बीजापुर

नेशनल पार्क मुठभेड़ में 8 लाख का ईनामी नक्सली ढेर
07-Jul-2025 5:17 PM
नेशनल पार्क मुठभेड़ में 8 लाख का ईनामी नक्सली ढेर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 7 जुलाई।
बीजापुर जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र में शनिवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक कुख्यात नक्सली पीएलजीए बटालियन नंबर 01 की कंपनी नंबर 02 के डिप्टी कमांडर को ढेर किया गया। उस पर 8 लाख रुपये का ईनाम घोषित किया गया था। मुठभेड़ स्थल से एक .303 रायफल, भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री एवं नक्सल संबंधी अन्य सामान भी बरामद किए गए।

बीजापुर के पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र यादव ने बताया कि जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र में माओवादी कैडर की गतिविधियों की विश्वसनीय सूचना के आधार पर डीआरजी बीजापुर, डीआरजी दंतेवाड़ा, एसटीएफ, कोबरा 202, कोबरा 210 एवं सीआरपीएफ यंग प्लाटून की संयुक्त टीम द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया गया।

सूचना के अनुसार तेलंगाना राज्य समिति, नेशनल पार्क एरिया कमेटी,पीएलजीए बटालियन नंबर 01 तथा अन्य सशस्त्र माओवादी कैडर उक्त क्षेत्र में सक्रिय थे।

इस सूचना के आधार पर संयुक्त बलों ने माओवादी उपस्थिति की पुष्टि के बाद अभियान प्रारंभ किया।

यह अभियान 4 जुलाई से प्रारंभ हुआ, जिसके दौरान पुलिस बल और माओवादियों के बीच रुक-रुक कर मुठभेड़ होती रही। मुठभेड़ के पश्चात क्षेत्र की तलाशी के दौरान मुठभेड़ स्थल से एक सशस्त्र वर्दीधारी माओवादी का शव, एक .303 रायफल, भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री एवं नक्सल संबंधी अन्य सामान भी  बरामद किया गया।

मृत माओवादी की पहचान सोढ़ी कन्ना के रूप में हुई है, जो पीएलजीए बटालियन नंबर 01 की कंपनी नंबर 02 का डिप्टी कमांडर था। उस पर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 8 लाख का ईनाम घोषित था।

सोढ़ी कन्ना टेकलगुडिय़म क्षेत्र में माओवादी गतिविधियों, धरमारम कैंप पर हमले समेत कई बड़ी वारदातों में शामिल रहा है। वह सीसीएम माड़वी हिडमा का सहयोगी था और बटालियन में स्नाइपर के रूप में कार्यरत था। उसके मारे जाने से माओवादी संगठन को स्नाइपर क्षमताओं के लिहाज से भारी क्षति हुई है।

 

मुठभेड़ स्थल से एक .303 रायफल तथा 5 जीवित राउंड, एके-47 का मैग्जीन व 59  जीवित राउंड, माओवादी वर्दी एक जोड़ी, कोडेक्स वायर, सेफ्टी फ्यूज, डेटोनेटर, नक्सली पि_ू, नक्सली साहित्य, रेडियो व अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की गई।

बस्तर के आईजी सुन्दरराज पी. ने बताया कि वर्ष 2024 में प्राप्त निर्णायक सफलताओं को आगे बढ़ाते हुए, वर्ष 2025 में भी बस्तर संभाग में प्रतिबंधित एवं गैरकानूनी सीपीआई (माओवादी) संगठन के विरुद्ध सुरक्षा बलों द्वारा सघन, रणनीतिक एवं निरंतर अभियान संचालित किए जा रहे हैं। बीते 18 महीनों (2024-25) में अब तक 415 हार्डकोर माओवादियों के शव बरामद किए जा चुके हैं—यह आँकड़ा सुरक्षा बलों की कुशल योजना, साहसिक कार्रवाई और जनसमर्थन का स्पष्ट प्रमाण है।

विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि भीषण वर्षा और दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों वाले मानसून के इस चुनौतीपूर्ण दौर में भी सुरक्षा बलों की सक्रियता, सतर्कता और समर्पण में कोई कमी नहीं आई है।  फिसलन भरे जंगल पहाड़ी रास्तों और लगातार बदलते मौसम के बीच भी डीआरजी, एसटीएफ, कोबरा, सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी, सीएएफ, बस्तर फाइटर्स सहित समस्त बल मजबूत मनोयोग से मिशन को अंजाम दे रहे हैं।


अन्य पोस्ट