बस्तर

पुल के निर्माण में विलंब, एनएचएआई की उदासीनता का परिचायक-मुक्तिमोर्चा
26-Mar-2021 6:56 PM
 पुल के निर्माण में विलंब, एनएचएआई की उदासीनता का परिचायक-मुक्तिमोर्चा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

जगदलपुर, 26 मार्च। बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा के सयोंजक नवनीत चाँद ने बयान जारी करते हुए कहा कि बस्तर से रायपुर को जोडऩे वाला एक  मात्र वैकल्पिक मार्ग एनएच 30 पर जगदलपुर शहर को जोडऩे वाला इंद्रावती पुल, विगत कई माह से क्षतिग्रस्त होने के बावजूद जिम्मेदार एनएचएआई व राष्ट्रीय राज्य मार्ग विभागों के उदासीन रवैया के चलते, अपने पुन: निर्माण की बाट जोह रहा है।

ज्ञात हो कि सन 1980 के लगभग इस पुल का निर्माण तत्कालील सरकार द्वारा इन्द्रावती नदी पर बस्तर के लोगों के सुलभ आवागमन हेतु किया गया था। वर्ष 2020 के नवम्बर में अचानक पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। जिससे इस पुल से गुजरने वाले राहगीरों को जान जोखिम में डाल कर चलना पड़ रहा है।

 कई माह गुजरने के बावजूद, बस्तर के जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा एनएचएआई को पत्र लिखकर अपनी जिम्मेदारी निर्वहन की खानापूर्ति निभाई जा रही है, जो बस्तर के निवासियों को प्राप्त सुविधाओं के अधिकार का हनन है। इस पूरे सरकारी गैर जिमेदारी भरे कृत्य का बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा कड़ी निंदा करता है व केंद्र सरकार के उपक्रम एनएचएआई व राज्य सरकार के लोक निर्माण विभाग, स्थानीय जनप्रतिनिधियों व सम्भागीय प्रशासन से यह अपील करता है कि इंद्रावती पुल के क्षतिग्रस्त हिस्से की तत्काल प्रभाव से मरम्मत कार्य प्रारम्भ किया जाए, अन्यथा बस्तर वासियों द्वारा क्षतिग्रस्त पुल के समीप धरना प्रदर्शन करने हेतु मजबूर होना पड़ेगा। जिसकी सम्पूर्ण जिमेदारी जिमेदार विभागीय अधिकारियों ,स्थानीय जनप्रतिनिधियों व जिला प्रशासन की होगी।


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