बस्तर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 18 जुलाई। राष्ट्रीय राजमार्ग 30 में तीरथगढ़ जाने वाले मार्ग में एक हिरण का शव देखा गया, जिसके बाद आसपास के लोगो ने वन विभाग को इस मामले की जानकारी दी, वहीं ग्रामीणों का कहना था कि मृत पाए गए हिरण के शरीर में तीर के निशान जैसा चिन्ह भी देखा गया है, जिससे कि यह अनुमान लगाया जा रहा है कि शायद शिकारी ने उस हिरण का शिकार किया है, लेकिन उस हिरण की नहीं ले जा पाया है।
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के तीरथगढ़ मार्ग में गुरुवार की सुबह जब आम जन वाटरफॉल का नजारा देखने के लिए जा रहे थे तो बैरियर के पास एक हिरण का शव देखा गया, आसपास के लोगों ने इस दौरान हिरन के फोटो के साथ वीडियो भी बनाया।
हिरण के शव मिलने की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीण भी वहां आ पहुँचे, जहाँ मृत हिरण के शरीर को देखने के बाद वन विभाग को सूचना दी गई। आसपास के ग्रामीणों के द्वारा ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था कि शायद किसी तेज रफ्तार वाहन से टकराने की वजह से हिरण की मौत हुई है, लेकिन ध्यान में देखने से हिरण के शरीर मे तीर लगने जैसा निशान भी लग रहा था, फिलहाल वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुँच हिरण के शव को अपने साथ ले गई, जहाँ उसका अंतिम संस्कार किये जाने की बात कही गई है।
वही ऐसा कहा जा रहा है कि बस्तर में भी अब शिकारियों ने अपनी मौजूदगी देना शुरू कर दिया है, जहाँ वन्य प्राणियों का शिकार किया जा रहा है, फिलहाल वन विभाग के द्वारा जांच किया जा रहा है कि हिरण की मौत सडक़ हादसे में हुई है या तीर लगने से।
इस पूरे मामले को लेकर जब ‘छत्तीसगढ़’ ने वन विभाग के अधिकारियों को जानकारी के लिए फोन लगाया गया तो फोन भी रिसीव नहीं किया है, और ना ही किसी प्रकार से कोई जानकारी दी जा रही है।