‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 23 जनवरी। पठन पाठन के साथ खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रमो की आयोजनों से बच्चों मे अंतर्निहित कला कौशल, प्रतिभा का निखार होता है। ऐसे आयोजनों के माध्यम से विद्यार्थी अपनी भावनाओं,कल्पनाशीलता और सृजनात्मक क्षमता को विकसित करने का अवसर प्राप्त करता है । विविध विधाओं और परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर प्रतिभागी एक लंबी लकीर खींच सकते हैं , जो आने वाली पीढ़ी को संस्कारवान और प्रेरणास्त्रोत का कार्य करेगी । सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने और पठन पाठन शैली को निखारने में ऐसे आयोजनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
उक्त उद्गार जिला शिक्षा अधिकारी एलपी पटेल ने बरमकेला विकासखंड के अंतर्गत सरस्वती शिशु मंदिर बरमकेला मे आयोजित वार्षिकोत्सव सह स्नेह मिलन समारोह में पालकों,बच्चों और आचार्यों को संबोधित करते हुए बोल रहे थे । इस कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी एलपी पटेल के साथ जिला नोडल अधिकारी समग्र शिक्षा नरेश चौहान, विकासखंड शिक्षा अधिकारी नरेंद्र जांगड़े, जिला नोडल अधिकारी मुकेश कुर्रे, ध्रुव कुमार महन्त विद्यालय के प्राचार्य पाणिग्रही, आचार्य गण,समिति के सदस्यगण , व्यवस्थापक और भैया बहिन और अभिभावक गण उपस्थित रहे। कार्यक्रम में संस्था के भैय्या बहिनों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर मन मोह लिया।