बेमेतरा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 19 अक्टूबर। शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला घिवरी में बाल सहयोगी मितानिन दीदियों द्वारा कक्षा छठवीं से आठवीं तक के विद्यार्थियों को सर्पदंश से बचाव के तरीके व सांप के काटने पर क्या कार्य करना चाहिए।और क्या नहीं करना चाहिए, की जानकारी दी।
वहीं अगर किसी बच्चे को या परिजन को दस्त संबंधित समस्या हो तो उसके समाधान स्वरूप हम क्या-क्या कार्य कर सकते हैं जैसे कि ओआरएस का घोल हम घर में कैसे बना सकते हैं। इसकी जानकारियों से बच्चों को अवगत कराया। छात्राओं में महीना संबंधित होने वाली मासिक चक्र की जानकारियां भी दिए जैसे कि कोई समस्या हो तो अपने परिजन, शिक्षक शिक्षिकाओं, मितानिन दीदीयों को अवगत अवश्य कराएं और विशेषज्ञ चिकित्सक से संपर्क कर सहायता जरूर लेवें। छात्रों को नशापान करने से होने वाली गंभीर बिमारियों से तथा समस्याओं का हमारे जीवन में क्या दुष्परिणाम भविष्य में सामने आते हैं इनकी जानकारी दिया गया। विद्यार्थियों को दो कक्षाओं में विभाजित कर इन विषयों पर विस्तार से जानकारी दिया गया। बाल सहयोगी मितानिन दीदीयों के प्रशिक्षक पुष्पा सिन्हा ने विद्यार्थियों को बताया है कि सांप दिखाई दे तो जबरदस्ती सांपों को नहीं छेडऩा चाहिए। रात्रि के समय घर में या घर के बाहर आवश्यक कार्य से यदि जान पड़ा तो प्रकाश हेतु टार्च का उपयोग अवश्य करें। अनावश्यक चीजों को इक_ा नहीं करें। कपड़े या जूते चप्पल पहनते समय ध्यान रखें कि कहीं कुछ विषैले जीव उनके अंदर तो नहीं है। हमें जमीन पर नहीं सोना चाहिए आदि। यदि गलती से कहीं सर्पदंश के शिकार हो जाते हैं। तो डरना नहीं चाहिए। बल्कि डॉक्टर से सलाह मशविरा ले लेना चाहिए। बैगा के भरोसे इलाज नहीं कराना चाहिए। घबराना नहीं चाहिए या मुंह से जहर उतारने का प्रयास आदि ना करें। दस्त हो जाने पर घर में जीवन रक्षक घोल बनाने के उपाय को भी बताया कि कैसे हम शक्कर और नमक का घोल बनाकर इसका समाधान कर सकते हैं। बीमार व्यक्ति को समय-समय पर कुछ पोष्टिक आहार अवश्य खाने को देवें। इस अवसर पर शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला घिवरी के प्रधान पाठक पंचराम साहू, शिक्षक लोकेश्वर दास मानिकपुरी, शिक्षिका उषा पाटकर, कर्मचारी अनल सिंह राजपूत बाल सहयोगी मितानिन दीदियों के प्रशिक्षक पुष्पा सिन्हा, मितानिनों में रानी पाटकर, विद्या दुबे, गिरजा पटेल, मोहनी सेन मंजूलता राजपूत उपस्थित रहे।