भोपालपटनम, 8 मार्च। ऑनलाइन लेनदेन का फर्जीवाड़ा भोपालपटनम के व्यापारियों का सरदर्द बन गया है। साइबर ठगी का अब नया तरीका सामने आया है फोनपे का नकली एप इंस्टॉल कर दुकानदारों से ठगी की जा रही है, जिसमें युवा वर्ग शामिल हैं।
इस संबंध में थाना प्रभारी जीवन कुमार जांगड़े का कहना है कि कुछ फर्जी फोन पे के मामले आए थे, लेकिन सभी नाबालिग बच्चे थे उन्हें समझाईश देकर छोड़ा गया है।
दुकानदारों से सामान या नगदी लेकर उतने रुपए उनको ऑनलाइन डालने को कहकर ठगी कर रहे हैं। बताया जाता हैं कि नकली फोनपे हूबहू फोनपे कि तरह ही काम करता हैं। क्यूआर कोर्ड स्केन करने पर संबंधित का नाम यूपीआई सब दिखता हैं और पैसे के लेनदेन के लिए सेम वही प्रक्रिया हैं अमाउंट डालने के बाद पासवर्ड पूछता हैं बकायदा पासवर्ड डालने के बाद सक्सेसफुल का मेंसेज और टोन भी बज जाता हैं दुकानदार को यह लगता हैं कि पैसे खाते में आ गए लेकिन पैसे नही आते हैं। जब पीडि़त कुछ समय बाद बैंक बैलेंस चेक करते हैं तो उनके खाते में रुपए आए हुए नहीं रहते हैं।
दुकानदारों ने बताया कि कुछ लोग सामान खरीदने के बाद फोन पे के जरिये पेमेंट करते हैं लेकिन खाते में पैसे नहीं आते हैं। फोन पर ट्रांजैक्शन सफल दिख जाता हैं। ज़ब हिस्ट्री चेक करो तो वह से पैसे कटे हुए नहीं दिखाई पढ़ते हैं।
पुलिस पेट्रोल पम्प में भी ठगी
भोपालपटनम के चिंतावागु पुलिस पेट्रोल पम्प में भी ठगी हुई है। अभी तक उन्होंने 4-5 युवाओं को पकड़ा हैं। पेट्रोल पम्प की महिला पुलिस कर्मी ने बताया कि उनसे एक युवक नगद पैसे देने को कहा और 2000 रुपए क्यूआर कोर्ड में डाल दिए लेकिन वह फर्जी था।
महिला कर्मी ने जब हिस्ट्री दिखाने को कहा तो युवक हक्का बक्का रह गया। वह खड़े दूसरे कर्मचारी को दो हजार लौटाकर भाग खड़ा हुआ।
साइबर क्राइम के बढ़ रहे मामले
भोपालपटनम में साइबर क्राइम के मामले बढ़ रहे हैं। लोग अलग-अलग तरीकों से ठगी कर रहे हैं। नए मामले में युवक नकली फोन पे ऐप का इस्तेमाल करके दुकानदार को ठगने की कोशिश की जा रही हैं। यह घटना कुछ दुकानदारों के साथ हो चुकी हैं। युवक सामान और नगद लेकर भुगतान के लिए नकली फोनपे ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं।