येचुरी को श्रध्दांजलि
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 सितंबर। कामरेड सीताराम येचुरी के निधन से वामपंथी, जनवादी आंदोलन के साथ ही देश ने एक बड़ा जननेता खो दिया । आज के वर्तमान दौर में सामाजिक न्याय, धर्म निरपेक्षता, लोकतंत्र की रक्षा व समाजवाद की लडाई को आगे बढ़ाने के उनके संघर्ष को आगे बढ़ाना ही सीताराम येचुरी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी । मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव
कामरेड स्व. सीताराम येचुरी की स्मृति में माकपा राज्य समिति ने रायपुर के प्रेस क्लब में एक शोक सभा आयोजित किया । राजनीति , जन संगठनों व समाज के विविध क्षेत्रों से जुड़ी प्रमुख हस्तियों ने यह बात कही ।
माकपा राज्य सचिव मंडल सदस्य धर्मराज महापात्र ने शोक प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने का.येचुरी को सांप्रदायिकता के खिलाफ, समाजवाद के पक्ष में एवं जन पक्षधर वैकल्पिक नीतियों के लिए मा क पा द्वारा जारी संघर्षों में उनकी प्रमुख भूमिका को निरूपित किया । पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि श्री येचुरी ने लोकतंत्र की मजबूती के लिए फांसीवादी ताकतों के खिलाफ सभी पार्टियों को एकजुट करने में माकपा की ओर से प्रमुख भूमिका का निर्वाह किया था। येचुरी के जे एन यू में सहपाठी रहे प्रो. हिम्मत सिंग ने भी संबोधित कर उनकी नेतृत्व क्षमता को पेश किया।
सभा को माकपा राज्य सचिव एम. के. नंदी, बी. सान्याल, भाकपा नेता आर. डी. पी. सी. राव, ऐप्सो एवं आई एम ए के अध्यक्ष डॉ राकेश गुप्ता, इप्टा के मिनहाज असद, संयुक्त ट्रेड यूनियन कौंसिल के सचिव एस. सी. भट्टाचार्य, बीमाकर्मियों के नेता सुरेंद्र शर्मा, बैंक कर्मियों के नेता शकील साजिद एवं शिरिष नलगुंडवार,पत्रकार एवं जन विज्ञान कार्यकर्ता पूर्णचंद्र रथ, दवा प्रतिनिधि संघ के प्रदीप मिश्रा, प्रेस क्लब अध्यक्ष प्रफुल्ल ठाकुर ने भी संबोधित किया ।
माकपा जिला सचिव प्रदीप गभने ने धन्यवाद ग्यापिक किया।शोक सभा में विनोद वर्मा, उमाशंकर ओझा, अजय कन्नौजे, निसार अली, शेखर नाग, वी एस बघेल, मोहम्मद रिजवान, बी के ठाकुर, राजेश पराते , दिलीप भगत, संध्या भगत, मारुति डोंगरे, संदीप सोनी, गजेंद्र पटेल, मो आरिफ दगिया, डी सी पटेल, अनुसुइया ठाकुर, फीबी भगत, सुमिता महापात्र, के के साहू, ललित वर्मा, प्रेम दुबे, राजेंद्र चांडक, कांग्रेस नेता अंकित बागबाहरा, विनय शील ,आप प्रवक्ता सूरज उपाध्याय, कुणाल शुक्ला, कामरेड गोस्वामी, पी यू सी एल के अखिलेश एडगर, सहित विभिन्न संगठनों के अनेक प्रबुद्धजन उपस्थित थे ।