बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 6 अगस्त। स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर कांग्रेसियों के द्वारा स्वास्थ्य मंत्री से मिलने के लिए समय मांगा, लेकिन समय के अभाव के चलते स्वास्थ्य मंत्री नहीं मिल पाए, जिसे लेकर कांग्रेसियों ने स्वास्थ्य मंत्री का पुतला दहन करने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग का प्रतीकात्मक शव यात्रा भी निकाला गया।
बस्तर जिला युवा कांग्रेस ग्रामीण, जिला अध्यक्ष कार्यकारी अभिषेक डेविड ने बस्तर की स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर स्वास्थ्य मंत्री से मिलने की बात को लेकर समय लिया था, जहाँ कुछ मांग थी, जिसमें सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल 232 करोड़ रुपए की लागत से 250 बेड बनाया गया था, जिसमें सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल 3 वर्ष से पूर्ण हो चुका है लेकिन आज तक प्रारंभ नहीं हुआ है, जिसे जल्द से जल्द प्रारंभ करने की बात थी, वहीं सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल में हार्ट लीवर एवं न्यूरो लिए विशेषज्ञ डॉक्टर की भर्ती हो, जिससे बस्तरवासियों को सुविधा मिले। डॉक्टर की आवश्यकता बस्तर जिले का सबसे बड़ा अस्पताल शहीद महेंद्र कर्मा स्मृति हॉस्पिटल में विशेषज्ञ डॉक्टर तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, स्थानीय डॉक्टर (एमबीबीएस) उपलब्ध कराने की कृपा करे, जर्जर अस्पताल ग्रामीण इलाके में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जर्जर की स्थिति में है, जेनरिक दवा (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आवश्यक दवा उपलब्ध कराने जिससे ग्रामीणों को राहत मिल सके, सोनोग्राफी मशीन ( जिले प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सोनोग्राफी मशीन तथा टेक्नीशियन भर्ती वार्ड बॉय, टेक्नीशियन, नर्स, ड्रेसर, डॉक्टर आदि की भर्ती की बात को लेकर ज्ञापन देने वाले थे, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से मुलाकात ना होने के कारण बुधवार को कांग्रेसियों ने स्वास्थ्य मंत्री को काला झंडा दिखाने के लिए एकजुट हुए थे।
लेकिन रूट बदलने व कांग्रेसियों से मुलाकात ना होने के चलते स्वास्थ्य मंत्री का पुतला दहन किया गया, साथ ही शव यात्रा भी निकाला गया।


