बस्तर

डॉक्टर पर इलाज नहीं करने का आरोप
16-Jul-2025 10:46 PM
डॉक्टर पर इलाज नहीं करने का आरोप

महारानी अस्पताल में रात को लाया गया था मरीज को

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

जगदलपुर, 16 जुलाई। मारकेल में रहने वाले एक छात्र को बीती रात किसी अज्ञात ने काट लिया, जिसे बेहतर उपचार के लिए महारानी अस्पताल लाया गया, जहाँ परिजनों ने आरोप लगाते हुए बताया कि रात में तैनात महिला डॉक्टर ने छात्र को भर्ती करने से मना करने के साथ ही वीआईपी से पहचान होने की बात कही, अगर वीआईपी से पहचान नहीं है तो यहां पर भर्ती नही किया जाएगा, साथ ही ग्लूकोज बॉटल को निकालने से स्टाफ नर्स को भी मना किया जा रहा था, इस घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप भी लगाया है।

इस मामले में अस्पताल अधीक्षक डॉ. संजय प्रसाद का कहना था कि मरीज का इलाज चल रहा था, उसे रेफर करना चाह रहे थे, लेकिन परिजन उसे ले जाना नही चाहते थे, वहीं अगर किसी तरह से परिजनों को किसी बात को लेकर कहा गया है तो इस मामले को लेकर जांच किया जाएगा। मारकेल निवासी युवराज सेठिया को दरमियानी रात किसी अज्ञात ने हाथ में काट लिया, घटना की जानकारी लगते ही परिजनों देर रात ही महारानी अस्पताल इलाज के लिए पीडि़त को लेकर पहुँचे। जहाँ ड्यूटी में महिला डॉक्टर थीं।

पीडि़त के पिता विजय सेठिया ने आरोप लगाते हुए बताया कि मरीज के नाम से जो पर्ची बनी थी, उसमें 18 वर्ष की जगह 50 वर्ष लिखा गया था, साथ ही छात्र को भर्ती करने से भी मना किया जा रहा था, जब परिजनों ने इलाज के लिए कहा तो डॉक्टर ने टेबल को पीटना शुरू कर दिया, वही डॉक्टर का कहना था कि रात के समय कोई भी डॉक्टर नही रहता है, इसे लेकर चले जाओ, और जबरन कागज में साइन करने के लिए दबाव बना रही थे, वही ग्लूकोज बॉटल को भी पूरा लगने नही दिया जा रहा था, आधे अधूरे में ही मरीज को ले जाने की बात कही जा रही थी।

वही पीडि़ता की माँ हेमलता सेठिया ने भी आरोप लगाते हुए बताया कि बच्चे को सही रूप से देखा भी नही जा रहा था, वही भर्ती करने से मना किया जा रहा था, ड्यूटी में तैनात महिला डॉक्टर का कहना था कि यहां पर किसी भी तरह से कोई भी बिस्तर नही है, इलाज कराना है तो इसे रेफर कर दिया जा रहा है, वही ग्लूकोज खत्म होने पर जब स्टाफ नर्स ने बॉटल को निकालने के लिए गई तो उसी के ऊपर भडक़ गई, जिससे कि बिना मेरे कहने के पहले क्यों बॉटल निकाल दिया जा रहा है।इस मामले में पीडि़त का भाई जोगेंद्र सेठिया ने अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां पर मरीजों को किसी भी तरह से कोई भी इलाज नहीं किया जा रहा है, यहां के डॉक्टर इलाज के नाम पर रेफर का खेल खेल रहे हैं, शहर के लोगों को इस तरह से भगा दिया जा रहा है तो ग्रामीण अंचल से आने वाले मरीजों को कैसे ही अच्छा इलाज मिल पा रहा होगा।

वही डॉक्टर के द्वारा इलाज की जगह बार बार टेबल पीट पीटकर परिजनों को धमकाया भी जा रहा था, इलाज से पहले ही पेपर में साइन करने के लिए दबाव बनाया जा रहा था, परिजनों ने इस घटना के बाद पीडि़त को डॉक्टर के द्वारा इलाज नही करने व भर्ती नही करने के कारण उसे निजी अस्पताल ले जाने की बात कही है।


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