19 गांवों की महापंचायत में निर्णय, गांवों में
मुनादी, कार्रवाई के लिए कमेटी गठित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,17 सितंबर। सरकार व प्रशासन से अवैध शराब को रोकने की उम्मीद छोड़ चुके महासमुंद व बलौदाबाजार के 19 गांवों के करीब 200 ग्रामीणों की जंगी महापंचायत सोमवार को बडग़ांव में हुई, जिसमें निर्णय लिया गया है कि 19 गांवों में न शराब बनाया जाएगा, न शराब की बिक्री होगी। गांव में गांजा बेचने वालों पर भी 20 हजार का जुर्माना लगाया जाएगा। जबकि शराब बनाने-बेचने वालों पर 51 हजार रुपए का जुर्माना किया जाएगा। इस पर कार्रवाई के लिए कमेटी गठित की गई है, जिसमें गांवों के सरपंच, गांवों के मुखिया और अन्य ग्रामीण शामिल हैं। इस मामले में एसपी आशुतोष सिंह का कहना है कि आरोप हालांकि गलत है कि कार्रवाई नहीं होती। शराब मामले में सूचना मिलने पर कार्रवाई जरूर होती हैै। लेकिन गांव वालों का शराब के खिलाफ एकजुटता सराहनीय है।
इस मामले में एडिशनल एसपी प्रतिभा पाण्डेय का कहना है कि पुलिस को जितनी भी सूचनाएं मिलती है, उस पर कार्रवाई की जाती है। पुलिस ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान भी चला रही है। लगातार कार्रवाई भी जारी है। सोमवार को बडग़ांव हुई महापंचायत में पिथौरा थाना क्षेत्र के 11 गांव राजडेरा,जमहर,गोढबहाल, अर्जुनी, छिबर्रा, कोचर्रा, भिथिडीही, मुढ़ीपहार, कोको भायहटा और खुसरुपाली के लोग शामिल हुए। वहीं बलौदाबाजार के बया चौकी क्षेत्र के 8 गांव बढग़ांव, चरोदा, देवगांव, अकलतरा, आमगांव, ढेबी, ढेबा, लोरीदखार और गबोद के ग्रामीण पहुंचे थे। गोंड़बहाल के सरपंच सदाराम पटेल,अर्जुनी के प्रदीप पटेल और जमहार के सीताराम चौधरी का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में महुआ शराब बनाने और बेचने का काम धड़ल्ले से चल रहा है। आबकारी और पुलिस प्रशासन से शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होती है। उल्टा शराब बेचने वाले ग्रामीणों को धमकी देते हैं। अत: कल बैठक के बाद ऊपर लिखित तमााम गांवों में मुनादी कराकर सूचित किया गया कि कोई भी व्यक्ति, खासकर दुकानदार महुआ नहीं बेचेगा, कोचियों के जरिये आने वाली सरकारी शराब, गांजा, नशे की किसी भी प्रकार की सामग्री का विक्रय नहीं किया जाएगा। इसके अलावा महुआ शराब निर्माण पर भी रोक लगा दी गई है। इसका उल्लंघन करने वालों को समिति दंडित करेगी। शराब के दुष्परिणामों से चिंतित इन 19 गांवों के प्रमुख ग्रामीणों ने चर्चा के बाद तत्संबंध में एक कमेटी बनाई है। इस कमेटी में प्रत्येक गांव से 3-3 सदस्य शामिल किए गए हैं।
इसके अलावा प्रत्येक गांव में 10 सदस्यों की एक कमेटी भी इस पर काम करेगी। ये कमेटी नियमों का उल्लंघन करने वालों को दंडित करेगी। ग्रामीणों के अनुसार उनके इस निर्णय का अनेक दुकानदारों ने भी सहमति दी है। सरकारी शराब दुकान से थोक में शराब लाकर कोचियों गांवों में शराब नहीं बेचेंगे। शराब का निर्माण कोई नहीं करेगा। ऐसा करने वालों को कमेटी दंडित करेगी। महापंचायत के तत्काल बाद बडग़ांव, जम्हर, गोड़बहाल, राजाडेरा, मुढ़ीपार, अर्जुनी, खुसरूपाली, कोकोभांठा, छिबर्रा, कोचर्रा, भिथिडीह, चरौदा, गबौद, अमगांव, ढेबी, अकलतरा, देवगांव, ढेबा में मुनादी के जरिए उपरोक्त अवैध धंधों में लिप्त लोगों को ये सब बंद करने की चेतावनी दी गई। साथ कहा गया कि ऐसा करने वालों को दंडित किया जाएगा। दंड की 50 प्रतिशत राशि महापंचायत कमेटी तथा 50 प्रतिशत राशि गांव की कमेटी को उपरोक्त कामों के लिए दी जाएगी। साथ में पकडऩे में सहयोग करने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा। इस महापंचायत का कहना है कि नशे से बच्चों, युवाओं और परिवार की बर्बाद्गी को रोकने के लिए ग्रामीण एकजुट हुए हैं। उनका कहना है कि इन 19 ग्रामों के बीच शराब की एक भी सरकारी दुकान नहीं है। फिर भी इन गांवों में शराब बिकता है। लोग अपने घरों में शराब बनाते हैं। इस तरह शराब बड़ी आसानी से उपलब्ध हो जाती है। कल महापंचायत की अध्यक्षता रामाधीन सिन्हा ने की। पूर्वान्ह साढ़े 11 बजे से मध्यान्ह 4 बजे तक महापंचायत बडग़ांव की पंचायत के सामने चली। बैठक में जानकारी दी गई कि गांवों में महुआ से अवैध शराब निर्माण कर सस्ती दर पर बेचा जा रहा है। स्कूली बच्चों को भी इसकी लत लगती जा रही है। सूचना देने के बाद भी प्रशासन, पुलिस, आबकारी विभाग इस पर नकेल नहीं कसते। ग्रामीणों को ही एकजुट होकर इस सामाजिक बुराई के खिलाफ सामने आना होगा। कल बैठक के दौरान ही सर्वसमम्मति से अध्यक्ष सादराम पटेल, उपाध्यक्ष अनिरूद्ध दीवान, सचिव भीखम सिंह ठाकुर, सहसचिव राजाराम ठाकुर,कोषाध्यक्ष घनश्याम पटेल, संयोजक प्रदीप पटेल, गयाराम,भूपेंद्र बारिक, संरक्षक वेदराम बरिहा, अशोक चौधरी, सलाहकार शैलेंद्र डडसेना, पुरुषोत्तम प्रधान, संचालक सीताराम चौधरी, मीडिया प्रभारी टेकराम निर्मलकर, कार्यकारिणी सदस्य राजाडेरा से भागीरथी, नूरसिंग, हेतराम, गोड़बहाल से सादराम पटेल, जपराम वर्मा, नकुल, कीर्तन बरिहा, बेलसिंग, छिबर्रा से रामप्रसाद, आदि का मनोनयन किया गया।
अर्जुनी से गणेशराम ध्रुव, सोनकुमार, काशीराम धीवर, टेकराम, मुढ़ीपार से अशोक राजपूत, मुकेश पटेल, उमाशंकर,चिंता, भिथिडीह से सफेद यादव, रामकुमार ठाकुर, लक्ष्मण ठाकुर, कोकोभांठा से पुनीराम, रामचंद, टीकम, कोचर्रा से नंदलाल, गनपत, भोगसिंग, खुसरूपाली से जगदीश बरिहा,
उमेद दीवान, बडग़ांव से भीखम ठाकुर, भगतराम बरिहा, गौरसिंह, चरौदा से अर्जुन ठाकुर, भूपेंद्र बारिक, ढेबीखार से पृथ्वी ठाकुर,ईंदल दीवान, ढेबा से मीलाऊ, गैंतराम, केंवरा, जानसिंग, देवगांव से मानसिंग, सियाराम, तेजकुमार, गबौद से अमर सिंग, जयराम, पवन सिंग, आमगांव से अनिरूद्ध कुमार, परदेशी, महेत्तर यादव आदि का मनोनयन किया गया।