गड्ढे को देखकरअंदेशा लगाया जा रहा है कि नक्सलियों ने इस वारदात को अंजाम देने के लिए करीब 40 से 50 किलो बारूद का इस्तेमाल किया होगा।
शहीद जवानों में कोरसा बुधराम, सोमडू वेंटिल, दुम्मा मडक़ाम, बमन सोढ़ी, हरीश कोर्राम, पण्डरू पोयम, सुदर्शन वेटी, सुभरनाथ यादव हंै। ड्राइवर के नाम की जानकारी नहीं मिल पाई है।
बताया गया है कि अबूझमाड़ से एंटी नक्सल ऑपरेशन से पार्टी वापस कुटरू के रास्ते होकर दंतेवाड़ा लौट रही थी। फोर्स अबूझमाड़ से बेदरे तक आई। फिर बेदरे से स्कार्पियो वाहन से कुटरू होकर दंतेवाड़ा लौट रही थी। इसी दौरान यह घटना हो गई।
बीजापुर, 5 जनवरी। जवानों ने एक फिर से नक्सलियों के मंसूबे पर पानी फेर दिया है। नक्सलियों द्वारा प्लांट की गई दो आईईडी को जवानों ने बरामद कर उसे निष्क्रिय कर दिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक उसूर ब्लॉक के आवापल्ली थाना क्षेत्र के आवापल्ली थाना व सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी आरओपी व डिमाइनिंग ड्यूटी पर निकली थी।
इस दौरान ग्राम मुरदण्डा के पास पगडंडी रास्ते पर नक्सलियों बीयर बॉटल में लगा रखा दो-दो किलो के 2 आईईडी को सीआरपीएफ की बीडी टीम द्वारा बरामद किया गया। टीम ने मौके पर ही आईईडी को सुरक्षित तरीके से निष्क्रिय कर दिया।
जवानों की सतर्कता व सूझबूझ से समय पर आईईडी को बरामद कर उसे डिफ्यूज किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 5 जनवरी। पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के विरोध में महार समाज के लोगों ने शहर में कैंडल मार्च निकालकर मुकेश को न्याय देने की मांग शासन-प्रशासन की है।
महार समाज के लोगों ने रविवार की शाम पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के विरोध में कैंडल मार्च निकालकर शहर भ्रमण किया और जयस्तम्भ में आकर पत्रकार मुकेश को मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान समाज के लोगो ने मुकेश चंद्राकर अमर रहे, दोषियों को सजा दो के नारे लगाये।
महार समाज के आरडी झाड़ी ने कहा कि मुकेश चंद्रकार की निर्मम हत्या की गई है। उन्होंने शासन-प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि इस निर्मम हत्या को जिसने किया है और जो इसमें शामिल हैं, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दें।
साथ ही उन्होंने मुकेश के परिवार को न्याय देने की मांग की। उन्होंने आगे कहा कि पत्रकार स्वतंत्र रूप से काम कर सके, ऐसा प्रोटेक्शन उन्हें मिले।
जमीनी नेता के रूप में जाने जाते हैं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 5 जनवरी। भाजपा संगठन ने आज बीजापुर नगर पालिका परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष, वर्तमान पार्षद व किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष घासीराम नाग को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए उन्हें बीजापुर जिला भाजपा संगठन का नया जिलाध्यक्ष नियुक्त किया है। घासीराम नाग को जिलाध्यक्ष बनाने पर भाजपा कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई है।
बीजापुर भाजपा जिलाध्यक्ष बनने की दौड़ में संजय लुक्कड़, गोपाल सिंह पवार व दयाशंकर पटेल का नाम प्रमुख था। खबरों के मुताबिक इन्हीं किसी नामों पर जिलाध्यक्ष के नाम की मुहर लगने के कयास लगाये जा रहे थे। लेकिन भाजपा संगठन ने अचानक पार्षद घासीराम नाग के भाजपा जिलाध्यक्ष के नाम का एलान कर सबको चौंका दिया है।
घासीराम नाग वर्ष 1988 से भाजपा से जुड़ कर समर्पित रूप से काम कर रहे हैं। उन्हें संगठन ने पहली जिम्मेदारी किसान मोर्चा के बीजापुर मंडल अध्यक्ष बनाकर दी। इसके बाद उन्हें भाजपा जिला उपाध्यक्ष बनाया गया। वर्तमान में वे संगठन के किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष के पद पर रहे। इसके अलावा घासीराम नाग नगर पालिका परिषद बीजापुर के वार्ड क्रमांक 8 डॉ. राजेन्द्र प्रसाद वार्ड से दो बार लगातार पार्षद रहे। पिछले चुनाव में उन्होंने सीट बदलकर शहीद नारायण वार्ड क्रमांक 15 से चुनाव लडक़र जीत हासिल की।
वे लगातार तीन बार से पार्षद हैं। वे पूर्व नगर पालिका उपाध्यक्ष भी रहे हंै। वे संघ परिवार के सदस्य रहे है। अनुसूचित जाति वर्ग से आने वाले घासीराम नाग भाजपा के समर्पित, निष्ठावान व जमीनी कार्यकर्ता माने जाते हैं। साथ ही वे बीजापुर भाजपा के पूर्व अध्यक्ष जी. वेंकट के करीबी माने जाते हैं। घासीराम नाग के जिलाध्यक्ष बनने से भाजपा कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 5 जनवरी। भाजपा संगठन ने बीजापुर जिले के पांच मंडल अध्यक्षों की भी आज नियुक्ति कर दी है।जिसमें बीजापुर के मंडल रहे, अशोक राव व भैरमगढ़ के मंडल अध्यक्ष रहे चिन्नाराम तेलम को फिर से मंडल अध्यक्ष का दायित्व सौपा हैं।
बीजापुर जिले के पांचों नये मंडल अध्यक्षों के नामों पर रविवार को भाजपा संगठन ने मुहर लगाकर घोषणा कर दी है। इसमें बीजापुर के अशोक राव को पुन: बीजापुर मंडल अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। वही भोपालपटनम मंडल से वर्तमान भाजपा संगठन ने जिला मंत्री का दायित्व संभाल रहे, राकेश केतारप को भोपालपटनम मंडल अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी है।
उसूर से युवा मोर्चा के वर्तमान जिला महामंत्री का निर्वाहन कर रहे तीरथ जुमार को उसूर मंडल अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौपी गई है। जबकि भैरमगढ़ मडल अध्यक्ष की कमान पुन: चिन्नाराम तेलम को सौंपी गई हैं।
वहीं कुटरू मंडल के लिए लालू राम पोडियामी को मंडल अध्यक्ष की अहम जिम्मेदारी दी गई हैं। इस नियुक्ति से भाजपा कार्यकर्ताओ व पदाधिकारियों में खुशी का माहौल है।
नवनियुक्त भाजपा जिलाध्यक्ष घासीराम नाग ने कहा मैं सभी संगठन के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को धन्यवाद देता हूँ। सन,1987 से पार्टी संगठन में रहकर कार्यकर्ता के रूप में कार्य किया हूँ, आगे पार्टी संगठन जो भी दिशा निर्देश देगा उस पर कार्य करूँगा। सभी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर पार्टी और संगठन को आगे बढ़ाने का काम करूंगा।
इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार, पूर्व जिलाध्यक्ष जी.वेंकट,जिला महामंत्री सतेंद्र सिंह ठाकुर,अनुसूचित जनजाति प्रदेश कार्य समिति सदस्य सुखलाल पुजारी, कोषाध्यक्ष संजय लुक्कड़, एसटी मोर्चा के अध्यक्ष जिलाराम राना ,युवा मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य फूलचंद गागड़ा सहित अन्य पदाधिकारी व भाजपा के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
भोपालपटनम, 3 जनवरी। गुरुवार को पुलिस ने नशाखोरों पर कार्रवाई करते हुए 6 लोगों को न्यायालय में पेश किया है।पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ युवा गाड़ी में नशे का सामान रखकर गोटाईगुड़ा डीएव्ही स्कूल के पास नशाखोरी कर रहे हैं। पुलिस ने वाहिद खान भोपालपटनम, आदर्श सुनारकर रुद्रारम, गोटे शिवकुमार मोटलागुड़ा, रचित गोमास चेरपल्ली, इन्द्रेश कुमार दुर्गम वरदली, रोहित कोपा बाजारपारा को पकडक़र न्यायालय में पेश किया है। इस मौके पर दो मोटर सायकल जब्त की गई है।
नक्सलियों की मांद कहे जाने वाले कोरागुट्टा में फोर्स का डेरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 1 जनवरी। नये साल के पहले दिन नक्सलियों के मांद कहे जाने वाले कोरागुट्टा में फोर्स का डेरा लगते ही 25 साल से बंद पड़े बीजापुर से तर्रेम होकर पामेड़ जाने वाले रास्ते को फिर से बहाल करा दिया गया है।
फिलहाल इस मार्ग पर सडक़ निर्माण का काम चल रहा है। इस मार्ग के खुल जाने से अब लोगों को पामेड़ पहुंचने के लिए तेलंगाना होकर जाने की बाध्यता खत्म हो जाएगी और सौ किलोमीटर का फासला भी बच जाएगा।
उसूर ब्लॉक के पामेड़ थाना क्षेत्र के कोरागुट्टा में सुरक्षाबलों का नया कैम्प स्थापित कर दिया गया है। कोरागुट्टा इलाका नक्सलियों के पीएलजीए का कोर क्षेत्र कहलाता है।
बीजापुर से तर्रेम, कोंडापल्ली होकर पामेड़ जाने वाले इस रास्ते पर पिछले 25 साल से आवागमन बाधित था। इलाके के लोगों को पामेड़ पहुंचने के लिए तेलंगाना राज्य के चेरला होकर पामेड़ जाना पड़ता था। क्षेत्र के लोग 210 किलोमीटर की दूरी तय करके बीजापुर से पामेड़ पहुंचते थे। लेकिन अब कोरागुट्टा में कैम्प खुल जाने से यह रास्ता फिर से खुल गया है। वहीं अब बीजापुर से पामेड़ पहुंचने के लिए 100 किलोमीटर का फासला भी कम हो गया है। हालांकि अभी इस मार्ग पर सडक़ निर्माण का काम चल रहा है।
नक्सलियों के कोर इलाके में फोर्स का कैम्प स्थापित करने के पीछे का मकसद है कि नक्सलियों के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही कर इलाके में आमजनों के लिए मूलभूत सुविधाओं का विस्तार कर लोगों को इसका लाभ पहुंचाना है।
नियद नेल्लानार योजना के तहत नक्सलियों के पीएलजीए बटालियन नम्बर 1 के कोर क्षेत्र कोरागुट्टा में यह सुरक्षा कैम्प स्थापित किया गया है। इस क्षेत्र में सडक़ मार्ग का विस्तार और पुलों का निर्माण किया जाएगा। ताकि आम जनता को आसानी से आवागमन की सुविधा मिल सके। क्षेत्र में बिजली और पानी की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि लोगों को इन मूलभूत सुविधाओं का लाभ मिल सके। क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा ताकि लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
क्षेत्र में पीडीएस दुकानें खोली जाएगी, ताकि लोगों को राशन और अन्य आवश्यक वस्तुओं की सुविधा उनके गांव में ही मिल सके। क्षेत्र में अच्छी शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी ताकि बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके। क्षेत्र में मोबाइल कनेक्टिविटी का विस्तार किया जाएगा, ताकि लोगों को मोबाइल सेवाओं का लाभ मिल सके। कैम्प की स्थापना से क्षेत्र के आम-जनों में खुशी का माहौल बना हुआ है।
सता रही सूखत की चिंता, धान उपार्जन समितियों ने प्रशासन को दिया अल्टीमेटम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 31 दिसंबर। बफर लिमिट से अधिक खरीदी के बावजूद जिले के धान उपार्जन केंद्रों में धान का उठाव न होने से खरीदी केंद्रों में धान जाम की स्थिति निर्मित हो गई है। आलम ये है कि कई केंद्रों में क्ंिवटल तो दूर किलो भर धान रखने की जगह नहीं हैं, इससे परेशान खरीदी केंद्र प्रभारियों ने सीधे कलेक्टर से धान उठाव हेतु गुहार लगाने के साथ मियाद भी दी है कि 5 जनवरी तक बंपर लिमिट के उपर धान का परिवहन संतोषजनक न होने की स्थिति में 6 जनवरी से जिले के सभी धान उपार्जन केंद्रों में खरीदी बंद कर दी जाएगी।
मिली जानकारी अनुसार 29 दिसंबर तक जिले के 30 उपार्जन केंद्रों में 4 लाख 37 हजार 737 क्ंिवटल धान की खरीदी हुई है। जिसमें से महज 51 हजार 850 क्ंिवटल का उठाव हुआ है यानि जिले भरी में अब तक महज 11.85 फीसदी धान का उठाव हुआ है। जबकि 3 लाख 85 हजार 886 क्ंिवटल धान का उठाव होना बाकी है। ये आंकड़े 29 दिसंबर के है। ऐसे में 30 और 31 दिसंबर में हुई खरीदी से शेष मात्रा के आंकड़ों में बढ़ोत्तरी होनी निश्चित है।
उठाव में हो रही देरी से धान खरीदी करने वाली समितियों की चिंता बढ़ गई है। मार्कफेड की नीति के बावजूद एक महीने से ज्यादा होने की वजह से सूखत बढ़ रही है। लगभग समितियों में बफर स्टॉक से ज्यादा धान की खरीदी हो चुकी है।
समितियों की मानें तो जिले में एक ही मिलर्स होने से ऐसी स्थिति निर्मित हुई है। उठाव के लिए अंतरजिला डीओ और टीओ जारी किया जाता है तो समस्या से छूटकारा पाया जा सकता है।
बहरहाल, उठाव में हो रही देरी से खरीदी केंद्रों में धान जाम की स्थिति निर्मित हुई है, वहीं कई केंद्रों में धान रखने की जगह ना होने से खरीदी भी प्रभावित हो रही है, इतना ही नहीं समितियों को सूखत की चिंता भी सता रही है।
हालांकि जिला सहकारी समिति संघ ने ज्ञापन के जरिए प्रशासन का ध्यानाकर्षण जरूर कराया है, लेकिन वस्तुस्थिति से पूरी तरह वाकिफ संघ के पदाधिकारियों ने प्रशासन को साफ चेतावनी भी दी है कि बफर स्टॉक से उपर धान उठाव को लेकर प्रशासन कोई कदम नहीं उठाता है तो 6 जनवरी से जिले के सभी उपार्जन केंद्रों में खरीदी बंद कर दी जाएगी।
3 दिनों के भीतर संतोषप्रद जवाब न मिलने पर कटेगा वेतन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 30 दिसंबर। जांगला के आत्मानंद हिंदी अंग्रेजी माध्यम स्कूल के नदारद 13 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस कर तीन दिनों के भीतर जवाब तलब किया गया है। संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने पर वेतन कटौती की जाएगी।
जिला शिक्षा अधिकारी एलएल धनेलिया ने आज जांगला स्थित आत्मानंद हिंदी अंग्रेजी माध्यम स्कूल का औचक निरीक्षण किया। डीईओ के निरीक्षण पर वहां से सहायक शिक्षक केजी तरुण, सहायक शिक्षक साक्षी कुमार, सहायक शिक्षक जगदीश पटेल, पीटीआई एनोस दास, व्याख्याता प्रवीण लकड़ा, व्याख्याता रोशनलाल कोसले, सहायक शिक्षक रिंकू कोसले, व्याख्याता माधुरी शार्दूल, व्याख्याता सूर्यकांत यादव, व्याख्याता एलबी ममता उपाध्याय, व्याख्याता एलबी मीना साहू, सहायक ग्रेड 2 कृष्णा राव पोंदी व सहायक ग्रेड 3 संदीप मिंज अनुपस्थित पाए गए।
जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी 13 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिनों के भीतर जवाब-तलब किया है। संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने पर वेतन कटौती की कार्रवाई की जाएगी। डीईओ एलएल धनेलिया ने बताया कि एक साथ संस्था से इतने सारे कर्मचारियों को नदारद रहना उनके कार्य के प्रति गंभीरता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने वाले शिक्षक व अन्य कर्मियों पर आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।
ज्ञात हो कि 24 दिसंबर को जिला शिक्षा अधिकारी ने अपने आकस्मिक निरीक्षण के दौरान पोटाकेबिन चिन्नाकोडेपाल व पोटाकेबिन दुगाईगुडा के अधीक्षकों पर दो वेतन वद्धि की कार्रवाई करते हुए उन्हें पद से हटा दिया गया। वहीं अन्य शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर , 30 दिसंबर। नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से पगडंडी पर आईईडी लगा रखा था, जवानों ने बरामद कर उसे वही निष्क्रिय कर दिया। जवानों की सूझबूझ से नक्सलियों के मंसूबे नाकाम हो गए।
पुलिस ने बताया कि तर्रेम थाना क्षेत्र के चिन्नागेलूर कैम्प से सीआरपीएफ 229 वाहिनी की टीम रोड ओपनिंग व डिमाइनिंग ड्यूटी पर निकली हुई थीं। डिमाइनिंग के दौरान 229 वाहिनी की बीडीएस टीम के द्वारा तर्रेम चिन्नागेलूर मार्ग पर तर्रेम टेकरी के पास पगडंडी मार्ग में नक्सलियों के द्वारा लगाया गया आईईडी बरामद किया गया। जिसे टीम ने सतर्कता व सूझबूझ से उसे वही निष्क्रिय कर दिया।
पुलिस के मुताबिक नक्सलियों ने आईईडी पाईप में लगकर डायरेक्शनल बम की तरह लगाया गया था। जिसे प्रेशर स्वीच सिस्टम से जोड़ा गया था। नक्सलियों ने पुलिस पार्टी को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से आईईडी लगा रखा था। जवानों की सूझबूझ व सतर्कता से नक्सलियों के मंसूबे विफल हो गए।
हत्या-लूट व सीआरपीएफ कैंप हमले में थे शामिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 29 दिसंबर। पामेड़ थाना व सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी ने हत्या, अपहरण, लूट व सीआरपीएफ कैम्प हमले में शामिल एक लाख के ईनामी डीकेएमएस अध्यक्ष सहित तीन नक्सलियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में संचालित नक्सल विरोधी अभियान के तहत पामेड़ थाना व सीआरपीएफ 151 बटालियन की टीम धर्मारम व जिड़पल्ली की ओर निकली थी।
अभियान के दौरान टीम ने जिड़पल्ली से 1 लाख के ईनामी डीकेएमएस अध्यक्ष रामबाबू पुनेम निवासी धरमारम, मिलिशिया डिप्टी कमाण्डर लखमा मडक़ामी निवासी जिड़पल्ली व मिलिशिया कमाण्डर हड़मा माड़वी निवासी इंकाल थाना पामेड़ को पकड़ा है।
पकड़े गए नक्सली 7 अगस्त 2024 को ग्राम बड़शनपाल के ग्रामीण के अपहरण, हत्या व लूट की घटना व चिंतावागु सीआरपीएफ कैम्प पर हमले की घटना में शामिल थे।
पकड़े गए नक्सलियों के विरुद्ध पामेड़ थाना में वैधानिक कार्रवाई के बाद न्यायिक रिमांड पर जेएमएफसी न्ययालय के समक्ष पेश किया गया।
कर्मचारियों के वेतन के लाले मो. इमरान खान
भोपालपटनम, 27 दिसंबर (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता )। बीजापुर जिले में डीएमएफ फंड रुक गया है, जिसके चलते कई कामकाज में रोड़ा आ गहा है। निर्माण सहित कई कार्यों की रफ्तार थम गई है। राज्य ने डीएमएफ फंड में घोटालों की खबरे सामने आने के बाद इस वक्त वर्तमान सरकार इस पर सख्ती से काम कर रही है।
छत्तीसगढ़ के कई जिलों में फंड देना बंद कर दिया है। बीजापुर जिले की हालत बुरी है। डीएमएफ से चलने वाले कार्य थम गए हैं। सैकड़ों कर्मचारी शासकीय विभागों में कार्यरत हैं, उनके वेतन के लाले पड़े हुए हैं। पिछले कुछ महीनों से राज्य में चल रही खींचतान के बाद फंड का रोड़ा बना हुआ है।
ज्ञात हो कि केंद्र सरकार ने 2015 में प्रधानमंत्री खदान क्षेत्र कल्याण योजना के कानूनी प्रावधानों के तहत जिला खनिज न्यास (डीएमएफ) का कानून बनाया था। इसके तहत प्रदेश से निकलने वाले गौण खनिज की रॉयल्टी के अनुपात में एक निश्चित रकम डीएमएफ में जमा होती है। इसका ख़र्च जिले में जरुरत के हिसाब से किया जाता हैं। कलेक्टरों की अध्यक्षता में कमेटियों का गठन किया था।
साल 2018 में कांग्रेस सरकार आने के बाद इस व्यवस्था को बदल दिया गया था कुछ महीनों से खबरे यहाँ आ रही थी कि डीएमएफ फंड में बड़ा घोटाला हुआ है। इस मद का दुरूपयोग करते हुए कई करोड़ अन्दर किए हैं, इसकी उच्च स्तरीय जाँच चल रही हैं।
स्वास्थ्य विभाग को महीना 48 लाख का भुगतान
डीएमएफ मद से स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को हर महीने मोटी रकम देनी पड़ती है। स्वास्थ्य विभाग के 155 कर्मचारियों का 48 लाख रुपए का भुगतान हर माह किया जाता है।
बीजापुर में 90, भोपालपटनम में 17, भैरमगढ़ में 25, उसूर में 23 कर्मचारी कार्यरत हैं। आलम यह है कि नक्सल प्रभावित जिले में डीएमएफ मद से नियुक्त कर्मचारियों को चार माह से वेतन नहीं मिल रहा है। क्योंकि जिले में फंड की कमी है। इसमें सबसे ज्यादा स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी हैं, डॉक्टर सहित स्टॉफ नर्स तृतीय, चतुर्थ वर्ग कर कर्मचारी शामिल हैं, इसके साथ ही अन्य विभागों में कार्य कर रहे कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया जा रहा हैं।
निर्माण सहित कई कार्यों की थमी रफ्तार
सत्ता परिवर्तन के बाद जिले में डीएमएफ फंड नहीं होने से सम्पूर्ण जिले में चल रहे निर्माण सहित अन्य कार्य थम गए हैं। विकास की गति थम सी गई हैं। ऐसा ही रहा तो जिले की आर्थिक स्थिति खऱाब होगी, इससे जुड़े कई लोगों पर इसका प्रभाव पड़ेगा।
बारह हजार की सैलरी वाले शिक्षादूतों की मुश्किलें बढ़ी
जिले के धूर नक्सल प्रभावित इलाकों में आज भी कई स्कूल झोपडिय़ों में संचालित हो रही है, तो कई स्कूलों में झोपड़ी भी नहीं है। आधे से अधिक स्कूलों में नियमित शिक्षकों की पोस्टिंग तक नहीं की गई है। गांव के बारहवीं पास युवाओं को शिक्षा दूत बनाया गया है, जिनके भरोसे कई कक्षाएं संचालित की जा रही है। लेकिन उन्हें समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा है। कई महीनों से इनकी सैलरी लटकी हुई है। डीएमएफ फंड की कमी के चलाते शिक्षादूत भी परेशान हैं।
दो डॉक्टरों ने छोड़ी नौकरी
वेतन नहीं मिलने से परेशान जिला अस्पताल के अब तक दो डॉक्टरों ने नौकरी छोड़ दी है, इसमें डॉ. सचिन पापड़े स्त्री रोग विशेषज्ञ, डॉ. आरुषि शर्मा जनरल मेडिसिन शामिल हैं। महीने में बराबर सैलरी नहीं मिलने से अपना रिजाइन लेटर थमाकार चले गए हैं।
इस संबंध में सीएमएचओ डॉ. बीआर पुजारी का कहना है कि डीएमएफ में बदलाव होने से फंड में दिक्कत हो रही है। हम प्रयास कर रहे हैं कि जल्द से जल्द फंड आवंटित हो और हम वेतन का भुगतान करवा पाए।
इस संबंध में प्रेम कुमार आइल जिलाध्यक्ष डीएमएफ फंड का कहना है कि पिछले कई महीनों से वेतन बराबर नहीं मिल रहा है। इसकी शिकायत हमने स्वास्थ्य मंत्री से की है। शिकायत के बाद एक महीने का वेतन डाला था, लेकिन चार महीने से वेतन नहीं मिल रहा है। कलेक्टर और सीएमएचओ को लेटर दिया, लेकिन फंड नहीं होने की बात कह रहे हैं।